दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही रेखा गुप्ता को उपराज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए किया आमंत्रित
विधायक दल की बैठक के बाद दिल्ली के शालीमार बाग से पहली बार विधायक चुनी गईं रेखा गुप्ता ने बुधवार रात उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। जिसे स्वीकार करते हुए उप राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।
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दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के करीब 12 दिन बाद गुरुवार को दिल्ली की नई सरकार का गठन होने जा रहा है। बीजेपी ने दिल्लीवासियों को लंबा इंतजार करवाने के बाद बुधवार की शाम विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता को नेता चुना। छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तरह बीजेपी नेतृत्व दिल्ली में रेखा गुप्ता के नाम पर अंतिम मुहर लगाकर सभी को चौंकाया है। दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री की रेस में कई नाम चल रहे थे। इनमें नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल को हराकर आम आदमी पार्टी का हौसला तोड़ने वाले बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा का नाम सबसे आगे चल रहा था। हालाँकि अंतिम में बीजेपी ने महिला नेतृत्व को बढ़ावा दिया और रेखा गुप्ता को चुना। विधायक दल की बैठक के बाद दिल्ली के शालीमार बाग से पहली बार विधायक चुनी गईं रेखा गुप्ता ने बुधवार रात उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। जिसे स्वीकार करते हुए उप राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।
पीएम मोदी का जताया आभार
रेखा गुप्ता गुरुवार को रामलीला मैदान में दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। उन्होंने विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट पर 'आप' की बंदना कुमारी को 29,595 मतों के अंतर से हराया था। दिल्ली भाजपा विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद दिल्ली की मनोनीत मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "मुझे एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। मैं PM मोदी और शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मुझ जैसी साधारण परिवार से आने वाली बेटी पर भरोसा जताया। मैं अपनी पूरी क्षमता, ताकत और ईमानदारी के साथ जिम्मेदारी को निभाऊंगी...मेरी पहली प्राथमिकता हमारी पार्टी द्वारा किए गए सभी वादों को पूरा करना है और दूसरी प्राथमिकता यह है कि हमारे सभी 48 विधायक टीम मोदी के रूप में काम करेंगे। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दिल्ली की मुख्यमंत्री बनूंगी। हमने जनता से जो-जो वादे किए हैं उसे पूरा किया जाएगा।" बताते चले की रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी। इसके पहले बीजेपी की सुषमा स्वराज, कांग्रेस की शीला दीक्षित और आप की आतिशी दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुकी है।
रेखा गुप्ता ने कब रखा राजनीति में कदम ?
रेखा गुप्ता के करियर की बात करें तो उन्होंने 1992 में दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से पढ़ाई के दौरान ही छात्र राजनीति में कदम रखा। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ी रहीं और 1996-97 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) की अध्यक्ष बनीं, जहां उन्होंने छात्रों के मुद्दों को सक्रिय रूप से उठाया। साल 2007 में उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद चुने जाने के बाद, उन्होंने क्षेत्र में पुस्तकालय, पार्क और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाओं के विकास पर काम किया। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से भी जुड़ी रही हैं। महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए, उन्होंने "सुमेधा योजना" जैसी पहल शुरू की, जिसने आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता की।
कौन-कौन होगा शपथ ग्रहण में शामिल
दिल्ली में ने मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने के लिए बीजेपी संगठन ने बड़ी तैयारी कर रखी है। इस समारोह को ख़ास बनाने के लिए दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में 3 बड़े मंच बनाए गए है। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, एनडीए के बड़े नेता, धर्मगुरु और कलाकार बैठेंगे। इनके अलावा मंच के सामने वीवीआईपी घेरा भी बनाया गया है। जहां ख़ास मेहमानों को बैठाने की उचित प्रबंध किया गया है।
ग़ौरतलब है कि दिल्ली की सत्ता में बीजेपी की 27 सालों बाद बड़ी वापसी हो रही है। इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पिछले एक दशक से दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी को हराते हुए पूर्ण बहुमत के साथ 48 सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की है। वही आम आदमी पार्टी महज 22 सीटों को जीतने में सफल हुई। इसके अलावा मजबूती से चुनाव लड़कर बड़े-बड़े दावें करने वाली कांग्रेस खाता तक नही खोल पाई।
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