Advertisement

गणतंत्र दिवस के ख़ास मौक़े पर दुनिया ने देखी भारत की ताकत, 22 लड़ाकू विमानों समेत कुल 40 विमानों ने किया फ्लाईपास्ट

गणतंत्र दिवस के मौक़े पर आज पूरी दुनिया ने राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ से भारत की सैन्य ताक़त को देखा। इस ख़ास मौक़े पर साहसिक फ्लाईपास्ट किया गया। इस साल गणतंत्र दिवस पर फ्लाईपास्ट में 22 लड़ाकू विमान, 11 परिवहन विमान और सात हेलीकॉप्टर समेत कुल 40 विमानों ने हिस्सा लिया।

26 Jan, 2025
( Updated: 27 Jan, 2025
03:43 PM )
गणतंत्र दिवस के ख़ास मौक़े पर  दुनिया ने देखी भारत की ताकत, 22 लड़ाकू विमानों समेत कुल 40 विमानों ने किया फ्लाईपास्ट
गणतंत्र दिवस के मौक़े पर आज पूरी दुनिया ने राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ से भारत की सैन्य ताक़त को देखा। इस ख़ास मौक़े पर साहसिक फ्लाईपास्ट किया गया। इस साल गणतंत्र दिवस पर फ्लाईपास्ट में 22 लड़ाकू विमान, 11 परिवहन विमान और सात हेलीकॉप्टर समेत कुल 40 विमानों ने हिस्सा लिया। लड़ाकू जहाजों की गगनभेदी आवाज और उनकी जांबाजी भरे करतबों से दर्शक बेहद उत्साहित नजर आए। इन विमानों में राफेल, सुखोई, जगुआर, डॉनियर, अपाचे हेलीकॉप्टर, सी 17, सी 295 आदि विमान शामिल थे। विमानों ने वायुसेना के 10 अलग-अलग ठिकानों से उड़ान भरी। 


फ्लाईपास्ट के दौरान पहला फॉर्मेशन ध्वज रहा

गणतंत्र दिवस समारोह में इन विमानों ने कुल 12 अलग-अलग फॉर्मेशन में उड़ान भरी। भारतीय वायुसेना के फ्लाईपास्ट के दौरान पहला फॉर्मेशन ध्वज रहा। इसके वायुसेना के विमानों और पायलटों ने समारोह स्थल पर अलग-अलग फॉर्मेशन पेश किए। अजय, सतलुज, कटार, बाज, रक्षक, अर्जन, वरुण, नेत्र और भीम फॉर्मेशन आसमान में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमानों द्वारा बनाए गए। भारतीय वायुसेना के 5 जगुआर विमानों ने एरो फॉर्मेशन बनाया। 6 राफेल लड़ाकू विमानों द्वारा वज्रंग फॉर्मेशन बनाया गया। सुखोई लड़ाकू विमान त्रिशूल फॉर्मेशन बनाते हुए आसमान में छा गए। अंत में राफेल लड़ाकू विमान वर्टिकल चार्ली के लिए आया। राफेल द्वारा किए गए बेहतरीन प्रदर्शन ने कर्तव्य पथ पर मौजूद लोगों को स्तब्ध कर दिया। 


सेना के सभी विंग ने दी सलामी 

वायुसेना के मुताबिक उनके सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू पायलटों ने इस फ्लाई पास्ट में भाग लिया। गणतंत्र दिवस परेड 'कर्तव्य पथ' पर ध्वजारोहण समारोह के बाद शुरू हुई, राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रपति ने सलामी ली। इस वर्ष भारतीय वायुसेना के मार्चिंग दस्ते में चार अधिकारी (एक टुकड़ी कमांडर और तीन अतिरिक्त अधिकारी) और 144 वायुसैनिक शामिल रहे। टुकड़ी कमांडर स्क्वाड्रन लीडर महेंद्र सिंह थे, जबकि फ्लाइट लेफ्टिनेंट दामिनी देशमुख, फ्लाइट लेफ्टिनेंट नेपो मोइरंगथेम, अभिनव घोष अतिरिक्त अधिकारी थे। 


वायुसेना की टुकड़ी ने 12 बाई 12 की संरचना में भारतीय वायुसेना बैंड द्वारा बजाई गई धुनों पर मार्च किया। राष्ट्रपति के मंच को पार करते समय बैंड ने ‘साउंड बैरियर' धुन बजाई। समारोह का समापन राष्ट्रगान से हुआ, इसके उपरांत तिरंगे रंगों वाले गुब्बारे हवा में छोड़े गए। इन गुब्बारों पर संविधान की पहचान लिखी गई थी। वहीं सिग्नल कोर का मोटरसाइकिल डिस्प्ले भी गणतंत्र दिवस समारोह का एक बहुत ही अहम हिस्सा रहा। यहां बुलेट मोटरसाइकिलों पर सिग्नल कोर के जांबाज जवानों ने कई करतब पेश किए। मोटरसाइकिल पर आए जवानों ने मोटरसाइकिल पर लगी सीढ़ी पर सवार होकर राष्ट्रपति को सलामी दी। मोटरसाइकिलों के एक संयुक्त समूह में 30 से अधिक जवान सवार थे। मोटरसाइकिल सवार जवानों ने दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी।

यह भी पढ़ें

Tags

Advertisement

टिप्पणियाँ 0

LIVE
Advertisement
Podcast video
'मुसलमान प्रधानमंत्री बनाने का प्लान, Yogi मारते-मारते भूत बना देंगे इनका’ ! Amit Jani
Advertisement
Advertisement
शॉर्ट्स
वेब स्टोरीज़
होम वीडियो खोजें