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Kadak Baat : योगी ने दे दिया Modi-Shah को झटका, विधानसभा के विपक्ष को भी कर दिया ढ़ेर

सीएम योगी विधानसभा में धाकड़ तरीके से विरोधियों को जवाब दे रहे हैं. इसी कड़ी में सीएम योगी ने एक तीर से दे निशानों लगाए हैं.

Kadak Baat : लोकसभा चुनाव में यूपी से सीटें क्या कम हुई, दिल्ली में बैठे आलाकमान ने योगी को आंख दिखाना शुरू कर दिया है। दिल्ली तो दिल्ली खुद यूपी में बैठे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी योगी आदित्यनाथ को हटाने के पीछे पड़ गए। अपने साथ सहयोगियों को भी मिला रहा संजय निषाद से लेकर राजभर, अनुप्रिया पटेल तक ने योगी की बुलडोजर नीति, भ्रष्टाचार को हार का जिम्मेदार बता दिया। पूरी तरह घेरने की कोशिश की लेकिन योगी भी तो योगी है। वो अच्छे से जानते है कैसे विरोधियों का मुंह बंद करना है। इसी का नतीजा है कि सीएम योगी विधानसभा में खड़े होकर एक तीर से कई शिकार कर रहे हैं। योगी के तीर विपक्ष को तो ढेर कर ही रहे हैं। साथ ही उनके खिलाफ माहौल बनाने वालों को भी चुभ रहे हैं ये हम नहीं बल्कि विधानसभा में सीएम योगी का आक्रामक अंदाज कह रहा है।

अखिलेश के साथ मोदी-शाह को अल्टीमेटम?

सीएम योगी ने विधानसभा ने खड़े होकर साफ साफ कहा वो यहां नौकरी करने नहीं आए हैं। जो भी यहां अराजकता का माहौल बनाएगा ,उसको अंजाम भुगतना पड़ेगा। इसी के साथ सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोगों को बुलडोजर से डर लगता है। लेकिन कानून तोड़ने पर बुलडोजर चलेगा ही अब ध्यान देने वाली बात तो ये है कि बीजेपी के सहयोगी और योगी कैबिनेट में मंत्री सजय निषाद ने हालही में योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन पर आपत्ति जताई थी। बुलडोजर को हार का कारण तक बता दिया था। तो ऐसे में सीएम योगी ने विधानसभा में खड़े होकर बुलडोजर कार्रवाई की बात कहकर सपा को तो ढेर किया ही। लेकिन उनका निशाना संजय निषाद जैसे नेताओं पर भी था। यानी एक तीर से दो शिकार,  इसी के साथ सीएम योगी ने गोमतीनगर की घटना का जिक्र किया और दो नामों को लेते हुए ये दिखा दिया कि आज भी वो उसी आक्रमक पिच पर खेलते हैं। जिसने उन्हें दोबारा सत्ता में वापसी का मौका दिया।

तो सीएम योगी का ये रवैया दिखाता है कि भले की बीजेपी को लोकसभा चुनाव में नुकसान हो गया। लेकिन वो अपने पुराने आक्रामक अंदाज से ही सपा को काउंटर करेंगे और इसी अंदाज से सीएम योगी उपचुनाव में उतरे हैं। इसी के साथ सीएम योगी ने जिस तरीके से ये बात ऊंचे अंदाज में कही कि वो यहां नौकरी करने नहीं आए हैं। ये अंदाज बता रहा है कि वो उन लोगों को मैसेज देने की कोशिश में लगे हैं। जो उन्हें पद  से हटाने की साजिश रच रहे थे, खासकर केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, भूपेंद्र चौधरी संजय निषाद जैसे नेताओं को योगी ने साफ कर दिया है। वो अपने तरीके से काम करेंगे टांग अड़ाने वाले लोगों को सबक सिखाने में वक्त नहीं लगाएंगे। 

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