महाकुंभ भगदड़ के पीछे किसकी साजिश ?, सोशल मीडिया पर 120 संदिग्धों पर भगदड़ मचाने का किया गया दावा
महाकुंभ में भगदड़ कैसे मची.. ये हादसा था या साजिश इसी का पता लगाने के लिए योगी आदित्यनाथ पुलिस टीम के साथ जुटे हुए हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर CCTV वीडियो ट्वीट कर दावा किया जा रहा है कि 120 संदिग्घ लोग भीड़ के बीच घुसे और उसके बाद भगदड़ मची थी जिससे 30 लोगों की मौत हुई

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मौनी अमावस्या से चंद घटों पहले महाकुंभ में मची भगदड़। 30 लोगों की मौत। हादसा थी या किसी की साज़िश। इसके लिए एक एक CCTV खंगाला जा रहा है युद्धस्तर पर पता लगाया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने ख़ुद ही कुंभ मामले की जाँच पड़ताल के लिए मोर्चा संभाले लिया है। लेकिन इसी बीच एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि कुंभ में मची भगदड़ हादसा नहीं साजिश थी। एक दो नहीं। बल्कि पूरी टोली भीड़ के अंदर घुसकर साजिश रच रही थी।`120 संदिग्ध इस CCTV में हादसे को अंजाम देने की कोशिश करते दिखाए दे रहे हैं ऐसा दावा किया जा रहा है।स चित्रा हिंदूवादी नाम से सीसीटीवी फुटेज के साथ एक ट्वीट किया गया है।जिसमें लिखा गया है कि । खेला तो अब होगा। महाकुंभ भगदड़ की जांच में 120 संदिग्ध मिले हैं उनका नाम पता खंगाला जा रहा है बुलडोजर की होली क छुट्टी रद्द कर दी गई है।
खैर सीएम योगी के आदेश के बाद पुलिस प्रशासन मुस्तैदी के साथ आस्था के महापर्व को तहस नहस करने की कोशिश में लगे बवालियों को ढूंढने की पूरी कोशिश कर रही है। यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ ने बड़े बड़े अधिकारी कुंभ में तैनात कर दिए। खुद वॉर रूम से एक एक तस्वीर खंगाल रहे हैं। और जिस तरीके से 120 संदिग्धों की बाद निकलकर सामने आ रही है। जल्द इन तस्वीरों के आधार पर भी एक्शन शुरू हो सकता है। क्योंकि अगर भीड में किसी ने अफवाह फैलाकर भगदड़ मचाने की कोशिश की थी। तो ये वाकई काफी हाईप्रोफाइल मामला हो जाता है।हालांकि यूपी STF ने भगदड़ के पीछे किसकी साजिश थी इसकी जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि एक बस से 120 संदिग्ध महाकुंभ पहुंचे थे। ये सभी संदिग्ध IA कैमरे में महाकुंभ में घुसते हुए देखे गए हैं।
दावा किया जा रहा है कि सभी संदिग्ध AI कैमरे में बस से उतरकर कुंभ में घुसते दिख रहे हैं।इसके बाद। से तेज़ी से सभी संदिग्धों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। रेहड़ी पटरी वालों से भी लगातार पूछताछ हो रही है। इतना ही नहीं यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश भी महाकुंभ में कैंप कर रहे हैं। साजिश की जांच के लिए 12 अधिकारियों को लगाया गया है कहा जा रहा है कि श्रद्धालुओं का एक रैला आया जो जमीन पर सो रहे लोगों को कुचलते हुए आगे बढ़ गया। खैर अब ये लोग कौन थे। क्या AI कैमरा सच बोल रहा है। क्या सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे सही है ये तो यूपी पुलिस की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। क्योंकि योगी और उनकी टीम युद्ध स्तर पर काम में जुटी हुई है। कुंभ में आगे के स्नान में कोई लापरवाही ना होने पाए। कुछ कमी ना रह जाए। इसके लिए योगी सरकार ने मोर्चा संभाल रखा है। इसके साथ ही विरोधी बयानबाजी करने वाले विपक्ष पर भी टेढ़ी नजर रखी जा रही है। क्योंकि आरोप यही लग रहे थे कि जब तक विपक्ष ने कुंभ को लेकर अफवाहें नहीं फैलाई थी। बातें नहीं बनाई थी।तब तक सब कुछ ठीक था। लेकिन जैसे ही अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस तक ने बवाल मचाया। कुंभ पर सवाल उठाया। उसी के बाद भगद़ड़ की खबरें सामने आ गई। इन खबरों ने सबको हिलाकर रख दिया। खैर भगदड़ किसकी साजिश थी। कैसे हुई। सबका तेज़ी से पता लगाया जा रहा है।जल्द ही हिसाब किताब की खबर भी सामने आ जाएगी।