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‘मुहर्रम पर चुप्पी…कांवड़ यात्रा पर सवाल’, कांवड़ियों को बदनाम करने की साज़िश पर भड़के सीएम योगी, कहा- इन्हें आतंकी कहना आस्था का अपमान

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की हो रही सुनियोजित साज़िश पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांवड़ियों को उपद्रवी कहना आस्था का अपमान है. कांवड़िए भक्ति भाव से चलते हैं. आज कल इनका मीडिया ट्रायल हो रहा है, इन्हें आतंकी तक कहने का दुस्साहस किया जाता है.

11 जुलाई से शुरू हुए सावन महीने में भगवान भोलेनाथ के भक्त पवित्र गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा पूरे भक्ति भाव से निकाल रहे हैं. वहीं देश में एक तबका है जो जानबूझकर कांवड़ियों और इस यात्रा की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहा है. कुछ लोग तो इन्हें उपद्रवी तक कह देते हैं. इसी पर सख्त स्टैंड लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा में समाज के हर वर्ग के लोग शामिल होते हैं. श्रमिक से लेकर उच्च वर्ग तक सभी भक्ति भाव से यात्रा करते हैं. इसमें न जाति का भेद होता है और न ही क्षेत्र या वर्ग का कोई फर्क देखा जाता है. सभी श्रद्धालु हर-हर बम-बम बोलते हुए शांतिपूर्वक यात्रा करते हैं. 

कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की साज़िश

योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा को लेकर हो रही आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोग और मीडिया कांवड़ यात्रा को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं. कांवड़ियों को बदनाम किया जा रहा है. उन्हें उपद्रवी और आतंकवादी तक कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह मानसिकता देश की सांस्कृतिक विरासत और आस्था का अपमान है जो किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता.

वाराणसी में बिरसा मुंडा पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम योगी ने साफ कहा कि आस्था का सम्मान होना चाहिए और कांवड़ यात्रा जैसी धार्मिक परंपराओं को अपमानित करने की मानसिकता को रोका जाना चाहिए. उन्होंने जनजातीय समुदाय को भड़काने, देश से तोड़ने, समाज से अलग करने सहित सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट्स बनाकर विभेद पैदा करने और सामाजिक उकसावे को लेकर कड़ा संदेश दिया.

‘ये वही लोग हैं जो

सीएम योगी ने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने पहले जनजातीय समाज को भारत से अलग करने की कोशिश की. भारत के खिलाफ संघर्ष खड़ा करने के लिए हर स्तर पर साजिशें रची गईं. उन्होंने कहा कि यही लोग आज सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर जातीय तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. इससे सावधान रहना जरूरी है ताकि हम अपने समाज को सुरक्षित रख सकें और राष्ट्रीय एकता को मजबूत बना सकें.

सीएम ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की विरासत हमें राष्ट्रीय एकता की चुनौतियों से लड़ने की प्रेरणा देती है. उन्होंने ब्रिटिश शासन और जमींदारी शोषण के खिलाफ आंदोलन किया था. अगर हम उनसे सीख लें तो समाज की कई समस्याओं का हल निकल सकता है.

‘लातों के भूत बातों से नहीं मानते’

जौनपुर की एक घटना का ज़िक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि वहां जबरदस्ती ताजिया निकाले जाने के दौरान कुछ लोग हाइटेंशन तार की चपेट में आ गए. बाद में जब सड़क जाम की गई, तो पुलिस ने मुझसे निर्देश और गाइडेंस की मांग की. ‘मैंने कहा कि लाठी से मारकर उन्हें हटाओ. ये लातों के भूत हैं, बातों से नहीं मानते. सीएम ने यह भी कहा कि इस घटना पर किसी ने सोशल मीडिया पर विरोध नहीं किया, केवल वही लोग इसका विरोध करते हैं जो हमेशा आस्था पर सवाल उठाते हैं.’

मुहर्रम को लेकर सीएम ने कहा कि इस अवसर पर अस्त्र शस्त्र के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है. साथ ही उन्होंने यह भी चेताया कि अगर कोई व्यक्ति जबरदस्ती दारोगा बनने की कोशिश करेगा और दो लोगों के आपसी विवाद में कूदेगा, तो पिटेगा. ऐसे लोगों को रोकना जरूरी है जो कानून के बीच में आकर अराजकता फैलाते हैं.

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