'कुछ सेना प्रमुख...', एस जयशंकर ने मुनीर को बताया आतंक की जड़, बौखला गया पाकिस्तान
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत की अधिकांश सुरक्षा समस्याओं की जड़ पाकिस्तानी सेना और उसका आतंकियों को समर्थन है. उन्होंने पाक सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर भी परोक्ष निशाना साधा. बयान से पाकिस्तान बौखला गया और उसके विदेश मंत्रालय ने इसे भड़काऊ बताते हुए निंदा की.
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भारत आज हर मोर्चे पर पाकिस्तान को उसका असली चेहरा दिखा रहा है. चाहे सीमा पर तनाव हो या अंतरराष्ट्रीय मंच, अब भारत पुराने अंदाज में चुप रहने वाला देश नहीं बल्कि आगे आकर मुंहतोड़ जवाब देने वाला देश बन गया है. इसी कड़ी में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया के सामने उजागर कर दी है. हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2025 के मंच पर उनकी टिप्पणी ने पाकिस्तान की राजनीति और सैन्य नेतृत्व दोनों को कठघरे में खड़ा कर दिया है.
एस जयशंकर ने क्या कहा?
जयशंकर ने कहा कि भारत की ज्यादातर सुरक्षा चुनौतियों की जड़ पाकिस्तान की सेना है. उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तानी सेना आतंकी संगठनों को समर्थन देकर पूरे क्षेत्र में अस्थिरता फैलाती है. विदेश मंत्री ने व्यंग्य करते हुए यह भी कहा कि जैसे अच्छे और बुरे आतंकवादी की बात होती है, वैसा ही मामला सैन्य नेतृत्व का भी है. कुछ सैन्य नेता सही सोच रखते हैं और कुछ उतने सही नहीं. यह तंज सीधे तौर पर पाक सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर माना जा रहा है.
पाकिस्तान को लगी मिर्ची
विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान और रूख से पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जयशंकर के बयान को भड़काऊ और बेबुनियाद बताते हुए निंदा की है. पाक प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी ने कहा कि पाकिस्तान के सभी संस्थान राष्ट्रीय सुरक्षा की मजबूत नींव हैं और वे हमेशा जिम्मेदाराना व्यवहार करते हैं. हालांकि भारत के पास इस बयान पर मुस्कुराने की वजह साफ है, क्योंकि हाल के सैन्य टकरावों में पाकिस्तान को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.
ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को हुआ नुकसान
जानकारी देते चलें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की सेना पाकिस्तान को सबसे बड़ा झटका तब दिया जब 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. भारत ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सीधे निशाना साधा. यह कार्रवाई इतनी सटीक और तीव्र थी कि पाकिस्तानी सेना संभल नहीं पाई. चार दिन चले इस तनाव में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 12 से ज्यादा लड़ाकू विमान ध्वस्त या क्षतिग्रस्त कर दिए. इनमें अमेरिका से मिले एफ-16 जेट भी शामिल थे. इस हमले ने न सिर्फ पाकिस्तान की सैन्य क्षमता पर सवाल खड़ा कर दिया, बल्कि वहां की जनता में भी डर और निराशा का माहौल पैदा कर दिया.
बताते चलें कि भारत की कड़ी कार्रवाई और जयशंकर की साफ़-सपाट भाषा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नया भारत अब किसी भी तरह की धमकी या साजिश को बर्दाश्त करने वाला नहीं है. आज भारत आत्मविश्वास से भरा है और पाकिस्तान को हर मंच पर आईना दिखाने के लिए तैयार है. मौजूदा हालात बताते हैं कि आने वाले समय में भारत की विदेश नीति और सख्त तथा निर्णायक होती जाएगी.
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