'ना दबाव में रहता हूं, ना दबाव में काम करता हूं...', इस्तीफे के बाद वायरल हो रहा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का यह वीडियो
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इस्तीफे की वजह अपने स्वास्थ्य को बताया है लेकिन राजनीतिक गलियारे में लोग इस्तीफे के पीछे कुछ और ही वजह मान रहे हैं. अब उनके इस्तीफे के बाद एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें धनखड़ कहते हुए सुने जा सकते हैं कि 'मैं किसी के दबाव में काम नहीं करता.'

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धनखड़ के इस्तीफे की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं, विपक्ष का कहना है कि धनखड़ दिनभर संसद में सक्रिय थे और अचानक इस्तीफा देना संदेह पैदा करता है. कुछ नेताओं ने इसे सरकार के दबाव से जोड़ा है.
"मुझसे कोई दबाव में काम नहीं कर सकता"
जगदीप धनखड़ ने 30 जून को अपने एक बयान में कहा था मुझसे कोई दबाव में काम नहीं कर सकता, यह बयान अशोक गहलोत के उस आरोप के जवाब में था, जिसमें उन्होंने कहा था कि संसद में विपक्ष को बोलने से रोका जा रहा है और यह पीठासीन अधिकारियों पर दबाव के कारण हो रहा है.
21 जुलाई की शाम उपराष्ट्रपति के एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट आता है, जिसमें लिखा जाता है, "स्वास्थ्य की प्राथमिकता और चिकित्सकीय परामर्श का पालन करते हुए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(क) के अंतर्गत भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा सौंप रहा हूँ. मैं भारत की महामहिम राष्ट्रपति के रूप में आपको, आपके निरंतर समर्थन और मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे मधुर एवं सहयोगपूर्ण संबंधों के लिए अपनी गहन कृतज्ञता प्रकट करता हूँ."
#WATCH | Delhi: Ministry of Home Affairs has conveyed resignation of Vice President of India Jagdeep Dhankhar under Article 67A of the Constitution with immediate effect pic.twitter.com/kUyzsyS2mU
— ANI (@ANI) July 22, 2025
वायरल वीडियो की क्या है सच्चाई?
द हिंदू में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह वीडियो 30 जून 2025 जयपुर का है. एक समारोह में उप-राष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा था, "मुझसे कोई दबाव में काम नहीं करा सकता. ना मैं दबाव में रहता हूं, ना किसी को दबाव देता हूं, ना किसी दबाव में काम करता हूं".
उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड का इस्तीफ़ा…..
कुछ समय पहले कहा था……
ना में दबाव में रहता हूँ…..
और ना दबाव में काम कर सकता हूँ…..!!! pic.twitter.com/Tb3CBWtj5Z— kapil bishnoi (@Kapil_Jyani_) July 21, 2025यह भी पढ़ें
यह बयान उन्होंने कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के उस दावे के जवाब में दिया था, जिसमें गहलोत ने कहा था कि संसद के पीठासीन अधिकारियों (राज्यसभा सभापति और लोकसभा स्पीकर) पर दबाव है, जिसके कारण विपक्ष को बोलने का मौका नहीं मिल रहा. धनखड़ ने अपने बयान में साफ किया कि ना तो वह किसी के दबाव में काम करते हैं और ना ही किसी पर दबाव डालते हैं. उन्होंने गहलोत को अपना पुराना दोस्त बताते हुए कहा कि उनकी चिंता बेकार है और वह बिना किसी दबाव के काम करते हैं.
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