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महाकुंभ भगदड़ की डीआईजी वैभव कृष्ण ने पूरी सच्चाई बताई, जानिए क्या कहा

महाकुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों के शव गंगा में डाले, डीआईजी वैभव कृष्ण ने उस दिन की पूरी सच्चाई बताई, योगी को बदनाम करने की विरोधियों ने रची साज़िश

29 जनवरी 2025 का दिन था। महाकुंभ में सबसे बड़े अमृत स्नान मौनी अमावस्य के श्रध्लालुओं का तांता ऐसा लगा कि भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की मौत हुई, कई घायल हुए, सरकार आँकड़े में बताया गया कि 30 की मौत हुई, 60 घायल हुए।

सरकार आंकड़ों के बावजूद भी तमाम सवाल उठने शुरु हुए, विरोधियों ने योगी सरकार पर जमकर सवाल उठाए, जैसे 
कितने लोगों की मौत हुई ? 
क्या मृतकों के शव नदी में फेंके गए ?
क्या मौत के आंकड़ों को छिपाया गया ?


ये सवाल लगातार उठ रहे हैं, जिसके बाद अब इन सब सवालों का जवाब दिया है महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण ने, उन्होंने मौना अमावस्या पर हुए हादसे के बाद उठ रहे सवालों पर कहा " ये गैर जिम्मेदाराना आरोप हैं, क्या आप लोगों ने कहीं देखा कि पुलिस ने कोई शव नदी में फेंक हो? यह पूरी तरह से नॉनसेंस है, जो घटना हुई, वह बेहद दुखद है, मगर जो बाते की जा रही हैं, वह सरासर गलत हैं, जिनकी मृत्यु हुईं, उनके शवों को परिवारों को दिया गया है,  सिर्फ 1 शव की पहचान नहीं हो पाई है, बाकी सारे शव उनके परिवारों को दे दिए गए हैं"

डीआईजी वैभव कृष्ण ने अपने इस एक बयान से उन तमाम लोगों को जवाब दे दिया जो लगातार ये माहौल बनाने में लगे हैं कि, भगदड़ के बाद लाशें नदी में फेंकी गई और इसके सहारे महाकुंभ को बदनाम करने की कोशिश में लगें है, लेकिन सनातन विरोधियों के हर एक प्रयास के बाद भी श्रध्दालुओं को महाकुंभ में जाने से कोई नहीं रोक पाया है, 45 करोड़ से ज़्यादा श्रध्दालुओं ने अब तक महाकुंभ में डुबकी लगाई है, ऐसे में उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने पूरे महाकुंभ को लेकर क्या कुछ कहा सुनिए।

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