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ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे… गले लगाया, हाथ मिलाया, PM मोदी ने कुछ इस तरह किया दोस्त पुतिन का ग्रैंड वेलकम, तस्वीरें देख चिढ़ जाएंगे ट्रंप

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. दोनों नेताओं ने गले मिलकर दोस्ताना संदेश दिया, जिसे वैश्विक स्तर पर अमेरिका के लिए एक कूटनीतिक संकेत माना जा रहा है.

Source: X / @narendramodi

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार शाम दो दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे चुके हैं. दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पुतिन के स्वागत और आगवानी करने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे. इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन जैसे ही अपने विशेष विमान से बाहर आए तो रेड कार्पेट पर खड़े पीएम मोदी ने गले लगाकर गर्मजोशी के साथ एक अच्छे दोस्त के नाते उनका वेलकम किया. लगभग चार साल बाद पुतिन की यह भारत यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब भारत और अमेरिका के रिश्ते पिछले बीस वर्षों के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यह पुतिन की पहली भारत यात्रा है. इससे पहले वे 2021 में भारत आए थे, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने 2024 में मॉस्को जाकर उनसे मुलाकात की थी. पुतिन का पिछला भारत दौरा 6 दिसंबर 2021 को हुआ था. 

PM मोदी का एयरपोर्ट पहुंचकर दिखाई नई भारत की ताकत 

भारत पहुंचने के बाद ब्लैक सूट-बूट में विमान से बाहर निकलते ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हैरान रह गए, क्योंकि उनकी उम्मीद के विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने पहुंचे थे. पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर पुतिन का स्वागत किया. जैसे ही पुतिन विमान की सीढ़ियों से नीचे आए, प्रधानमंत्री मोदी ने गर्मजोशी से उनसे हाथ मिलाया और फिर उन्हें गले लगाया. पुतिन के स्वागत के लिए पालम एयरपोर्ट पर पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसकी दोनों नेताओं ने सराहना की. माना जा रहा है कि पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर पहुंचकर स्वागत करना महज औपचारिकता नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए एक स्पष्ट संदेश भी है कि भारत अपने कूटनीतिक और व्यापारिक संबंधों का फैसला स्वयं करेगा. जानकारों के अनुसार, राष्ट्रपति पुतिन की यह भारत यात्रा वैश्विक स्तर पर ध्यान का केंद्र बनी हुई है. वहीं, एयरपोर्ट की ये तस्वीरें देखकर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प के असहज होने की संभावना भी जताई जा रही है.

एक कर में सवार हुए पीएम मोदी और पुतिन 

पालम एयरपोर्ट से स्वागत समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक ही कार में बैठकर सीधे पीएम आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग पहुंचे. इस दौरान की तस्वीरें खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा कीं. प्रधानमंत्री आवास पर राष्ट्रपति पुतिन के सम्मान में एक विशेष रात्रिभोज का आयोजन किया गया, जिसकी तुलना जुलाई 2024 में मॉस्को में पुतिन द्वारा किए गए भव्य स्वागत से भी की जा रही है. इसके साथ ही दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के संकेत मिले. सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात ने भारत-रूस संबंधों में नई ऊर्जा का संचार किया है और आने वाले दिनों में कई बड़े समझौते होने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं.

PM मोदी ने पुतिन को भेंट की श्रीमद्भगवद्गीता

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने लिखा कि भारत में अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करना उनके लिए हर्ष का विषय है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस की मित्रता हर कठिन परिस्थिति में मजबूती से खड़ी रही है और इसका लाभ दोनों देशों के नागरिकों को मिला है. इसी दौरान प्रधानमंत्री ने पुतिन को रूसी भाषा में प्रकाशित श्रीमद्भगवद्गीता भेंट की, जिसकी जानकारी भी उन्होंने अपने सोशल मीडिया संदेश में दी. राजनयिक हलकों का मानना है कि यह उपहार सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव का प्रतीक है, जो साझेदारी को और गहराई दे सकता है. साथ ही, दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को लेकर भी सकारात्मक संकेत सामने आए हैं.

हैदराबाद हाउस में होगी द्विपक्षीय वार्ता 

बताते चलें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन का शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ औपचारिक स्वागत और राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अहम बैठक हैदराबाद हाउस में निर्धारित है. इसके बाद दोनों नेता फिक्की और रोस्कॉन्ग्रेस की ओर से आयोजित विशेष व्यापारिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित राज्य भोज में दोनों नेताओं की उपस्थिति रहेगी. राष्ट्रपति पुतिन शुक्रवार रात करीब 9 बजे भारत से रवाना होंगे. जानकारों का कहना है कि हैदराबाद हाउस में होने वाली यह वार्ता रक्षा, व्यापार, ऊर्जा और वैश्विक मुद्दों पर कई महत्वपूर्ण निर्णयों का मार्ग प्रशस्त कर सकती है. वहीं, व्यापारिक कार्यक्रम में दोनों देशों के उद्योगपतियों के बीच संभावित निवेश और नई साझेदारियों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है.

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