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संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दी जानकारी

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को बताया कि संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होगा और 12 अगस्त तक चलेगा. इन 23 दिनों में पाकिस्तान से लेकर ऑपरेशन सिंदूर, राष्ट्रीय सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और कई विधेयकों पर चर्चा होने की उम्मीद है.

04 Jun, 2025
( Updated: 05 Jun, 2025
09:35 AM )
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दी जानकारी
File Photo

संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होगा. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को इस बात का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त को समाप्त होगा. सत्र सुबह 11 बजे से शुरू होगी. जानकारी के मुताबिक, इस दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर भी सरकार नियमों के तहत चर्चा करने को तैयार हो गई है.

बता दें कि तीन महीने से ज्यादा के ब्रेक के बाद संसद के दोनों सदन बुलाए जाने वाले हैं. इससे पहले संसद का बजट सत्र इस साल 31 जनवरी को शुरू हुआ था. लोकसभा और राज्यसभा दोनों को 4 अप्रैल को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था, जिससे 2025 का पहला संसद सत्र समाप्त हो गया था.

ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि सत्र के दौरान ऑपरेशन सिन्दूर पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा, हर सत्र खास होता है और हम ऑपरेशन सिन्दूर सहित सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उन्होंने आगे कहा, सरकार चाहती है कि सभी को साथ लिया जाए – हमने विपक्ष से संपर्क किया है और उम्मीद है कि हर कोई एकजुट रुख अपनाएगा.

पाकिस्तान पर होगी चर्चा
जानकारी के मुताबिक मानसून सत्र में पाकिस्तान पर भी चर्चा हो सकती है. पाकिस्तान को लेकर विपक्ष भी सरकार से कई सवाल पूछेगा और सदन में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी सवाल पूछे जाने का अनुमान है. इसी के साथ सत्र, जो 23 दिनों तक चलेगा इस में प्रमुख विधेयकों की शुरूआत, उन पर चर्चा, राष्ट्रीय सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और ऑपरेशन सिन्दूर जैसे हालिया राष्ट्रीय विकास पर चर्चा होने की उम्मीद है.

बता दें कि बुधवार को इंडिया गठबंधन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान संसद का स्पेशल सत्र बुलाने की मांग की जा रही थी. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा था, पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, सेना के शौर्य नमन के लिए, राष्ट्रपति ट्रंप की बयानबाजी पर उठ रहे सवालों को लेकर हमने संसद के विशेष सत्र की मांग की है. दुनिया को जानकारी दी जा रही है तो संसद को क्यों नहीं? इसी को लेकर रामगोपाल यादव ने भी कहा था, हमारी कूटनीति कैसी रही? कितने देश हमारे साथ आए? संजय राउत ने भी इस दौरान सवाल पूछा था कि राष्ट्रपति ट्रंप के कहने पर युद्ध विराम हो सकता है, तो देश के विपक्ष के कहने पर संसद का विशेष सत्र नहीं बुला सकते. जानकारी देते चले कि 16 दलों ने पीएम मोदी को मंगलवार को पत्र लिख कर विशेष सत्र की मांग की थी. विपक्ष लगातार ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से किए जा रहे दावों को लेकर स्पेशल सत्र बुलाने की मांग की जा रही थी और विपक्ष लगातार सरकार से सवाल पूछ रहा था. हालांकि, अब मानसून सत्र की तारीख का ऐलान कर दिया गया है.

महाभियोग की कार्रवाई भी होगी पूरी
संसद के मॉनसून सत्र के दौरान ही जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई भी पूरी हो जाएगी. महाभियोग का प्रस्ताव सत्र के पहले हफ्ते में ही लाने की तैयारी है. जब सरकार की तरफ से विपक्षी दलों से महाभियोग को लेकर बात की जा रही है तो विपक्ष के नेता जस्टिस यादव के महाभियोग को लेकर जो विपक्ष की तरफ से प्रस्ताव दिया गया उस पर भी सवाल पूछ रहे हैं, जिसपर सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि ये राज्यसभा के सभापति के पास लंबित है, वो इसपर फैसला करेंगे.

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