गजवा-ए-हिंद का जवाब हिंदू एकता पदयात्रा! संतों से लेकर बॉलीवुड हस्तियां हुईं शामिल, धीरेंद्र शास्त्री ने भरी हुंकार
बाबा बागेश्वर की ये 10 दिन की यात्रा दिल्ली के इंद्रप्रस्थ से निकली है और वृंदावन तक जाएगी. UP-हरियाणा से होते हुए ये पदयात्रा UP के 422 से ज्यादा इलाकों को कवर करेगी.
Follow Us:
Dhirendra Shastri Yatra: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हिंदू सनातन एकता पदयात्रा से लोग जुड़ते जा रहे हैं और कारवां बढ़ता जा रहा है. दूसरे दिन पदयात्रा दिल्ली के इंद्रप्रस्थ से शुरू हुई. जिसमें केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ खेल जगत से जुड़ीं हस्तियां शामिल हुईं.
हिंदू एकता का शंखनाद करती बागेश्वर धाम की पदयात्रा में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल हुए. इनके अलावा, क्रिकेटर शिखर धवन, उमेश यादव और द ग्रेट खली समेत कई हस्तियों ने शिरकत की. साथ ही साथ कई बॉलीवुड हस्तियां भी यात्रा से जुड़ीं. वहीं, कथावाचक जया किशोरी भी धीरेंद्र शास्त्री की इस यात्रा में शामिल हुईं. दूसरे दिन की पदयात्रा 15 किलोमीटर का सफर तय करेगी और रेस्ट पॉइंट फरीदाबाद होगा. धीरेंद्र शास्त्री की अगुवाई वाली हिंदू एकता यात्रा का अंतिम पड़ाव वृंदावन है.
पदयात्रा का पूरा रूट जानिए
- दिल्ली के कात्यायनी देवी मंदिर से 7 नवंबर को शुरू हुई यात्रा
- बहादुरगढ़ हरियाणा सीमा पर 8 नवंबर को पड़ाव
- 9 नवंबर को फरीदाबाद के दशहरा मैदान में पड़ाव
- 10 और 12 नवंबर को परथला के मीठा गांव में पड़ाव
- 13 नवंबर को हरियाणा-UP बॉर्डर के पार कोसीकलां मथुरा में एंट्री
- 15 नवंबर को बरसाना में पदयात्रा की एंट्री
- 16 नवंबर को बांके बिहारी मंदिर वृंदावन में होगी महासभा
बाबा बागेश्वर की ये 10 दिन की यात्रा दिल्ली के इंद्रप्रस्थ से निकली है और वृंदावन तक जाएगी. UP-हरियाणा से होते हुए ये पदयात्रा UP के 422 से ज्यादा इलाकों को कवर करेगी. धीरेंद्र शास्त्री का दावा है यात्रा के जरिए वह करीब 5 करोड़ लोगों तक पहुंचेगे और यात्रा में करीब दो लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है.
क्या है हिंदू सनातन एकता यात्रा का मकसद?
धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि यात्रा के साथ लाखों सनातनी जुड़ रहे हैं. यह हिंदू एकता और हिंदू राष्ट्र के संकल्प की नई शुरुआत है. यह केवल पदयात्रा नहीं, बल्कि एक वैचारिक आंदोलन है. जिसका मकसद हिन्दुत्व को जोड़ना, हिंदुओं को जगाना और समाज में समरसता स्थापित करना है.
देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जब तक देश हिंदू राष्ट्र नहीं बन जाता, तब तक यात्राएं और जनजागरण चलता रहेगा. उन्होंने कुछ नेताओं पर तंज कसते हुए कहा, ‘लोगों ने तो भगवान राम पर भी आरोप लगाए, हम तो फिर भी सामान्य मनुष्य हैं.’ उन्होंने कहा, वो गजवा ए हिंद की बात करेंगे तो हम सनातन की बात करेंगे. उन्होंने लोगों से जात-पात और छुआ छूत का भेद मिटाने का आह्वान करते हुए कहा कि देश में जातियां रहें, लेकिन उनका अहंकार न रहे.
‘नदियों की पवित्रता वापस लौटाना है’
धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि हिंदू एकता पदयात्रा का मकसद यमुना को पवित्र और शुद्ध बनाना है. उन्होंने कहा, उत्तराखंड के यमुनोत्री से निकलने वाली यमुना हरियाणा दिल्ली और UP में आकर बेहद दूषित हो जाती है. नदियों की पवित्रता के साथ-साथ उन्होंने ब्रज क्षेत्र में मांस-शराब की बिक्री पर बैन, गाय को राष्ट्र माता का दर्जा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि में भव्य मंदिर के साथ सनातन धर्म की एकजुटता जैसे मुद्दों पर भी आवाज बुलंद की.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement