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उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए दिलचस्प हुआ मुकाबला, विपक्ष ने NDA उम्मीदवार CP राधाकृष्णन के सामने बी सुदर्शन रेड्डी को उतारा, जानें दोनों की प्रोफाइल?

विपक्षी इंडिया गठबंधन ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका औपचारिक ऐलान किया. वहीं NDA की तरफ से पीएम मोदी ने सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया गया है.

C.P.Radhakrishnan / B. Sudarshan Reddy

विपक्षी इंडिया गठबंधन ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका औपचारिक ऐलान किया, जबकि पार्टी प्रवक्ता जयराम रमेश ने बताया कि गठबंधन की सभी पार्टियों ने सर्वसम्मति से उनका नाम तय किया है. उनका सीधा मुकाबला एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन से होगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीएमसी सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि आम आदमी पार्टी समेत सभी सहयोगी दल इस फैसले से सहमत हैं.

सूत्रों के अनुसार, एनडीए ने जहां दक्षिण भारत को साधने के लिए राधाकृष्णन को मैदान में उतारा है, वहीं विपक्ष द्वारा पूर्व जस्टिस रेड्डी को उम्मीदवार बनाए जाने से TDP, YSRCP और BRS जैसी दक्षिण भारत की पार्टियों पर दबाव बढ़ सकता है कि वे किस खेमे का समर्थन करें.

डीएमके, टीएमसी... सभी की मांग हुई पूरी 

विपक्ष का कहना है, "वो संघ से जुड़े व्यक्ति को लाए हैं, हम सुप्रीम कोर्ट से आए व्यक्ति को सामने ला रहे हैं." यह नाम विपक्ष की तमाम शर्तों पर खरा उतरता है - दक्षिण भारत से उम्मीदवार जिसे डीएमके चाहती थी, और राजनीति से बाहर का चेहरा जिसकी मांग टीएमसी ने उठाई थी. टीएमसी का कहना था कि ऐसे शख्स को उम्मीदवार बनाया जाए जो नॉन-पॉलिटिकल हों. 

बी सुदर्शन रेड्डी की प्रोफ़ाइल 

जन्म : 8 जुलाई 1946
स्थान: आंध्र प्रदेश के रंगा रेड्डी ज़िले के अकुला मायलारम गांव में एक कृषि परिवार में.
शिक्षा : 1971 में हैदराबाद स्थित उस्मानिया यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री.

करियर की शुरुआत

सिविल और संवैधानिक मामलों की प्रैक्टिस की.
आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट के प्रताप रेड्डी के साथ काम किया.

क़ानूनी पद : 

8 अगस्त 1988 को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में गवर्नमेंट प्लीडर नियुक्त.
केंद्र सरकार के एडिशनल स्टैंडिंग काउंसल बने.

न्यायिक करियर :

भारत के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश
गोवा के पहले लोकायुक्त.

NDA की तरफ से सीपी राधाकृष्णन बने उम्मीदवार

वहीं एनडीए संसदीय दल की बैठक में एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन का पीएम मोदी ने ऐलान किया और सभी से समर्थन की मांग की. बैठक में पीएम मोदी ने एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन का परिचय भी कराया. उन्होंने परिचय कराते हुए कहा, ये ओबीसी समाज से जमीनी नेता हैं , सहज हैं. ये राजनीति में खेल नहीं करते हैं. उनके जीवन में कोई विवाद नहीं, वो खेल नहीं करते , वो सलर व्यक्ति हैं. साथ ही पीएम ने राधाकृष्णन और अपनी दोस्ती के दिनों को लेकर मजाकिया अंदाज में कहा, हम दोनों पुराने मित्र हैं, तबसे दोस्त हैं, जब हम दोनों के बाल काले थे.

सीपी राधाकृष्णन की प्रोफ़ाइल 

पूरा नाम: चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन
जन्म: 20 अक्टूबर 1957, तिरुपुर (तमिलनाडु) में.
शिक्षा: वीओ चिदंबरम कॉलेज, तूतीकोरिन से BBA (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) – 1978 ग्रेजुएशन.

आरएसएस से राजनीतिक सफर: 

17 वर्ष की उम्र में RSS में जुड़ाव, बाद में जनसंघ में शामिल हुए और 1974 में राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य बने.

उपलब्धियां और खेल: 

कॉलेज टेबल टेनिस चैंपियन और लॉन्ग-डिस्टेंस धावक.

राजनीतिक करियर:

लोकसभा (कोयम्बटूर) से 1998 और 1999 में दो बार संसद सदस्य चुने गए.
तमिलनाडु प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष: 2004–07
93 दिनों और 19,000 किमी की रथ यात्रा: ‘नदियों का जोड़’, आतंकवाद, समाज सुधार आदि मुद्दे उठाए.

संसदीय समितियों में भूमिका:

टेक्सटाइल, PSU, वित्त समिति आदि में सदस्यता.
UNGA में संसद प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा.

प्रशासनिक भूमिकाएं:

Coir Board के अध्यक्ष (2016–20) — रिकॉर्ड ₹2,532 करोड़ कोइर निर्यात.
राज्यपाल के रूप में झारखंड (2023–24), तेलंगाना (अतिरिक्त प्रभार), पुडुचेरी (उप राज्यपाल, अतिरिक्त प्रभार), वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल (जुलाई 2024 से)

राजनीतिक छवि:

गैर- विवादास्पद, ईमानदार और और संयमी नेता के रूप में जाने जाते हैं.
दक्षिण भारत में समर्थित और समझौता-क्षम छवि—‌DMK नेता द्वारा “सही पार्टी में गलत आदमी” कहा जाना.

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