Advertisement

Maharashtra: फडणवीस सरकार की ऐतिहासिक घोषणा, गणेशोत्सव बना महाराष्ट्र का आधिकारिक राज्य महोत्सव

मंत्री शेलार ने कहा, "गणेशोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह महाराष्ट्र की सामूहिक विरासत और सामाजिक एकता का प्रतीक है. यह त्योहार छत्रपति शिवाजी महाराज और लोकमान्य तिलक की विरासत से जुड़ा हुआ है, जो जनजागरण का माध्यम बना."

महाराष्ट्र सरकार ने गणेशोत्सव को अब आधिकारिक रूप से राज्य महोत्सव घोषित कर दिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने इस ऐतिहासिक कदम की घोषणा करते हुए कहा कि यह निर्णय राज्य की सांस्कृतिक पहचान को सशक्त बनाने और उसकी समृद्ध परंपराओं को संरक्षित करने की दिशा में उठाया गया है.

गणेशोत्सव बना महाराष्ट्र का राज्य महोत्सव

इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा में सांस्कृतिक मामलों के मंत्री आशीष शेलार ने यह जानकारी दी थी कि गणेशोत्सव को राज्य महोत्सव का दर्जा दिया जाएगा. यह आश्वासन उन्होंने विधायक हेमंत रसाने द्वारा उठाए गए प्रश्न के उत्तर में दिया था.

गणेशोत्सव: महाराष्ट्र की सांस्कृतिक आत्मा

मंत्री शेलार ने कहा, "गणेशोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह महाराष्ट्र की सामूहिक विरासत और सामाजिक एकता का प्रतीक है. यह त्योहार छत्रपति शिवाजी महाराज और लोकमान्य तिलक की विरासत से जुड़ा हुआ है, जो जनजागरण का माध्यम बना."

उन्होंने आगे बताया कि महायुति सरकार ने सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा कर इस घोषणा को मूर्त रूप दिया है. यह कदम न केवल राज्य के सांस्कृतिक पुनरुत्थान की दिशा में है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ने का भी माध्यम बनेगा.

राज्य की संस्कृति को मिलेगा नया आयाम

राज्य सरकार ने स्पष्ट किया कि अब गणेशोत्सव को सरकारी मान्यता प्राप्त महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा, जिससे स्थानीय कलाकारों, सांस्कृतिक मंडलों और पारंपरिक आयोजनों को अधिक सहयोग और पहचान मिल सकेगी. यह निर्णय महाराष्ट्र की सामाजिक-सांस्कृतिक चेतना को और अधिक मजबूती देने वाला साबित होगा. साथ ही यह पर्यटन, लोककला और पारंपरिक हस्तशिल्प को भी बढ़ावा देगा.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

अधिक →