पुतिन-जेलेंस्की का रिश्ता 'तेल और सिरके' जैसा, भारत के बाद अब रूस पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की तैयारी में ट्रंप, कहा- मैंने 7 युद्ध रोके लेकिन...
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है. ट्रंप ने कहा कि वह रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को खत्म कराने के लिए हर तरह से कोशिश कर रहे हैं. व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक कमरे में लाने की चुनौती को 'तेल (Oil) और सिरके' (Vinegar) की तरह बताया.
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ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दोनों नेताओं का एक-दूसरे से मिलना मुश्किल है, क्योंकि उनकी सोच और परिस्थितियां बिल्कुल अलग हैं, जैसे तेल और सिरका जो आसानी से नहीं मिलते. ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि पुतिन और जेलेंस्की मिलकर इस युद्ध को खत्म करें, जिसमें हर हफ्ते करीब 7,000 लोग जिनमें ज्यादातर सैनिक है मारे जा रहे हैं.
मैंने 7 युद्ध रोकें लेकिन यह सबसे मुश्किल
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, मैं चाहता हूं कि दोनों नेता मिलें और इस युद्ध को रोकें. यह बहुत बेवकूफी भरा है कि हर हफ्ते 7,000 लोग मर रहे हैं. मैंने पहले सात युद्ध रोके हैं, लेकिन यह सबसे मुश्किल साबित हो रहा है. ट्रंप ने दोनों पक्षों पर शांति वार्ता में पूरी तरह ईमानदार नहीं होने का आरोप लगाया. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रूस इस युद्ध को खत्म करने में बाधा डालेगा, तो वह रूसी तेल पर 25-50% तक का भारी टैरिफ लगा सकते हैं.
इस दौरान ट्रंप ने कहा कि हम देखेंगे कि क्या पुतिन और ज़ेलेंस्की साथ मिलकर काम कर पाएंगे. ये कुछ-कुछ तेल और सिरके की तरह है. ये दोनों बहुत अच्छे से नहीं जमते, इसका कारण साफ है, लेकिन हम देखेंगे. फिर हम यह भी देखेंगे कि मुझे वहां जाना पड़ेगा या नहीं.
यूक्रेन की रक्षा के लिए नहीं भेजे जाएंगे अमेरिकी सैनिक
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन अपने यूक्रेनी समकक्ष वलोदिमीर जेलेंस्की से मिलने को तैयार हैं, लेकिन इसके लिए एक ठोस एजेंडा होना चाहिए, जो अभी तैयार नहीं है. ट्रंप ने यह भी कहा कि वह इस शांति वार्ता में शामिल होना चाहेंगे, लेकिन वह चाहते हैं कि पहले दोनों नेता आपस में बात करें. उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि यह युद्ध जल्द खत्म हो, लेकिन अगर दोनों पक्षों ने कोशिश नहीं की, तो मैं कड़े कदम उठा सकता हूं.
बता दें कि हाल ही में ट्रंप ने कहा था कि रूस के खिलाफ यूक्रेन की रक्षा में मदद के लिए अमेरिकी सैनिकों को नहीं भेजा जाएगा. ट्रंप ने यह भी कहा था कि ‘NATO’ में शामिल होने और रूस से क्रीमिया प्रायद्वीप को पुनः प्राप्त करने की यूक्रेन की उम्मीदें पूरी होना ‘असंभव’ हैं. ‘व्हाइट हाउस’ में ट्रंप, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अन्य यूरोपीय नेताओं के बीच सोमवार को एक लंबी बैठक हुई थी. पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए ट्रंप ने तब जेलेंस्की द्वारा मांगी गई सुरक्षा गारंटी के तहत यूक्रेन की रक्षा के लिए यूरोपीय नेतृत्व वाले प्रयास में भाग लेने के लिए अमेरिकी सैनिकों को भेजने की संभावना से इनकार नहीं किया था.
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