भारत बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा 'AI' हब, 5 अरब डॉलर के निवेश की बनी योजना, गूगल सीईओ ने पीएम मोदी से की बात
मंगलवार को गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने प्रधानमंत्री मोदी से बात की. उन्होंने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में दुनिया के सबसे बड़े 'AI' सेंटर को स्थापित करने की बात कही. पिचाई ने अमेरिकी तकनीकी दिग्गज कंपनी की योजनाओं को भी पीएम मोदी से साझा किया है.
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दुनिया की सबसे दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने भारत में बड़े निवेश की तैयारी की है. खबरों के मुताबिक, भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 'AI' का सबसे बड़ा हब बनने जा रहा है. मंगलवार को गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि 'गूगल भारत में 1.33 लाख करोड़ रुपए यानी 15 अरब डॉलर का निवेश करेगी. बता दें कि पिचाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बड़े निवेश और प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा की है.
भारत बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा 'AI' हब
मंगलवार को गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने प्रधानमंत्री मोदी से बात की. उन्होंने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में दुनिया के सबसे बड़े 'AI' सेंटर को स्थापित करने की बात कही. पिचाई ने अमेरिकी तकनीकी दिग्गज की योजनाओं को भी पीएम मोदी से साझा किया.
विशाखापट्टनम में बनेगा 'AI' का सबसे विशाल डेटा सेंटर
गूगल ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में अमेरिका से बाहर अपने सबसे बड़े 'AI' हब सेंटर को स्थापित करने की तैयारी की है. कंपनी के प्लान के मुताबिक, भारत में अगले 5 वर्षों के अंदर 15 अरब डॉलर निवेश करने की योजना है.
गूगल सीईओ ने X पर साझा की जानकारी
पीएम मोदी से बातचीत का हवाला देते हुए गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने X पर जानकारी साझा करते हुए कंपनी के इस कदम को ऐतिहासिक बताया. भारतीय मूल के सीईओ ने कहा कि 'यह हब गीगावाट- स्तरीय कंप्यूटिंग क्षमता, एक नया अंतर्राष्ट्रीय सब-सी गेटवे और बड़े पैमाने पर ऊर्जा अवसंरचना को एक साथ लाएगा. इसके माध्यम से हम अपने उद्योग-अग्रणी तकनीक को भारत में उद्यमों और उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाएंगे. AI नवाचार को गति देंगे और देश भर में विकास को गति देंगे.'
गूगल क्लाउड के सीईओ ने दी विस्तृत जानकारी
गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन ने भी इस योजना पर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 'नया 'AI' हब, 'AI' इन्फ्रास्ट्रक्चर, नई डेटा सेंटर क्षमता, बड़े ऊर्जा स्रोतों और ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क के विस्तार को एकीकृत करेगा, जो भारत की तकनीकी प्रगति को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा.'
'डिजिटल इंडिया' मिशन के लिए भी महत्वपूर्ण
बता दें कि यह योजना भारत के 'डिजिटल इंडिया' मिशन के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी, क्योंकि इससे देश में टेक्नोलॉजी और डेटा सेक्टर को एक नया आयाम मिलेगा. गूगल का यह कदम भारतीय स्टार्टअप्स और तकनीकी कंपनियों के लिए भी नए अवसर खोलेगा, जो 'AI' और क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. देखा जाए, तो गूगल का 15 अरब डॉलर का निवेश भारत के डिजिटल और तकनीकी विकास के लिए एक बड़ा उपहार है. यह कदम न केवल भारत को 'AI' तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि वैश्विक टेक्नोलॉजी उद्योग में देश की स्थिति को भी सशक्त करेगा.
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