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6 रुपये में बदली मजदूर जसमेल सिंह की किस्मत, बना 1 करोड़ का मालिक, जानिए क्या है पूरा मामला

लॉटरी जीतने के बाद जसमेल ने अपने गांव में ढोल-नगाड़ों और लड्डू बांटकर खुशी मनाई. गांववाले उन्हें बधाइयाँ देने पहुंचे. जसमेल ने फिरोजपुर के जीरा में स्थित काली माता मंदिर में माथा टेककर धन्यवाद किया और मां से अपनी मुराद पूरी होने पर आभार जताया.

17 Jul, 2025
( Updated: 17 Jul, 2025
04:10 PM )
6 रुपये में बदली मजदूर जसमेल सिंह की किस्मत, बना 1 करोड़ का मालिक, जानिए क्या है पूरा मामला

किस्मत कब बदल जाए, कोई नहीं जानता और इसका ताजा उदाहरण हैं पंजाब के मोगा जिले के रहने वाले जसमेल सिंह, जिनकी जिंदगी ने महज 6 रुपये के लॉटरी टिकट से एक नया मोड़ ले लिया. ईंट भट्ठे पर सेल्समैन का काम करने वाले जसमेल सिंह को 1 करोड़ रुपये की लॉटरी लग गई है.

6 रुपये में बदली किस्मत

जसमेल ने फिरोजपुर के जीरा इलाके में एक दुकान से 6 रुपये का टिकट खरीदा था. कुछ घंटों बाद लॉटरी विक्रेता गुलशन कुमार शर्मा का फोन आया और उन्होंने बताया कि जसमेल की लॉटरी लग गई है. पहले तो उन्हें यकीन नहीं हुआ, लेकिन जब गुलशन ने उन्हें बुलाकर सारे कागजात और पुष्टि दिखाई, तो जसमेल की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

जसमेल सिंह पर था 30 लाख का कर्ज 

जसमेल सिंह ने बताया कि उनके ऊपर 30 लाख रुपये का कर्ज था, जिसे लेकर वह और उनकी पत्नी वीरपाल कौर लंबे समय से परेशान थे. जसमेल ने कहा,“मैंने लॉटरी कभी शौक से नहीं खरीदी थी, बल्कि अपनी किस्मत आजमाने के लिए लिया था. अब सबसे पहले मैं अपना सारा कर्ज चुकाऊंगा और अपने बच्चों का भविष्य बेहतर बनाऊंगा.”

जसमेल सिंह की पत्नी वीरपाल कौर ने भी इस मौके पर कहा कि यह उनके परिवार के लिए नई उम्मीद लेकर आया है. उन्होंने कहा कि “अब हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पाएंगे और उन्हें एक बेहतर जिंदगी दे सकेंगे.”

पूरे गांव में मनाया गया जश्न 

लॉटरी जीतने के बाद जसमेल ने अपने गांव में ढोल-नगाड़ों और लड्डू बांटकर खुशी मनाई. गांववाले उन्हें बधाइयाँ देने पहुंचे. जसमेल ने फिरोजपुर के जीरा में स्थित काली माता मंदिर में माथा टेककर धन्यवाद किया और मां से अपनी मुराद पूरी होने पर आभार जताया.

अब तक चार लोग बने करोड़पति

लॉटरी विक्रेता गुलशन कुमार शर्मा ने भी खुशी जताई. उन्होंने बताया कि फिरोजपुर जिले में अब तक चार लोग करोड़पति बन चुके हैं, लेकिन जसमेल की कहानी सबसे खास है, क्योंकि वह जरूरतमंद था और उसकी जीत से पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई है.

जसमेल सिंह की यह कहानी हमें सिखाती है कि चाहे हालात कितने भी मुश्किल हों, मेहनत और उम्मीद कभी हार नहीं मानती. कभी-कभी किस्मत भी अपना दरवाजा खोल देती है  बस, उस मौके को पहचानना होता है.

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