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सर्वे ने उड़ाए अखिलेश के होश ! योगी का दमदार बोलबाला

आज आपको Mood Of The Nation बताते हैं आगामी चुनावों को लेकर। जी हां, अगर आज यूपी में चुनाव हो जाएं तो किसकी बनेगी सरकार, आज आपको सर्वे का पूरा विश्लेषण बताने जा रहे हैं।

Yogi V/s Akhilesh: 4 जून को आए लोकसभा चुनावों के नतीजों ने एक बात तो साफ़ कर दी की बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है। फिर चाहे वो योगी और अमित शाह हो,योगी और केशव प्रसाद मौर्या हों,नड्डा और RSS हो,मोदी और योगी ही क्यों ना हों ।हालांकि दो महीने चली इस जद्दोजहद को अब सुलझा लिया है।शायद जनता को दिखाने के लिए तभी तो वो केशव मौर्या जो कल तक हर मोर्चे पर सीएम योगी से दूरी बना रहे थे वो अब खुलकर उनकी तारीफ़ कर रहे हैं।उन्हें देश का सबसे बेहतरीन सीएम बता रहे हैं।

अंर्तकलह ख़त्म हुई की नहीं ये तो फ़िलहाल बीजेपी के अंदर की बात है लेकिन यूपी में बीजेपी के हाथ से गई सीटों की भरपाई कैसे होगी इसे लेकर मंथन चल रहा है। इसी बीच अब एक सर्वे कराया गया है जिसमें ये तय हुआ है कि अगर आज चुनाव होते हैं तो योगी और अखिलेश के खाते में कितनी कितनी सीटें आ सकती हैं। इंडिया टुडे के मशहूर Mood Of The Nation सर्वे को अगस्त में ही पूरा किया गया है। जो आंकड़े सामने आए हैं वो आपको हैरान कर देंगे।

आंकड़े आपको बताएं उससे पहले ये जान लीजिए कि हाल ही में जब लोकसभा चुनाव हुए तो यूपी में बीजेपी के खाते में 33 सीटें आई थीं, जबकि NDA 40 का आंकड़ा छू पाया। फिर बात सपा की करें तो 37 सीटें तो अकेले समाजवादी पार्टी ही ले आई। सोचिए 2019 में 5 सीटें जीतने वाली सपा अगर 2024 में 37 सीटें ले आई तो निश्चित तौर पर पूरे NDA के लिए ये किसी बड़े झटके से कम नहीं था।

हालांकि अब जो सर्वे कराया गया है वो क्या कहता है ये समझिए- Text In- Mood Of The Nation के आंकड़े के मुताबिक यूपी में आज चुनाव हुए तो NDA आगे रहेगा। सर्वे में NDA को 39 जबकि इंडिया गठबंधन के खाते में 40 सीटें जाती दिख रही हैं। NDA में बीजेपी को 35, अपना दल को 2 और RLD के खाते में 2 सीटें जा रही हैँ।Text out- बात करें अगर BJP और SP की तो BJP को 35 और सपा को 34।इससे एक बात तो साफ है कि सपा का ग्राफ हलका सा गिरा है।लेकिन ये लगातर गिरता रहेगा या फिर उठ जाएगा ये बड़ा सवाल है।

यक़ीं मानिए योगी का बोलबाला तो है लेकिन PDA फॉर्मूल चलकर अखिलेश भी एक तीर से कई कई निशाने साध रहे हैं। लग नहीं रहा कि लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद बहुत कुछ बदला है।

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