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झारखंड को लेकर आया IMD का अलर्ट, राज्य में अगले दो दिन भारी बारिश का पूर्वानुमान, निचले इलाकों में मंडराया बाढ़ का खतरा

पूर्वी राज्यों में फिलहाल बारिश थमने के कोई संकेत नहीं हैं. क्या झारखंड अगले 48 घंटों में बाढ़ की चपेट में आएगा या बारिश धीरे-धीरे थमेगी? यही सवाल सबको परेशान कर रहा है.

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने झारखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. विभाग का कहना है कि 23 से 25 अगस्त तक राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान कुछ जिलों में वज्रपात और तेज हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है. 
 
24 अगस्त की सुबह 11:30 बजे से अगले 24 घंटे के लिए कुछ जिलों में मध्यम स्तर की फ्लैश फ्लड (अकस्मात बाढ़) की चेतावनी जारी की गई है, जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है, उनमें बोकारो, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, रामगढ़, रांची, सरायकेला, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं.
 
किन जिलों में सबसे ज्यादा असर होगा?
 
रिपोर्ट्स के मुताबिक, झारखंड के लगभग सभी हिस्सों में बारिश होगी, लेकिन कुछ जिलों में हालात गंभीर हो सकते हैं. इनमें शामिल हैं: रांची, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, हजारीबाग , गुमला, दुमका, गढ़वा, पलामू, और चतरा, इन जिलों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है.
 
नदियों और जलाशयों का क्या हाल है?
 
झारखंड की कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है.
  • स्वर्णरेखा नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है.
  • दामोदर नदी और उसकी सहायक नदियों में पानी का स्तर लगातार ऊपर जा रहा है.
  • बराकर नदी के आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बन रहा है.
राज्य के कई डैम और जलाशयों में भी पानी का स्तर बढ़ने लगा है, जिससे आसपास के गांवों में अलर्ट जारी किया गया है.
 
क्या प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है?
 
हाँ. राज्य प्रशासन और मौसम विभाग ने मिलकर लोगों के लिए निर्देश जारी किए हैं:
  • बारिश के दौरान नदियों, नालों और पुलों के आसपास न जाएं.
  • बिजली गिरने के दौरान खुले मैदान और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें.
  • ट्रैफिक और जलभराव से बचने के लिए आवश्यक यात्रा ही करें.
  • आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन और हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें.
ग्रामीण इलाकों में क्या असर होगा?
  • किसानों को बारिश से धान की फसल को फायदा मिलेगा, लेकिन बाढ़ और जलभराव से नुकसान भी हो सकता है.
  • गांवों के निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करना पड़ सकता है.
  • पशुओं के चारे और आश्रय की समस्या भी सामने आ सकती है.
शहरी इलाकों में क्या स्थिति बन सकती है?
  • रांची और धनबाद जैसे बड़े शहरों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ सकती है.
  • बारिश से बिजली सप्लाई और इंटरनेट सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं.
  • कई जगहों पर सड़कें टूटने और गड्ढे भरने से दुर्घटनाओं का खतरा भी है.
मौसम का आगे का हाल क्या है?
 
IMD के मुताबिक, झारखंड में बारिश का यह सिलसिला अभी कुछ दिनों तक जारी रह सकता है. हालांकि 26 अगस्त से बारिश की तीव्रता कम होने की संभावना है. झारखंड में 25 अगस्त तक भारी बारिश और बाढ़ का खतरा बना रहेगा. प्रशासन अलर्ट पर है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
 
 

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