UP पुलिस ने Akhilesh समेत 3 सपा नेताओं के खिलाफ दर्ज की FIR, जानिए पूरा मामला
उत्तरप्रदेश की पुलिस ने akhilesh yadav समेत तीन सपा नेताओं के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है। माना जा रहा है कि जल्द ही कोई बड़ा एक्शन लिया जा सकता है। देखिए इस रिपोर्ट में कि आख़िर क्यों तीनों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई ?
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Akhilesh Yadav : लोकसभा चुनावों को लेकर तमाम नेता राजनेता बहुत व्यस्त चल रहे हैं। चाहे छुटभैया नेता हो या कोई बड़ा नेता । हर कोई अपनी पार्टी को मज़बूत करने के लिए और अपने नेता को जिताने के लिए जी जान से जुटा हुआ है। बात कर लें अगर यूपी की तो INDIA गठबंधन के साथी NDA को टक्कर देने के लिए हर जतन कर रहे हैं। हालांकि जैसे जैसे नतीजों का दिन नज़दीक आ रहा है वैसे वैसे इन सभी विपक्षी दलों की बेचैनी बढ़ती जा रही है, शायद यही बौखलाहट है कि पोलिंग बूथ पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, कभी हंगामा काट रहे हैं, हल्ला मचा रहे हैं कि वोट साइकिल को दिया और पर्ची कमल की निकली ।
ऐसा ही जब मुबाकरपुर सीट पर हुआ तो योगी की पुलिस ने मामला ज़्यादा ही सीरियसली ले लिया ।बस फिर क्या हो गई एअफाईआर नेताजी के ख़िलाफ़ भी और उनके दो साथियों के खिलाफ भी। माना जा रहा है कि बहुत जल्द कोई एक्शन भी लिया जा सकता है। अब ये मामला क्या है विस्तार से आपको बताते हैं।
तो हुआ ये कि इस बार हारने से पहले ही EVM का राग अलापना विरोधियों ने शुरु कर दिया। इसी कड़ी में जब 25 मई को मतदान हुआ तो आज़मगढ़ ज़िले की मुबारकपुर सीट पर गड़बड़ी की ख़बर आई। दरअसल मुबारकपुर के अमुड़ी बूथ पर पोलिंग एजेंट अरविंद ने ये आरोप लगाया कि साइकिल का बटन दबाने पर फूल की पर्ची निकल रही है। ज़ाहिर है आज़मगढ़ कभी लंबे वक़्त तक सपा का गढ़ रहा है, ऐसे में अरविंद के इस आरोप के बाद सैकड़ों सपा समर्थक सड़कों पर उतर आए, पोलिंग बूथ पर हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर ख़ुद अखिलेश यादव भी पोलिंग बूथ पर पहुंच गए थे।EVM के साथ साथ पोलिंग पार्ट के कर्मचारियों को भी सपा समर्थकों ने घेर लिया था।
मामले की जानकारी पुलिस को दी गई थी जिसके बाद मौक़े पर ADM प्रशासन और एसपी सिटी पहुंचे थे। इसके बाद विधायक और ग्रामीणों से बातचीत कर माकपोल कराया गया था, जिसमें सही पर्ची निकली थी। इस घटनाक्रम की वजह से पोलिंग बूथ पर घंटों तक अफ़रा तफ़री का माहौल रहा था। इसी मामले को लेकर पीठासीन अधिकारी सुरेश प्रसाद ने शिकायत दर्ज कराई थी। सुरेश का कहना था कि गलत सूचना देकर वोट प्रकिया में बाधा डाली गई। जाँच कराई गई तो आरोप भी फ़र्ज़ी पाया गया, ग़लत बटन दबाने से ग़लत पर्ची निकली थी जाँच में ये पाया गया।
इसके बाद अखिलेश यादव, अरविंद समेत तीन के ख़िलाफ़ अपराध संख्या 211/24 धारा 171 F, 177, 120B , जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 और 1988 की धारा 128 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया है कि मुक़दमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है, देखा होगा आने वाले वक़्त में अखिलेश समेत उनके साथियों पर क्या एक्शन लिया जाता है फ़िलहाल आप इस खबर को लेकर क्या राय रखते हैं कमेंट करके अपनी राय हमें जरुर दें।
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