अखंड भारत के शिल्पी थे सरदार साहब...योगी सरकार धूम-धाम से मनाएगी लौहपुरुष की 150वीं जयंती, CM योगी का ऐलान
केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी सरदार साहब के जन्मदिवस को राष्ट्रीय स्तर पर मनाती आई है. इसी कड़ी में लौहपुरुष की 150वीं जयंती को योगी सरकार भी बड़े धूम-धाम से मनाएगी और जन भागीदारी के माध्यम से अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएगी. इस संबंध में सीएम योगी ने खुद इसकी लीड ली है और राज्यव्यापी, देशव्यापी कार्यक्रमों का ऐलान किया है. उन्होंने सरदार साहब को ‘अखंड भारत का शिल्पी’ बताते हुए 31 अक्टूबर से करीब 6 दिसंबर तक, एक महीने से ज्यादा अवधि के दौरान होने वाले अभियानों की जानकारी दी.
Follow Us:
योगी सरकार और भाजपा देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को बड़े स्तर पर मनाने जा रही है. पूरे प्रदेश में 31 अक्टूबर से 6 दिसंबर तक ‘सरदार @150 एकता मार्च’ का आयोजन होगा. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना संकल्प व्यक्त किया. वहीं 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर एक वृहद अभियान चलाने की भी घोषणा की. उन्होंने इस संबंध में जानकारी अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दी.
'सरदार @150 एकता मार्च' का ऐलान
सीएम योगी ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर को भव्य और ऐतिहासिक रूप से मनाने का ऐलान किया. इसके तहत पदयात्राओं से लेकर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य युवाओं में एकता, राष्ट्रीयता और देशभक्ति की भावना को जागृत करना है. इस अभियान को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और भाजपा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी मौजूद थे.
सीएम योगी ने बताया कि 31 अक्टूबर से 6 दिसंबर के बीच देशभर के हर संसदीय और विधानसभा क्षेत्र में, साथ ही स्थानीय स्तर पर भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा. उन्होंने कहा कि इस मौके पर हर जनपद के पांच युवा इस अभियान का हिस्सा बनेंगे. ये युवा सरदार पटेल की जन्मभूमि से केवड़िया तक होने वाली 150 किलोमीटर की यात्रा में शामिल होंगे.
कहां-कहां होगा कार्यक्रम?
- 31 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया जाएगा.
- हर लोकसभा क्षेत्र में 8 से 10 किलोमीटर की पदयात्रा निकाली जाएगी.
- 1 नवंबर से 25 नवंबर तक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ दो मशहूर खिलाड़ी व कलाकार भाग लेंगे.
- प्रदेश के सभी जनपदों के पांच-पांच प्रतिनिधि सरदार पटेल की जन्मभूमि तक पहुंचेंगे और 150 किलोमीटर की यात्रा में शामिल होंगे.
- हर संसदीय क्षेत्र में तीन दिवसीय कार्यक्रम होंगे और प्रदेश की सभी 80 सीटों पर यात्राएं आयोजित की जाएंगी.
- स्थानीय स्तर पर भी वाद-विवाद, भाषण, संगोष्ठी, प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि आम लोगों में जन जागरूकता बढ़ाई जा सके.
- किस प्रकार के होंगे कार्यक्रम?
- नशा मुक्त भारत के संकल्प के तहत शपथ कार्यक्रम
- ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी मेलों का आयोजन
- योग और स्वास्थ्य शिविरों का संचालन
- स्वच्छता अभियान का संचालन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश की अखंडता को खतरा पहुंचाने की कोशिश करने वाले जूनागढ़ और हैदराबाद के राजघरानों की मनमानी लौहपुरुष सरदार पटेल के सामने टिक नहीं सकी. उन्होंने कहा कि निज़ाम की ज़िद के सामने पटेल की नीति भारी पड़ी और उनके दृढ़ नेतृत्व के कारण दोनों रियासतें अखंड भारत का हिस्सा बनीं.
सीएम योगी ने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 31 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन करेगी. उन्होंने सरदार पटेल को ‘अखंड भारत का शिल्पी’ बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने अदम्य साहस और राजनीतिक कौशल से भारत के एकीकरण को संभव बनाया.
योगी आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि गुजरात के केवड़िया में सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ स्थापित की गई है, जो आज पर्यटन और जन-आदर का प्रमुख केंद्र बन चुकी है.
शुरू हुआ युवा एवं खेल मंत्रालय का पोर्टल
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती के पावन अवसर पर खेल एवं युवा मंत्रालय ने एक पोर्टल शुरू किया है. इसके तहत ‘हम सरदार @150’ अभियान प्रारंभ किया गया है, जिसमें प्रत्येक जनपद के पांच युवा शामिल होंगे. ये युवा केवड़िया तक की यात्रा करेंगे और मार्ग में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा.
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की जयंती पर सभी कार्यक्रम ‘वोकल फॉर लोकल’ थीम पर आधारित होंगे. इस दौरान ब्रांडिंग, टेक्नोलॉजी कनेक्ट और पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. योग और स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न शिविर आयोजित किए जाएंगे, जबकि स्वदेशी मेले पूरे प्रदेश की शान बनेंगे.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement