मोहन भागवत ने लॉन्च किया ‘संघ गीत’ एल्बम, मातृभूमि को किया समर्पित, नितिन गडकरी-देवेंद्र फडणवीस भी हुए शामिल
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में ‘संघ गीत’ का एल्बम लॉन्च किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे.
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संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को संघ गीत एल्बम का शुभारंभ किया. नागपुर में हुए संघ गीत के उद्घाटन समारोह में भागवत ने इसे मात-भूमि के प्रति समर्पण की भावना से प्रेरित बताया.
उद्घाटन समारोह में भागवत ने क्या कहा?
मोहन भागवत ने उद्घाटन समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया. इस दौरान भागवत ने कहा, “एक व्यक्ति स्वयंसेवक के रूप में एक निजी गीत गाता है. जब एक सार्वजनिक सभा आयोजित की जाती है, समुदाय और स्वयंसेवकों का एक सामूहिक जमावड़ा, तो ऐसा माहौल बनता है जहाँ लोग स्वाभाविक रूप से भाषणों और बौद्धिक चर्चाओं को सुनने के लिए इच्छुक होते हैं. यह एक बेहतरीन अवसर बन जाता है, क्योंकि यह सीधे उनके दिलों को छू जाता है. ऐसे क्षणों में, किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं होती, संदेश उन तक गहराई से और तुरंत पहुँच जाता है.”
‘इस एल्बम में आरएसएस के गीतों का संग्रह है’
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आगे कहा, “संघ गीत मातृभूमि के प्रति समर्पण और जीवन की तपस्या की उपज है. ये गीत स्वयंसेवकों के जीवंत अनुभवों से निकलते हैं. इस एल्बम में आरएसएस के गीतों का संग्रह है.”
एल्बम में महादेवन द्वारा गाये गए कितने गीत शामिल?
संघ गीत एल्बम में जाने माने गायक और पद्मश्री से सम्मानित शंकर महादेवन द्वारा गाए गए 25 गीत शामिल हैं, जिनमें से दस का उन्होंने कार्यक्रम के दौरान लाइव प्रदर्शन किया. मोहन भागवत ने इसे लेकर कहा, “आरएसएस के पास हर भारतीय भाषा में गीत हैं, जिनकी कुल संख्या करीब-करीब 25 हजार से 30 हजार के बीच है. इन गीतों का सार समर्पण की भावना में निहित है और इनके रचनाकारों के नाम ढूंढ़ना अक्सर मुश्किल होता है.”
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इस अवसर पर बोलते हुए, गडकरी ने इसे ऐतिहासिक घटना बताते हुए कहा कि ये गीत राष्ट्र निर्माण, देशभक्ति और सामाजिक उत्तरदायित्व के विषयों को दर्शाते हैं.
महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस क्या बोले?
वहीं इस समारोह के दौरान फडणवीस ने कहा कि प्रत्येक संघ गीत अत्यंत प्रेरणादायक है और जीवन जीने के बारे में बहुमूल्य शिक्षा देता है.
कब आरएसएस के प्रमुख बने थे मोहन भागवत?
बताते चलें की आरएसएस की स्थापना 1925 में नागपुर में इसके प्रथम सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी. वहीं मोहन भागवत को 21 मार्च 2009 को आरएसएस के प्रमुख के रूप में चुना गया था. वो केबी हेडगेवार और एमएस गोलवलकर के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नेतृत्व करने वाले सबसे युवा नेताओं में से एक हैं.
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