Advertisement

गुटखे के पैसे न देने पर महिला ने तीन बच्चों समेत खाया जहर, दो की मौत, एक की हालत गंभीर, इलाके में दहशत का माहौल

गुटखे के पैसे ना मिलने पर महिला ने तीन बच्चों समेत जहर खा लिया. इस दुखद घटना ने सवाल खड़ा कर दिया है. क्या घरेलू तनाव और आर्थिक विवाद के कारण समाज में और अधिक ऐसी त्रासदियां हो सकती हैं, और क्या हम समय रहते उन्हें रोकने में सक्षम हैं? यह घटना समाज को यह चेतावनी देती है कि मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक कल्याण पर ध्यान देना कितना जरूरी है.


कोई भी मां सिर्फ गुटखे के लिए अपने बच्चों को जहर देकर खुद भी खा सकती है? इस बात पर सहज विश्वास करना मुश्किल लगता है, लेकिन कुछ ऐसा ही हुआ है सतना जिले की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के इटमा डुडैला गांव में. यहां एक महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ जहर खा लिया, जिससे दो बच्चों और महिला की मौत हो गई, जबकि तीसरे बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है. यह दुखद घटना उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के इटवां डुडैला गांव में शनिवार, 23 अगस्त 2025 को हुई. घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की.

पति ने पैसे देने से किया था इनकार 

जानकारी के अनुसार, पति बब्बू यादव ने अपनी पत्नी ज्योति यादव को गुटखा खरीदने के लिए पैसे देने से इनकार कर दिया था. इससे नाराज होकर ज्योति ने अपने तीन बच्चों - दीपचंद्र (5 वर्ष), चंद्रमा (4 वर्ष), और बुलबुल (1 वर्ष) - को जहर खिलाया और फिर खुद भी जहर खा लिया.

अस्पताल पहुंचा परिवार, 2 बच्चों की मौत 

जब पड़ोसियों ने बच्चों के रोने की आवाज सुनी, तो उन्होंने तुरंत परिवार को मझगवां अस्पताल पहुँचाया. अस्पताल में इलाज के दौरान बुलबुल की मौत हो गई, जबकि ज्योति और चंद्रमा की हालत गंभीर होने पर उन्हें सतना जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहाँ दोनों की मृत्यु हो गई. दीपचंद्र की हालत भी गंभीर बताई जा रही है और उसका इलाज जारी है.

डॉक्टरों ने सतना अस्पताल किया रेफर

मझगवां अस्पताल में डॉक्टरों ने प्रारंभिक उपचार दिया और स्थिति को गंभीर देखते हुए सभी को सतना अस्पताल रेफर किया. सतना में भी इलाज के दौरान ज्योति और चंद्रमा की मृत्यु हो गई, जबकि दीपचंद्र का इलाज जारी है.

पुलिस की प्रतिक्रिया

घटना की जानकारी मिलते ही मारकुंडी थाना पुलिस मौके पर पहुँची और परिजनों और गांववालों से पूछताछ की. पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला घरेलू विवाद का परिणाम प्रतीत होता है. हालांकि, विस्तृत जांच जारी है और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है.

मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक संदेश

यह घटना यह दर्शाती है कि आर्थिक तनाव और घरेलू विवाद कभी-कभी गंभीर परिणामों का कारण बन सकते हैं. समाज और प्रशासन को चाहिए कि वे परिवारों और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और किसी भी प्रकार के तनाव या दबाव की स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान करें.

यह घटना सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को उजागर करती है. आर्थिक तंगी और तनाव किसी भी परिवार के लिए भारी परिणाम ला सकते हैं. स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि किसी भी परिवार या बच्चे पर मानसिक दबाव या आर्थिक तनाव होने पर समय रहते मदद ली जाए.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE
अधिक →