'मैं उन सबको टुकड़ों में दफ़ना दूंगा...', जानें कौन है Gen Z प्रदर्शन के बीच लोकप्रिय बनकर उभरे बालेन शाह? नेपाल का PM बनाने की हो रही मांग
नेपाल के युवा सड़कों पर हैं, Gen Z मौजूदा सरकार और पीएम केपी ओली के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री केपी ओली अपने 9 मंत्रियों के साथ इस्तीफा दे चुके हैं. इन सब के बीच बालेन शाह उर्फ बालेन्द्र शाह नाम का एक शख्स इस आंदोलन का चेहरा बना हुआ है. पूरे नेपाल के इस बड़े आंदोलन को इस शख्स ने हाईजैक कर रखा है.
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नेपाल इन दिनों एक बार फिर से भारी उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है. वहां के लाखों छात्र और युवा सड़कों पर हैं. संसद भवन को घेर लिया गया है. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली इस्तीफे के बाद देश छोड़ने की तैयारी में हैं. नेपाल में इसे Gen Z आंदोलन नाम दिया गया है.
कौन है बालेन शाह, पीएम बनाने की हो रही मांग
नेपाल में पूरे घटना क्रम के केंद्र में एक नाम उभर कर सामने आया है, वो हैं बालेंद्र शाह, जिन्हें लोग बालेन शाह भी कहते हैं. बालेंद्र शाह काठमांडू के मेयर हैं. बालेन नेपाल में रैपर होने की वजह से युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं. यही वजह है कि वो किसी भी अन्य मेयर से अलग हैं और जहां ज्यादातर मेयर अपनी नगरपालिकाओं से आगे शायद ही कभी ध्यान दे पाते हैं. वही यह शख्स नेपाल के इस बड़े आंदोलन के केंद्र में आ खड़ा हुआ है.
All eyes on the mayor of Kathmandu, Balendra Shah who supported the student protests. A former rapper turned politician, he came into prominence in 2022 with 'Balen effect' on social media. He met with the US ambassador in Feb 2024. pic.twitter.com/IaJiNGWt4s
— Smita Prakash (@smitaprakash) September 9, 2025
नेपाल न्यूज के अनुसार, बालेन के कद और प्रभाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टाइम मैगजीन ने उन्हें 2023 की अपनी शीर्ष 100 शख्सियतों की सूची में शामिल किया था. द न्यू यॉर्क टाइम्स जैसे विश्व-प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने भी उन्हें कवर किया है.
Gen Z आंदोलन को बालेन ने किया हाईजैक
युवाओं के बीच बालेन शाह के बड़े पैमाने पर फॉलोअर्स हैं. अक्सर सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट राष्ट्रीय स्तर पर बहस छेड़ देते हैं और तेजी से ट्रेंड करने लगते हैं. उनकी जीवन शैली, रहन-सहन, स्टाइल सबकुछ वहां के युवाओं के लिए एक रोल मॉडल की तरह है. यही वजह है कि इस बड़े आंदोलन को बालेन ने बड़ी आसानी से अपना समर्थन देकर हाईजैक कर लिया.
बालेन शाह जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक सिविल इंजीनियर के तौर पर की. फिर उन्होंने रैपर के रूप में अपनी किस्मत आजमाई. इसके बाद उन्होंने राजनीति में आने का फैसला किया और काठमांडू के मेयर पद के लिए चुनाव लड़ा और जीत भी गए. राजनीति में उनका अप्रत्याशित उछाल, युवाओं के बीच लोकप्रियता और पारंपरिक राजनीतिक दलों से नेपाली युवाओं का बढ़ते मोहभंग ने बालेन को नायक बना दिया.
भारतीय फिल्म ना चलने देने की दी थी धमकी
2023 में एक रामायण की कहानी से प्रेरित 'आदिपुरुष' नाम की एक फिल्म आई थी. उस वक्त काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने इस फिल्म के कुछ डायलॉग पर आपत्ति जताई थी और उसे फिल्म से हटाने की मांग की थी. ऐसा नहीं करने के एवज में उन्होंने चेतावनी दी थी कि नेपाल और काठमांडू में कोई भी भारतीय फिल्म नहीं चलने देंगे.
बालेन ने इस पूरे आंदोलन को अपना समर्थन दे रखा है. ऐसे में उसे अपने हीरो के तौर पर युवाओं ने पेश किया. काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर बालेन्द्र शाह ने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के हालिया फैसले के खिलाफ सोमवार को जेन-जेड के नेतृत्व वाली रैली के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया था. फेसबुक पोस्ट में शाह ने कहा कि हालांकि आयोजकों द्वारा निर्धारित आयु सीमा के कारण वे इसमें भाग नहीं ले सकते हैं, जिन्होंने जेन-जेड की आयु 28 वर्ष से कम निर्धारित की है फिर भी वे उनकी आवाज सुनना महत्वपूर्ण समझते हैं.
शाह ने लिखा - यह रैली स्पष्ट रूप से जनरल जी का एक स्वतःस्फूर्त आंदोलन है, जिनके लिए मैं भी बूढ़ा लग सकता हूं. मैं उनकी आकांक्षाओं, उद्देश्यों और सोच को समझना चाहता हूं. राजनीतिक दलों, नेताओं, कार्यकर्ताओं, सांसदों और प्रचारकों को इस रैली का अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए. शाह ने जोर देकर कहा कि हालांकि वह इसमें शामिल नहीं होंगे, लेकिन उनका पूर्ण समर्थन प्रदर्शनकारियों के साथ है.
सोशल मीडिया नियंत्रित करने की कोशिश, हिंसा में अबतक 20 की मौत,
नेपाल में राजनेताओं के बच्चों की असाधारण जीवनशैली के खिलाफ सोशल मीडिया पर #Nepokid ट्रेंड करने लगा. सरकार ने इंटरनेट और सोशल मीडिया को नियंत्रित करने की कोशिश की. इसके बाद जेन जेड ने देशभर में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस पर सरकार की कठोर प्रतिक्रिया सामने आई. पुलिस कार्रवाई में देशभर में 20 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए. अकेले काठमांडू में 18 प्रदर्शनकारियों की जान गई है.
नेपाली युवा बालेन की तुलना वहां के प्रधानमंत्री और शीर्ष राजनीतिक हस्तियों से कर रहे हैं. इसके साथ ही मेयर के पद से इस्तीफा देकर उन्हें देश की कमान संभालने का आग्रह कर रहे हैं.
नेपाल के माय रिपब्लिक नागरिक नेटवर्क की रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया, विशेषकर फेसबुक पर काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर बालेंद्र शाह (बालेन) से मेयर पद से इस्तीफा देने और राष्ट्रीय नेतृत्व संभालने का आग्रह करने वाले पोस्टों की बाढ़ आ गई है. नेपाली युवा उनसे एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने और देश का नेतृत्व करने का आह्वान कर रहे हैं. उनका तर्क है कि तीनों पारंपरिक प्रमुख दलों के नेता अपना काम करने में विफल रहे हैं और बालेन को नई दिशा देने के लिए आगे आना चाहिए.
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28 फरवरी, 2024 को इसी तरह जब काठमांडू मेट्रोपोलिटन के कर्मियों को वेतन नहीं मिला था, तब बालेन ने फेसबुक पर एक तीखी चेतावनी दी थी. उसने लिखा था - मुझे नहीं पता कि कौन विरोध करेगा. अगर हमारे कर्मचारियों को अगले हफ्ते तक वेतन नहीं मिला, तो मैं उन सबको टुकड़ों में दफ़ना दूंगा. हम तुम्हारे सिस्टम से बाद में निपट लेंगे.
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