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'कतई नहीं झुकेगा भारत...अमेरिका से ट्रेड डील और ट्रंप की धमकियों पर पीयूष गोयल का बड़ा बयान, कहा-चुनौती को अवसर में तब्दील करना हमारी ताकत

दुनिया के कई देशों से ट्रेड डील की अगुवाई कर रहे वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर और अपने मनपसंद डील की कोशिश कर रहे डोनाल्ड ट्रंप को दो टूक जवाब दिया है. उन्होंने साफ़ कर दिया है कि भारत अब किसी के दबाव में नहीं आएगा, चुनौती को अवसर में तब्दील करना हमारी ताकत रही है. उन्होंने कई देशों के साथ व्यापार समझौते, यूएस के साथ विवाद पर भी विस्तार से बात की.

Image: Piyush Goyal (File Photo)

दुनियाभर में इन दिनों टैरिफ को लेकर बड़ा बवाल मचा हुआ है, द्विपक्षीय या बहुपक्षीय व्यापार में ट्रेड शुल्क को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. यूक्रेन युद्ध के बीच रूस से तेल और हथियार खरीदने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25+25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है.

वहीं दूसरी तरफ़ भारत सरकार की तरफ़ से अमेरिका, ईयू और ब्रिटेन सहित दुनिया के कई देशों से ट्रेड डील की अगुवाई कर रहे वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने एक निजी चैनल के एक समिट कार्यक्रम में दो टूक अंदाज़ में साफ़ कहा कि 21वीं सदी में भारत का ज़ोर आत्मनिर्भरता पर है, और अब वो किसी के दबाव में नहीं आएगा.

उन्होंने साफ़ कहा कि ग्लोबलाइज़ेशन यानी कि वैश्वीकरण का अंत नहीं हुआ है. भारत सहित दुनिया के कई देश आज अपने व्यापारिक संबंधों और भागीदारों की नए सिरे से समीक्षा कर रहे हैं. इसी का परिणाम है कि भारत आज एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बन चुका है. इसी कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में प्रति वर्ष 6.5 प्रतिशत की दर से प्रगति कर रही है. 

मुक्त व्यापार समझौता के जरिए भारत में आएगा 100 अरब डॉलर का निवेश

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस दौरान FTA और टैरिफ़ वॉर पर भी बात की. उन्होंने कहा है कि भारत अब केवल टैरिफ में छूट के पीछे नहीं भाग रहा, बल्कि उसका ध्यान अब निवेश और रोजगार के अवसरों पर केंद्रित है.

यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के देशों के साथ चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भारत चार ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन चुका है और विश्व की सबसे तेजी से प्रगति कर रही अर्थव्यवस्था है.

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जहां कई देशों की आबादी वृद्ध हो रही है, वहीं भारत में युवाओं की संख्या सर्वाधिक है, जो इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए और अधिक सक्षम बनाता है.

पीयूष गोयल ने बताया कि ईएफटीए के देश भारत में लगभग 100 अरब डॉलर का निवेश करने जा रहे हैं, जिससे देश में प्रत्यक्ष रूप से 10 लाख नौकरियां और परोक्ष रूप से 50 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे. यह ऐतिहासिक समझौता 1 अक्टूबर से लागू होगा.

आने वाले दिनों में किन देशों के साथ होंगे FTA समझौते

उन्होंने आगे बताया कि भारत निकट भविष्य में यूएई, मॉरीशस, ऑस्ट्रेलिया, यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय संघ, चिली, पेरू, न्यूजीलैंड और अमेरिका सहित कई देशों के साथ व्यापार समझौतों की दिशा में अग्रसर है. गोयल ने यह भी कहा कि वर्तमान भारत पहले से कहीं अधिक सशक्त, आत्मनिर्भर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व मंच पर सम्मान प्राप्त कर रहा है.

आपदा को अवसर में तब्दील करने में माहिर भारत

टैरिफ को लेकर चल रही गुत्थम-गुत्थी के बीच पीयूष गोयल ने कहा कि भारत ने हमेशा वैश्विक व्यापार की चुनौतियों को अवसरों में परिवर्तित किया है.

गोयल के इसी बयान पर बात करते हुए आपको बता दें कि भारत की ये हमेशा से ताक़त रही है कि वो अपने सामने आने वाली चुनौतियों को अवसर में तब्दील किया है. 1960-70 के दशक में जब भारत खाद्यान्न संकट, गेंहू और कृषि संकट से जूझ रहा था, अमेरिका जैसे संपन्न देश इसे बार्गेनिंग टूल के लिए इसे इस्तेमाल करते थे. यहां तक कि कई बार भारत की बांह मरोड़ने की कोशिश भी की थी. इसने भारत को सोचने पर मजबूर कर दिया था और उसके बाद कैसे हरित क्रांति के ज़रिए खाद्यान्न के क्षेत्र में निर्भरता हासिल की गई और एक आयातक देश कैसे निर्यातक देश बन गया ये सब जानते हैं.

1992 में LPG ने बदल दी भारत की छवि

1990 तक आते-आते भारत की अर्थव्यवस्था लगभग कंगाली के कगार पर पहुँच गई थी, रिजर्व में ट्रेड के लिए डॉलर तक नहीं बचे थे, IMF-वर्ल्ड बैंक के पास सोना को गिरवी रखने की नौबत आ गई थी. IMF के दबाव में ही सही भारत ने अपनी इकोनॉमी को दुनिया के लिए खोला, व्यापर नीति बदली, सोच बदली और आज दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है भारत.

शायद गोयल यही कहना चाह रहे हैं. अमेरिका द्वारा भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाने की स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, "भारत एक ऐसा देश है जो सदियों से परिवर्तनों को झेलता आया है और आज वह आत्मनिर्भर राष्ट्र बन चुका है."

किन देशों के साथ व्यापारिक समझौते कर सकता है भारत?

अमेरिका के साथ अब तक कोई व्यापारिक समझौता नहीं हो पाया है, लेकिन गोयल ने बताया कि ओमान और यूरोपीय यूनियन के साथ चर्चा अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. इसके अलावा भारत चिली, पेरू और न्यूजीलैंड जैसे देशों के साथ भी मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर कार्य कर रहा है.

उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अमेरिका के साथ टैरिफ पर बातचीत के लिए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल अगस्त के मध्य में भारत का दौरा करेगा, और भारत इस चर्चा को रचनात्मक दिशा में ले जाने के लिए तैयार है.

भारत हर झंझावतों को झेलने में सफल होगा

पीयूष गोयल ने यह भी कहा कि भारत उन विकसित देशों के साथ साझेदारी चाहता है जिनसे सहयोग मिले, न कि खतरा. उन्होंने विश्वास जताया कि भारत हर परीक्षा में सफल रहेगा और आने वाली हर चुनौती को अवसर में बदल देगा.

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