शिक्षक परिवार की हत्या से दहला अमेठी, सीएम योगी ने दिए जांच के सख्त आदेश
उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ बदमाशों ने घर में घुसकर शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी और दो बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के भवानी नगर चौराहे पर हुई, जहां शिक्षक अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहते थे।
04 Oct 2024
(
Updated:
04 Oct 2024
04:52 PM
)
Follow Us:
अमेठी जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। बदमाशों ने घर में घुसकर एक शिक्षक, उनकी पत्नी और दो बच्चों की निर्मम हत्या कर दी। यह घटना भवानी नगर चौराहे के पास स्थित एक मकान में घटी, जहाँ शिक्षक सुनील कुमार अपने परिवार के साथ किराए पर रहते थे।
दरअसल कुछ अज्ञात बदमाशों ने सुनील कुमार के घर में घुसकर सुनील, उनकी पत्नी और दो मासूम बच्चों पर गोलियों की बौछार कर दी। गोली लगने से चारों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को जैसे ही इस वारदात की सूचना मिली, क्षेत्र के थानों की फोर्स तत्काल मौके पर पहुंच गई। एसपी अनूप सिंह और अन्य उच्च अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की।
लूटपाट नहीं, पुरानी रंजिश का शक
प्रारंभिक जांच में पुलिस ने लूटपाट की संभावना से इनकार किया है। घर में कोई भी सामान चोरी या अस्त-व्यस्त नहीं पाया गया, जिससे साफ होता है कि यह घटना लूटपाट के लिए नहीं की गई थी। पुलिस के मुताबिक, इस हत्या के पीछे किसी पुरानी रंजिश का हाथ हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, करीब दो महीने पहले सुनील कुमार की पत्नी ने चंदन वर्मा नामक व्यक्ति पर छेड़छाड़ और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया था। पुलिस इस पहलू की गहनता से जांच कर रही है, क्योंकि माना जा रहा है कि यही शिकायत हत्या की मुख्य वजह हो सकती है।
सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतक परिवार के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल घटना स्थल पर पहुंचने और हर पहलू की बारीकी से जांच करने का आदेश दिया है। सीएम योगी ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराध बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके आदेश के बाद, पूरे मामले की मॉनिटरिंग डीजीपी प्रशांत कुमार कर रहे हैं।
आज जनपद अमेठी में हुई घटना घोर निंदनीय और अक्षम्य है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 3, 2024
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। दुःख की इस घड़ी में @UPGovt पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, उन पर कठोरतम कानूनी कार्रवाई होगी।
जिसके चलते घटनास्थल पर पुलिस ने फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वॉड और सर्विलांस टीम को तैनात कर दिया है। पुलिस ने मौके से 9 गोलियों के खोखे और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है, जिसे कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है। एसपी अनूप सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पुरानी रंजिश का प्रतीत होता है। हत्या के पीछे का कारण जल्द ही सामने आ जाएगा और दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की कई टीमें छापेमारी कर रही हैं।
वैसे आपको बता दें कि शिक्षक सुनील कुमार और उनका परिवार मूल रूप से रायबरेली का रहने वाला था। सुनील कुमार सिंहपुर ब्लॉक के पनहौना प्राथमिक विद्यालय में तैनात थे और कुछ वक्त पहले ही अमेठी में अपने परिवार के साथ किराए पर रह रहे थे। सुनील कुमार एक सच्चे शिक्षक थे, जिन्होंने बच्चों की शिक्षा के लिए जीवन भर संघर्ष किया। लेकिन उनका यह संघर्ष एक दर्दनाक अंत पर आकर समाप्त हुआ, जब उन्हें और उनके परिवार को गोलियों से छलनी कर दिया गया।
इस घटना ने न केवल अमेठी बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब एक शिक्षक और उनके परिवार जैसे साधारण लोग इस तरह की घटनाओं के शिकार हो सकते हैं, तो समाज में सुरक्षा का क्या भरोसा रह जाता है?
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें