'न रुकेंगे-न झुकेंगे, भारत को जारी रहेगी तेल सप्लाई...', पुतिन का ट्रंप को सख्त संदेश, PM मोदी बोले- शक्ति देती है ये दोस्ती
रूसी राष्ट्रपति पुतिन और PM मोदी ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान पुतिन ने कहा, रूस भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए ईंधन की लगातार और बिना रुकावट आपूर्ति जारी रखने के लिए तैयार है.
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भारत के दौरे पर हैं. रूसी राष्ट्रपति को PM मोदी ने खुद प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पर स्वागत किया था. भारत दौरे के दूसरे दिन पुतिन का राष्ट्रपति भवन में 21 तोपों की सलामी से स्वागत किया गया. इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद रूसी राष्ट्रपति ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
रूसी राष्ट्रपति पुतिन और PM मोदी ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान पुतिन ने कहा, रूस भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए ईंधन की लगातार और बिना रुकावट आपूर्ति जारी रखने के लिए तैयार है.
भारत से पुतिन ने ट्रंप को दिखाया आईना
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि, दोनों देश भुगतान निपटान में राष्ट्रीय मुद्राओं के इस्तेमाल की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. अब वाणिज्यिक लेन-देन में इसका हिस्सा 96 प्रतिशत तक पहुंच चुका है. उन्होंने साफ किया कि भारत को फ्यूल की सप्लाई जारी रहेगी. भारत में दिया गया पुतिन का ये संदेश अमेरिका तक गया. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ये ऐलान ऐसे समय पर किया है जब अमेरिका भारत को रूसी तेल खरीदने पर आंख दिखा रहा है. टैरिफ के जरिए भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारतीय धरती पर पुतिन ने ट्रंप को आईना दिखा दिया.
भारत-रूस की दोस्ती 'ध्रुवतारे' जैसी- मोदी
वहीं, PM मोदी ने कहा, 'इस साल अक्टूबर में काल्मिकिया में आयोजित इंटरनेशनल बौद्ध फोरम में लाखों श्रद्धालुओं ने भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों के दर्शन किए. मुझे खुशी है कि हम जल्द ही रूसी नागरिकों के लिए 30 दिनों का फ्री ई-टूरिस्ट वीजा और 30 दिनों का ग्रुप टूरिस्ट वीजा शुरू करने जा रहे हैं.' उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि आगामी वर्षों में हमारी दोस्ती हमें वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देगी और आपसी भरोसा हमारे साझा भविष्य को और समृद्ध करेगा. PM मोदी ने साझा बयान में कहा कि भारत और रूस की मित्रता एक ध्रुवतारे की तरह है. पिछले आठ दशकों में विश्व में कई उतार चढ़ाव आए हैं. मानवता को कई चुनौतियों और संकटों से गुजरना पड़ा है और इन सबके बीच भी भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही.
‘आतंकवाद के खिलाफ दोनों देश एकजुट’
PM मोदी ने कहा, आज भारत और रूस के 23वीं शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत और रूस एकजुट है. उनकी यात्रा (पुतिन) ऐसे समय में हो रही है जब हमारे द्विपक्षीय संबंध कई ऐतिहासिक मील के पत्थर के दौर से गुजर रहे हैं. ठीक 25 साल पहले राष्ट्रपति पुतिन ने हमारी रणनीतिक साझेदारी की नींव रखी थी.
PM मोदी ने रूस-भारत की मित्रता को हाईलाइट करते हुए कहा, पिछले ढाई दशक से रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और दूर दृष्टि से इन संबंधों को निरंतर सींचा है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने आपसी संबंधों को नई ऊंचाई दी है. भारत के प्रति इस गहरी मित्रता और अटूट प्रतिबद्धता के लिए PM मोदी ने पुतिन का आभार जताया. PM मोदी ने बताया कि दोनों देश आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की साझा कोशिश को प्राथमिकता दे रहे हैं. इसे साकार करने के लिए हमने (भारत-रूस) 2030 तक के लिए एक इकोनॉमिक कॉरपोरेशन प्रोग्राम पर सहमति बनाई है.
रूस-यूक्रेन वॉर में क्या है भारत का रुख?
PM मोदी ने बताया, हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की. यूक्रेन के संबंध में भारत ने शुरुआत से शांति का पक्ष रखा है. हम इस विषय के शांतिपूर्ण और स्थाई समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं. भारत हमेशा अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और आगे भी रहेगा. आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत और रूस ने लंबे समय से कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है. पहलगाम में हुआ आतंकी हमला हो या क्रोकस सिटी हॉल पर किया गया कायरतापूर्ण आघात, इन सभी घटनाओं की जड़ एक ही है. भारत का अटल विश्वास है कि आतंकवाद मानवीय मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरुद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है.
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