'एक बेटा पैदा करने वाली मां नागिन जैसी...', महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद का 'जहरीला' बयान! हिंदुओं से की आबादी बढ़ाने की अपील
गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद सरस्वती ने महिलाओं की तुलना नागिन से कर दी है. उन्होंने कहा, एक बेटा पैदा करने वाली मां असल में उस नागिन जैसी होती है जो खुद ही अपने बच्चे को खा जाती है.
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देश में एक तरफ जहां महिलाएं परचम लहरा रही हैं, आसमान छू रही हैं. बॉर्डर पर वर्दी पहन कर दुश्मनों को धूल चटा रही हैं. दूसरी ओर एक धर्मगुरु आज की महिलाओं को नागिन की संज्ञा दे रहे हैं. ये धर्मगुरु हैं यति नरसिंहानंद, जो धर्म से ज्यादा अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. इस बार उन्होंने महिलाओं पर विवादित बयान दे दिया. यति नरसिंहानंद ने कहा, एक बेटा पैदा करने वाली मां नागिन के समान है.
गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद सरस्वती ने महिलाओं की तुलना नागिन से कर दी है. एक बार फिर विवादित बयान देकर नरसिंहानंद सरस्वती सुर्खियों में आ गए. उन्होंने मुजफ्फरनगर में श्री श्याम मंदिर में एक कार्यक्रम के दौरान हिंदुओं की घटती आबादी के लिए उन्होंने महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया. नरसिंहानंद ने कहा, एक बेटा पैदा करने वाली मां असल में उस नागिन जैसी होती है जो खुद ही अपने बच्चे को खा जाती है.
‘विनाश का कारण बनेगी मां’
यति नरसिंहानंद सरस्वती यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा, आज कल हमारे घरों में हो क्या रहा है. अगर किसी को पहला बेटा हो जाता है तो वो दूसरा बच्चा करना ही नहीं चाहता और ज्यादातर क्या होता है एक बेटा और एक बेटी. ये बहुत बड़ा पाप है. हमारा धर्म कहता है, हमारे वेद कहते हैं कि एक बेटे के होने से तो बेटे के ना होना अच्छा है.
अगर आपमे से कोई एक बेटा करता है तो अच्छा है कि उसे भी ना करे. वो मां जो सिर्फ एक बेटे को जन्म देती है वो नागिन की तरह होती है. जैसे नागिन अपने अंडे देती है और उन्हें खुद ही खा लेती है. एक बेटे की मां ऐसी होती है जिसने अपनी मौज मस्ती के लिए बेटा तो पैदा कर लिया लेकिन उसके विनाश का कारण वही मां बनेगी. एक बेटा जिसका कोई सगा भाई है ही नहीं, फिर इस धरती पर उसकी मदद करने वाला कौन है. भगवा राम ने हमें बताया था कि भाई का क्या महत्व होता है.
हिंदुओं से ज्यादा बच्चा पैदा करने की अपील
यति नरसिंहानंद ने हिंदुओं से ज्यादा बच्चा पैदा करने की अपील की. उन्होंने कहा, अगर अपने परिवार, नारियों और अपना अस्तित्व को बचाना है तो हिंदुओं को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए. अगर ऐसा नहीं किया तो भगवान अवतार लेकर भी हिंदुओं को नहीं बचा पाएंगे.
वैसे हिंदुओं को आबादी बढ़ाने की नसीहत देना अलग बात है और नरसिंहानंद का इस बहाने महिलाओं का अपमान करना एक अलग बात है. किसी भी वेद-पुराण में महिलाओं को नागिन की संज्ञा नही दी गई. उन्हें देवी तुल्य ही कहा गया है.
रामचरित मानस में कहा गया है- ‘मातृ देवो भव’ यानी मां को देवता के समान मानों. वहीं, महाभारत में कहा गया है ‘मां धरती से भी बड़ी है’ लेकिन नरसिंहानंद ने तो मां की तुलना जहरीली नागिन से कर दी. जबकि मां पर इस तरह की टिप्पणी कर जहर खुद नरसिंहानंद उगल रहे हैं. अपने बयान से नरसिंहानंद ने महिलाओं के सम्मान पर भी चोट की है.
लोगों ने किया ट्रोल
महिला की तुलना नागिन से करने पर लोगों ने नरसिंहानंद ने उन्हें जमकर ट्रोल किया. लोगों ने उनके बयान को नफरती और मांओं का अपमान बताया. वैसे ये पहला मौका नहीं है जब नरसिंहानंद ने जहर उगला हो. पहले भी कभी धर्म को लेकर तो कभी महिलाओं पर नरसिंहानंद के बोल बिगड़ते रहे हैं. इसी को लेकर वह लोगों के निशाने पर भी रहते हैं.
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