योगी सरकार के कदमों से खुशहाल हुए अन्नदाता, कृषि चौपाल में गूंजा किसानों का विश्वास
विकसित कृषि संकल्प अभियान के जरिए मुख्यमंत्री, केंद्र-राज्य सरकार के मंत्री तथा जनप्रतिनिधियों ने किसानों से संवाद किया. 15 दिनों में प्रदेश के 14,170 गांवों में हुए कार्यक्रमों में 23 लाख से अधिक किसानों ने भाग लिया.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अन्नदाता किसानों के जीवन में खुशहाली लाई है. किसान अब आत्महत्या नहीं करते, बल्कि खुशहाली का जीवन व्यतीत कर परिवार की तरक्की और उत्तर प्रदेश की समृद्धि में योगदान दे रहे हैं. किसानों को फसल का उचित दाम मिल रहा है. उन्हें किसान सम्मान निधि, पीएम कुसुम योजना, एमएसपी के साथ-साथ हर जनपद में समान रूप से बिजली, सड़क और पानी की सुविधाएं मिल रही हैं. इससे खेती करने और फसल को बाजार तक पहुंचाने में आसानी हो रही है. यहियापुर गांव में बुधवार को लगी कृषि चौपाल में उपस्थित 500 से अधिक किसानों ने ये विचार रखे. सभी ने साढ़े आठ वर्ष में सरकार के सकारात्मक कदमों के कारण किसानों के जीवन में आए बदलाव का भी जिक्र किया.
विकसित कृषि संकल्प अभियान बना कारगर, किसानों से हुआ सीधा संवाद
विकसित कृषि संकल्प अभियान के जरिए मुख्यमंत्री, केंद्र-राज्य सरकार के मंत्री तथा जनप्रतिनिधियों ने किसानों से संवाद किया. 15 दिनों में प्रदेश के 14,170 गांवों में हुए कार्यक्रमों में 23 लाख से अधिक किसानों ने भाग लिया. किसान बिराम सिंह ने कहा कि मेरे साथ-साथ कई किसान इस अभियान में शामिल हुए. यहां हमें सॉयल कार्ड, भूमि सुधार, सिंचाई क्षमता आदि से लेकर खेती-बाड़ी में सुधार से जुड़ी नई जानकारियां मिलीं. इसके बाद हमने विशेषज्ञों व अधिकारियों से संपर्क कर अपनी खेती में और सुधार किया.
तिलहन-दलहन में आत्मनिर्भरता के लिए निःशुल्क मिनीकिट वितरण
किसान अमरीश वालिया ने बताया कि सरकार कृषि विभाग के माध्यम से तिलहन-दलहन के क्षेत्र में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निःशुल्क मिनीकिट वितरित कर रही है. गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, तोरिया, राई-सरसों और अलसी फसलों के लिए अनुदान पर बीज भी उपलब्ध कराए जाते हैं. इससे एक ओर हमें आसानी से बीज मिलते हैं, तो दूसरी ओर उत्पादकता बढ़ाने और विषमुक्त खेती की दिशा में कदम बढ़ाने में मदद मिलती है.
अनुदान पर मिल रहे कृषि यंत्र, खेती में सहायक
किसान गंगाशरण ने कहा कि खेती में सहायता के लिए कृषि यंत्रों की आवश्यकता पड़ती है. कृषि विभाग अनुदान पर किसानों को विभिन्न यंत्र उपलब्ध कराता है. योगी सरकार की पहल से 5,000 से अधिक कृषि यंत्र बैंक भी स्थापित किए गए हैं, जिससे हजारों-लाखों किसान लाभान्वित हो रहे हैं. जनपदों में निष्पक्ष प्रक्रिया के तहत ई-लॉटरी के माध्यम से किसानों को अनुदान पर कृषि यंत्र दिए जाते हैं.
किसान पाठशाला से मिल रही नवीन जानकारी
किसान वेदपाल ने किसान पाठशाला की सकारात्मकता का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके जरिए खेती के साथ-साथ किसानों की तकनीकी क्षमता भी विकसित की जा रही है. किसान नवीनतम तकनीकों को सीखकर उत्पादन और उत्पादकता बढ़ा रहे हैं. कृषि विशेषज्ञों से संवाद कर समस्याओं का समाधान पा रहे हैं. साथ ही कृषि विभाग की संचालित योजनाओं की जानकारी भी मिल रही है.
गन्ना मूल्य में 30 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि बनी वरदान
किसान कंवर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली से पहले 30 रुपये प्रति कुंतल की बढ़ोतरी कर गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा दिया. पेराई सत्र 2025-26 में अगेती प्रजाति का मूल्य 370 से बढ़ाकर 400 रुपये और सामान्य प्रजाति का 360 से बढ़ाकर 390 रुपये प्रति कुंतल किया गया है. इससे गन्ना किसानों को लगभग 3,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान हो रहा है. यह किसानों के सम्मान की मिसाल है.
कृषि चौपाल में सुनील प्रधान, कंवरपाल सिंह, मोहम्मद फ़सीह, निर्दोष त्यागी, मनोज चौधरी, नूर मोहम्मद, शिवेश कुमार, कंवर सिंह, सुभाष राठी, शेर सिंह, जगमेर सैनी, पद्म सिंह, देवेंद्र कुमार, हरपाल, जयप्रकाश और नरेश पाल सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे.
बृहस्पतिवार को दाहोद गांव में लगेगी ‘कृषि चौपाल’
1 से 11 दिसंबर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चार जनपदों में ‘कृषि चौपाल’ का आयोजन किया जा रहा है. बागपत, हापुड़ और शामली में चौपाल हो चुकी है. बुधवार को मुजफ्फरनगर के यहियापुर गांव में कार्यक्रम आयोजित हुआ. 11 दिसंबर (गुरुवार) को दाहोद गांव में ‘कृषि चौपाल’ लगेगी.
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