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VIP कटघरा साफ, समय में बदलाव, वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में ये 4 बड़े बदलाव दर्शन करने से पहले जान लें

अब गर्मियों में सुबह 7.15 बजे से दर्शन शुरू हो जाएंगे और दोपहर 12.30 बजे तक चलेंगे. वहीं शाम को 4.15 से 9.30 बजे तक भक्त भगवान के दर्शन कर सकेंगे. इसके अलावा सर्दियों में दर्शन का समय सुबह 8.15 से शुरू होकर 1.30 और शाम 4 बजे से 9 बजे तक रहेगा.

Banke Bihari Mandir

जहां पहले मथुरा का बांके बिहारी मंदिर देशभर में नए कॉरिडोर को लेकर चर्चाओं में आया था वहीं अब मंदिर की मैनेजमेंट कमिटी ने दर्शन को लेकर बड़े फैसले ले लिए हैं. मंदिर समिति ने बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए VIP पास को तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा कर दी है. इसलिए अब सभी भक्त समान रूप से दर्शन कर सकेंगे. अब आम भक्तों को वीआईपी लोगों की वजह से समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके साथ ही मंदिर में दर्शन के समय में भी बदलाव किए गए हैं. चलिए इसके बारे में आपको भी बताते हैं….

मंदिर में अब इस समय होंगे दर्शन
अब गर्मियों में सुबह 7.15 बजे से दर्शन शुरू हो जाएंगे और दोपहर 12.30 बजे तक चलेंगे. वहीं शाम को 4.15 से 9.30 बजे तक भक्त भगवान के दर्शन कर सकेंगे. इसके अलावा सर्दियों में दर्शन का समय सुबह 8.15 से शुरू होकर 1.30 और शाम 4 बजे से 9 बजे तक रहेगा. 

वीआईपी कटघरा भी होगा साफ
इसके अलावा आपको बता दें कि मंदिर में पर्ची काटकर VIP दर्शन करने की व्यवस्था को भी अब समाप्त कर दिया गया है. इसलिए VIP कटघरा भी हटाया जाएगा. अब हर व्यक्ति लाइन में लगकर ही बिहारी जी के दर्शन कर सकेगा. इससे एक चीज और होगी कि अब इससे मंदिर प्रशासन पर भेदभाव का आरोप नहीं लगेगा और भक्तों को भी धक्का-मुक्की का सामना नहीं करना पड़ेगा।

प्रवेश द्वार और निकास द्वार का रास्ता भी होगा तय
प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक एसएसपी अगले तीन दिनों में प्रवेश और निकास द्वार भी तय कर लेंगे. साथ ही मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अब पूर्व सैनिकों या प्रोफेशनल सुरक्षा एजेंसियों को सौंपी जाएगी. वहीं मंदिर अब पहले से ज्यादा समय के लिए खुलेगा जिससे दुनिया के किसी भी कोने से दर्शन कर सकेंगे. 

अब आई मंदिर के बंद कमरे की बारी
मंदिर समिति ने यह भी तय किया कि मंदिर के भवन का आईआईटी रुड़की से संरचनात्मक ऑडिट कराया जाए और ये पता लगाया जाए कि मंदिर के पास कुल कितनी संपत्ति है. समिति ने खास तौर पर 2013 से 2016 के बीच की वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए विशेष ऑडिट का आदेश दिया, जिसकी रिपोर्ट 15 दिनों में समिति को सौंपी जाएगी. साथ ही समिति ने गर्भगृह में लंबे समय से बंद पड़े कमरे को खोलने का निर्णय लिया. विज्ञप्ति के मुताबिक, इस दौरान वीडियोग्राफी भी होगी ताकि कमरे में मौजूद वस्तुओं का दस्तावेजीकरण किया जा सके. 

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