'I am proud of you…’, नेवी ऑफिसर पति के ताबूत से लिपटकर रो पड़ी पत्नी, भावुक कर देगा VIDEO
नेवी ऑफिसर विनय नरवाल की शहादत के बाद उनकी पत्नी ने भावुकता से ताबूत से लिपटकर कहा, "हमें आप पर हमेशा गर्व रहेगा…" इस दिल दहला देने वाले पल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जो हर किसी की आंखों को नम कर रहा है.
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक और वीर भारतीय बेटे को हमसे छीन लिया. ये सिर्फ एक शहीद की कहानी नहीं है, बल्कि एक पत्नी के टूटे दिल की भी है, जिसने शादी के महज छह दिन बाद अपने पति के साथ हनीमून का सपना देखा था,लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.
पत्नी का गर्व और असहनीय दर्द
दिल्ली एयरपोर्ट पर जब शहीद विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने उन्हें अंतिम विदाई दी, तो वह फफक-फफक कर रो पड़ीं. जब वो अपने पति विनय नरवाल के पास आईं, तो हिमानी ने न केवल एक वीर सैनिक के रूप में, बल्कि एक पत्नी के तौर पर भी अपना दिल खोला. वो अपने शहीद पति के शव से लिपटते हुए कह रही थीं, "I am proud of you..." इन शब्दों में उनके दिल का दर्द और गर्व दोनों था.
हिमानी अपने पति के शव से लिपट कर कह रही थीं, "हमें हर दिन उन पर गर्व होना चाहिए" उनकी आंखों में आंसू थे, लेकिन उनके शब्दों में ताकत थी. वो जानती थीं कि उनका पति एक नायक था, और उनका बलिदान कभी नहीं भुलाया जाएगा.
शादी के बाद की खुशियां दर्द में बदलीं
बता दें विनय और हिमानी की शादी 16 अप्रैल को हुई थी, और दोनों हनीमून के लिए कश्मीर गए थे. ये उनका नया जीवन शुरू करने का एक प्यारा मौका था, लेकिन किसे पता था कि ये सफर उनके जीवन के सबसे दुखभरे पल में बदल जाएगी. विनय ने देश की सेवा करते हुए अपनी जान दी, और उनकी पत्नी ने उनका सिर गर्व से ऊंचा किया.
परिवार में शोक, दिलों में गर्व
विनय का परिवार आज गहरे शोक में डूबा हुआ है. वो अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. जिनकी शादी की खुशी अब ग़म में बदल चुकी है. उसकी पत्नी और परिवार के सदस्य जानते हैं कि विनय का बलिदान देश के लिए था, और वो हमेशा उसे गर्व के साथ याद करेंगे.
देशभर में गुस्से की लहर
बता दें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई है. इस हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा फैल गया है, और लोग आतंकवादियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं.
हमले के गवाहों ने बताया कि आतंकवादी पहले लोगों से उनका नाम और धर्म पूछ रहे थे, फिर बिना किसी संकोच के उन्हें गोली मार रहे थे. इस हमले में ज्यादातर पुरुषों को निशाना बनाया गया. ये घटना देश के लिए एक बड़ा धक्का है और लोगों में आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवाज़ तेज हो गई है.
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