कांवड़ मार्ग में मुस्लिम कर रहे कैसा व्यवहार महिला शिवभक्त ने सुनाया रोचक क़िस्सा
शिवभक्त लक्ष्मी कुमारी हरिद्वार से 61 लीटर जल लेकर मेरठ के परतापुर जा रही है, लक्ष्मी का जज्बा देखकर हर कोई हैरान है
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भगवान भोले का अतिप्रिय महीना सावन माह की शुरुआत हो चुकी है। देश के हर कोने में बोल बम के जयकारें गूँज रहे है। केंद्र और राज्य की सरकारों की तरफ़ से भी सावन को मद्देनज़र शिवभक्तों की सुविधाओ लिए ख़ास इंतज़ाम किए जा रहे है । ऐसे में बात अगर उत्तर प्रदेश की हो तो यहाँ तो जब से योगी आदित्यानाथ ने सत्ता की कमान संभाली है तब से सावन को लेकर सीएम योगी द्वारा कांवड़ियों के लिए और उनकी आस्था का ध्यान रखते हुए भी कई अहम फ़ैसले लिए गए है।
यूपी में सावन माह की शुरुआत से पहले सीएम योगी के दुकानों पर नेम्पलेट का आदेश भी चर्चा में रहा हालाँकि इस पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस पर रोक लगा दिया। ऐसे में एक तरफ़ जहा नेम्पलेट विवाद के बाद जहा तरह-तरह की बातें हो रही थी तो वही कई जगहों से क़ौमी एकता की ऐसी तस्वीर भी सामने आ रही है जो आपसी भाईचारे की मिसाल बनती जा रही है। ऐसा ही एक वाक्य एक महिला शिवभक्त ने सुनाया।
श्रावण का महिना चल रहा है, सड़के कांवडियों से पटी पड़ी है..कांवड़िए जुनुन और जज्बा में डुबे है…कोई भोले की अराधना में नंगे पांव कांवड़ ला रहे है, कोई भगवान शिव के जयघोष के साथ अपने भगवान की अराधना में जूटा है। कांवड़ यात्रा के दौरान ऐसी ही कई हैरान कर देने वाली तस्वीरे सामने आई और ऐसी ही तस्वीर है मेरठ के परतापुर की रहने वाली लक्ष्मी कुमारी की। जो हरिद्वार से जल लेकर परतापुर की तरफ जा रही है लेकिन उनके पास थोड़ा बहुत जल नहीं है बल्कि पूरा 61 लीटर जल है। भगवान शिव के लिए ऐसा जोश और जुनुन देखकर हर को हैरान है। लड़कों को आपने अकसर देखा होगा, 101, 121 लीटर जल लाते हुए लेकिन लड़कियों की ऐसी तस्वीर कम ही देखने को मिलती है, जब हमने शिवभक्त लक्ष्मी से बात की तो सुनिए उन्होने क्या कहा।
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