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‘यही है मोदी मैजिक...', दुश्मन बने दोस्त, ग्लोबल लीडर्स बने पार्टनर, PM मोदी के कमाल का अमित शाह ने खोला राज

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ प्रोटोकॉल तक सीमित नहीं रहते, बल्कि वैश्विक नेताओं से व्यक्तिगत जुड़ाव बनाते हैं. पुतिन, नेतन्याहू और ट्रंप जैसे नेताओं से बने रिश्तों ने भारत को ऐसे फायदे दिए हैं जो पिछले 70 साल की कूटनीति से भी नहीं मिल पाए.

Narendra Modi/ Amit Shah (File Photo)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति और नेतृत्व शैली पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है. न्यूज18 को दिए खास इंटरव्यू में शाह ने कहा कि मोदी जी अंतरराष्ट्रीय संबंधों में केवल औपचारिकता तक सीमित नहीं रहते, बल्कि व्यक्तिगत जुड़ाव भी बनाते हैं और यही जुड़ाव भारत को अभूतपूर्व लाभ दिलाता है. शाह ने बताया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हों या अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंपहर बड़े नेता से मोदी जी के रिश्तों ने भारत को ऐतिहासिक फायदे पहुंचाए हैं. 

अमित शाह के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जैसे वैश्विक नेताओं से जो रिश्ते बनाए, वे सिर्फ प्रोटोकॉल तक सीमित नहीं रहे. बल्कि इन रिश्तों ने भारत को ऐसे फायदे दिए, जो पिछले सात दशकों की पारंपरिक डिप्लोमेसी से भी संभव नहीं हुए थे. शाह ने कहा कि इनमें से कई लाभ इतने ऐतिहासिक हैं कि वे सार्वजनिक रूप से नहीं बताए जा सकते.

कठिन दौर में PM मोदी ने किया संतुलित नेतृत्व

शाह ने इंटरव्यू में याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने कई मुश्किल दौर सफलता से पार किए. चाहे कोरोना महामारी का संकट रहा हो या पाकिस्तान पर किए गए जवाबी हमले, मोदी सरकार ने सुरक्षा और विकास दोनों मोर्चों पर संतुलन बनाए रखा. अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने एक ओर आतंकवाद को काबू में रखा, वहीं दूसरी ओर विकास की गति को थमने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यही संतुलनकारी नेतृत्व आने वाली पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा.

टफ टास्क मास्टर हैं PM मोदी: अमित शाह 

गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली को बेहद सख्त लेकिन न्यायसंगत बताया. उन्होंने कहा कि मोदी जी हमेशा से टफ टास्क मास्टर रहे हैं. चाहे मुख्यमंत्री के तौर पर हों या प्रधानमंत्री के रूप में, वे हर काम का हिसाब-किताब कठोरता से लेते हैं. शाह ने साफ कहा कि उनकी इस सख्ती से कई बार कार्यकर्ताओं और नेताओं को नाराजगी भी हुई है. लेकिन उन्होंने कभी किसी से व्यक्तिगत द्वेष नहीं रखा. डांटना हो या टोकना, मोदी जी हमेशा संगठन और सिद्धांतों की सुचिता के लिए ऐसा करते हैं. यही कारण है कि उनकी सख्ती को भी लोग सम्मान की नजर से देखते हैं.

PM मोदी में हैं आरएसएस के संस्कार 

अमित शाह ने बताया कि नरेंद्र मोदी के जीवन में आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के संस्कार गहराई से रचे-बसे हैं. उन्होंने कहा कि संघ के संपर्क में जो भी आता है, उसकी सोच पर निश्चित रूप से प्रभाव पड़ता है. शाह ने कहा कि मोदी जी के लिए देश सबसे पहले है, उसके बाद पार्टी और फिर पार्टी कार्यकर्ता. यही ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना मोदी जी की पहचान बन चुकी है. दशकों की अनुशासित जीवनशैली और संघ संस्कारों ने ही उन्हें ऐसा नेता बनाया है, जिसके लिए व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से ज्यादा राष्ट्रीय हित अहम है.

कार्यकर्ताओं से अनोखा रिश्ता

अमित शाह ने यह भी कहा कि मोदी जी और कार्यकर्ता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. उन्होंने लाखों कार्यकर्ताओं के जीवन में नई दिशा दी है. कई बार प्रेरणा भी दी और कई बार अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया. शाह ने कहा कि शायद ही कोई प्रधानमंत्री ऐसा होगा जो पार्टी की बैठक में मंच पर तीन दिनों तक लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर हर गतिविधि पर नज़र रखता हो. मोदी जी का यही जुड़ाव उन्हें सिर्फ एक प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शक भी बनाता है.

बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह के इस इंटरव्यू ने साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीति और कूटनीति सिर्फ औपचारिकता तक सीमित नहीं है. उनका व्यक्तिगत जुड़ाव, सख्त लेकिन न्यायसंगत कार्यशैली, आरएसएस से मिले संस्कार और कार्यकर्ताओं के साथ गहरा रिश्ता,यही वो विशेषताएं हैं जिन्होंने मोदी जी को एक अलग पहचान दी है. भारत के लिए यह नेतृत्व न सिर्फ वर्तमान में महत्वपूर्ण है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगा.

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