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20 लाख का जुर्माना, ठेका रद्द, कंपनी ब्लैकलिस्टेड... मेरठ टोल प्लाजा पर जवान से मारपीट का लिया गया 'बदला', गडकरी-योगी की कार्रवाई बनी मिसाल

भातीय सेना के राजपूत बटालियन में तैनात सेना के जवान के साथ मेरठ-करनाल राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-709A) पर टोल कर्मियों द्वारा की गई बेरहमी से मारपीट के मामले में NHAI और पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है. मेरठ पुलिस ने जवान की जान लेने के उद्देश्य से हुई मारपीट के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं देश भर के राजमार्गों का रखरखाव और संचालन का नेतृत्व करने वाले NHAI ने कठोर कार्रवाई करते हुए संबंधित कंपनी पर भारी जुर्माना सहित कई और एक्शन लिए हैं, जिसे 'बदला' के तौर पर देखा जा रहा है.

मेरठ-करनाल राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-709A) पर स्थित भुनी टोल प्लाजा पर 17 अगस्त की रात एक हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया. यहां टोल कर्मियों ने भारतीय सेना के जवान कपिल के साथ मारपीट की. आरोपियों ने कपिल और उनके भाई शिवम को खंभे से बांध कर इस अंदाज में पीट रहे थे कि उनकी जान ही चली जाती. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ गई. इसके बाद सीएम योगी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कड़ी कार्रवाई की है.

जनभावना और मामले की गंभीरता देखते हुए सरकार, NHAI और पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है. मेरठ पुलिस ने जवान की जान लेने के उद्देश्य से हुई मारपीट के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं देश भर के राजमार्गों का रखरखाव और संचालन का नेतृत्व करने वाले NHAI ने कठोर कार्रवाई करते हुए संबंधित कंपनी पर भारी जुर्माना लगाया है.

सेना के जवान के साथ टोल-प्लाजा पर मारपीट, कंपनी पर हुई सख्त कार्रवाई
इस घटना के संज्ञान में आने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने सख्त कार्रवाई करते हुए टोल कलेक्शन एजेंसी, मेसर्स धरम सिंह एंड कंपनी पर 20 लाख रुपए का जुर्माना ठोकने के साथ-साथ कंपनी का अनुबंध भी समाप्त कर दिया है. इतना ही नहीं NHAI कंपनी को भविष्य में टोल प्लाजा की किसी भी बिडिंग में भाग लेने से रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यानी कि ये कंपनी अब पूरी तरह ब्लैकलिस्ट हो जाएगी.

क्या है पूरा मामला?
दरअसल भारतीय सेना के जवान कपिल ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने के बाद छुट्टी पर घर आए थे.  कांवड़ यात्रा के उपरांत वो ड्यूटी ज्वॉइन करने के लिए सड़क मार्ग से दिल्ली जा रहे थे जहां उनकी फ्लाइट थी. वो घर से निकले तो रास्ते में लेट हो गए. उन्होंने टोल प्लाजे पर लंबी लाइन देखकर टोलकर्मियों से इस संबंध में बात की और कहा कि उनकी  दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़नी है, उन्हें देरी हो रही है, उन्हें जाने दिया जाए. कपिल ने इस बाबत अपनी आई कार्ड (ID Card) भी दिखाई, जिसके बाद टोल कर्मचारियों से कुछ कहासुनी हो गई, जिसके बाद टोल कर्मचारियों का पारा हाई हो गया और मारपीट करने लगे. जैसा कि वायरल हुए वीडियो में देखा भी जा रहा है कि कपिल और उनके भाई को खंभे से बांधकर लाठी और डंडों से पीटा जा रहा है, यहां तक कि एक कर्मचारी ने ईंट उठाकर सिर फोड़ने की कोशिश भी की.

ऑपरेशन सिंदूर में शामिल थे कपिल

6 मई की रात से लेकर 10 मई तक पाकिस्तान के खिलाफ चले ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले राजपूत बटालियन में तैनात जवान कपिल की पिटाई के वक्त शिवम ने बचाव करने की कोशिश की, लेकिन उनके साथ भी मारपीट की गई. जानकारी के मुताबिक जवान को 18 अगस्त से उन्हें ड्यूटी जॉइन करनी थी. इसीलिए वह दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से श्रीनगर के लिए फ्लाइट पकड़ने जा रहे थे. 

वीडियो वायरल होने के बाद गांव वालों ने भी की टोल प्लाजा पर तोड़फोड़

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही जनता में आक्रोश फैल गया और स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ ने टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन कर तोड़फोड़ शुरू कर दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए मेरठ पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है. वहीं, एनएचएआई ने इस मामले को अनुशासनहीनता और अनुबंध उल्लंघन मानते हुए टोल कलेक्शन एजेंसी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. एनएचएआई ने अपने बयान में कहा कि वह यात्रियों की सुरक्षित और निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस तरह की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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