'वह दिन दूर नहीं जब POK भारत का हिस्सा होगा', राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा बयान
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर राज्यसभा में चर्चा करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे विपक्ष के कुछ मित्र यह भी कह रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके पर कब्जा कर लेना चाहिए था. रक्षा मंत्री ने कहा कि इसे लेकर उन्हें हैरानी होती है कि विपक्ष के सदस्य अपने मन की बात कह रहे हैं या सिर्फ दिखावा कर रहे हैं.

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मेरा भी स्टैंड रहा है, POK भारत का हिस्सा हो
मंगलवार को राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "जब मैं विपक्ष के अपने साथियों से यह बातें सुनता हूं, तो मुझे आश्चर्य होता है कि ये लोग मन से यह बातें कर रहे हैं या फिर सिर्फ दिखावा कर रहे हैं. जो भी हो, हमेशा से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का और खुद मेरा भी यह स्टैंड रहा है कि वह दिन दूर नहीं जब पीओके के लोगों को भारतीय शासन व्यवस्था का अंग बनने का सौभाग्य प्राप्त होगा."
“The BJP has always believed that a day will come when the people of PoK will join India’s governance system,” said Defence Minister @rajnathsingh in the Rajya Sabha during his speech on Operation Sindoor.#RajyaSabha #OperationSindoor pic.twitter.com/2irIdpvOKW
— sansadflix (@sansadflix) July 29, 2025
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की कहानी ऐसी ही है, वह हमेशा किसी न किसी बाहरी शक्ति के दबाव में आता रहता है. आज पाकिस्तान की पीठ पर एक नहीं, अनेक बेताल बैठे हुए हैं, जो उसे प्रगति की राह पर जाने ही नहीं दे रहे. भारत चाहता है कि आतंकवाद पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया से खत्म हो, क्योंकि यह पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती है.
पीओके लुटने का सबब, पूछो न सबके सामने...
राज्यसभा में रक्षा मंत्री ने कहा, ''आज विपक्ष के हमारे साथियों का पीओके प्रेम देखकर मुझे एक गजल भी याद आ रही है, जिसका एक शब्द बदलकर मैं सुना रहा हूं. पीओके लुटने का सबब, पूछो न सबके सामने, नाम आएगा तुम्हारा, ये कहानी फिर सही.''
रक्षा मंत्री ने कहा कि देर से ही सही, अगर विपक्ष के हमारे साथियों को सद्बुद्धि आई है, तो मैं उन्हें आश्वस्त करता हूं कि यदि देश की जनता का आशीर्वाद रहा और ईश्वर की इच्छा रही, तो वह दिन दूर नहीं जब पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों की भी घर वापसी होगी. मुझे विपक्ष के अपने साथियों की इस मांग पर इसलिए आश्चर्य हो रहा है क्योंकि विपक्ष में जो लोग आज बैठे हैं, जब उनकी सरकार थी, तो इन्होंने जो काम किया, वह आज की मांग के ठीक विपरीत है. मैं उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का रहने वाला हूं, बनारस का रहने वाला हूं, और हमारी तरफ एक कहावत है कि ‘बाप मरा अंधियारे मा, बेटवा क नाम पावर हाउस. यानी बाप जीवन भर अंधेरे में रहा और बेटे ने अपना नाम पावर हाउस रख लिया है.
राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर उठाए सवाल
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि "जब विपक्ष के हमारे मित्र देश की शासन व्यवस्था चला रहे थे, तो उन्होंने और उनके पॉलिटिकल सीनियर्स ने भारत में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान पर कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि उन्हें डर था कि पाकिस्तान एक परमाणु हथियार वाला देश है. आज जब हम पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं, तो मुझे इस अंधेरे और पावर हाउस वाली बाप-बेटे की कहानी याद आ रही है. आज जब वे देश के अलग-अलग हिस्से में जाते हैं, तो उन्हें भारत की जनता का, भारतीय जनता पार्टी के इस विजन के प्रति अटूट विश्वास दिखाई पड़ता है."
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आगे रक्षा मंत्री ने कहा, "विपक्ष क्या चाहता है, यह अभी भी समझ के बाहर है. जब आप सत्ता में थे तो आपकी नीति पैरालिसिस ने देश को नुकसान पहुंचाया और आज जब आप विपक्ष में हैं तो आपकी पॉलिसी बैंकरप्सी देश के लिए और लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय बन चुकी है. जब हम आतंकवाद के खतरे से मुक्त होंगे, तभी हम पूरी दुनिया में सही मायनों में शांति और प्रगति के साथ-साथ समृद्धि के लक्ष्य की तरफ बढ़ सकेंगे. यह सब तो पाकिस्तान की आम जनता भी चाहती है, मगर वहां के हुक्मरानों ने पाकिस्तान को तबाही के रास्ते पर डाला हुआ है. कोई भी इंसान अपनी जड़ों को उजाड़ना नहीं चाहता, लेकिन चूँकि उनके पास कोई स्पष्ट दिशा नहीं है, कोई रोडमैप नहीं है, इसलिए पाकिस्तान में आतंकवाद एक धंधा बन चुका है."