पहलगाम आतंकी हमले पर भड़के जावेद अख्तर, कहा- पाकिस्तान ने फिर तोड़ा भरोसा... अब बर्दाश्त नहीं करेगा भारत
पहलगाम आतंकी हमले पर जावेद अख्तर ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया. फिक्की कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आतंकियों को समर्थन देने वाले देश को अब सख्त जवाब देना होगा. जानिए उनका पूरा बयान.

कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को गम और गुस्से में डुबो दिया है. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. देशभर में जहां लोग इस जघन्य हमले की निंदा कर रहे हैं, वहीं मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर अपनी नाराज़गी खुलकर जाहिर की.
जावेद अख्तर का करारा तंज
दिल्ली में फिक्की के एक इवेंट में बोलते हुए जावेद अख्तर ने कहा,
"ये आतंकी जर्मनी से नहीं आते, हम पाकिस्तान से ही सीमा साझा करते हैं. बार-बार पाकिस्तान इन घटनाओं से इनकार करता है, लेकिन सच्चाई सब जानते हैं."
जावेद का कहना था कि ये हमला कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि भारत के लिए एक निर्णायक मोड़ होना चाहिए.
उन्होंने कहा, "जब इस तरह की घटनाएं बार-बार होती हैं, तो शांति की बात करना मुश्किल हो जाता है. हर साल कम से कम एक बड़ा आतंकी हमला होता है – आखिर कब तक?"
पाकिस्तान ने भरोसा तोड़ा
जावेद अख्तर ने अपने भाषण में भारत की अब तक की सभी सरकारों के शांति प्रयासों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी, हर सरकार ने पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने की कोशिश की.
"अटल बिहारी वाजपेयी खुद पाकिस्तान गए थे, लेकिन बदले में कारगिल जैसा धोखा मिला. क्या इसे ही दोस्ती कहते हैं?" – उन्होंने पूछा.
कारगिल युद्ध का जिक्र करते हुए जावेद अख्तर ने कहा,
"पाकिस्तान ने तब अपने मारे गए सैनिकों के शव लेने से भी इनकार कर दिया था. हम ऐसे देश से बातचीत कैसे करें?"
उन्होंने आगे कहा कि आज भी 99% कश्मीरी भारत के साथ खड़े हैं, और पाकिस्तान का झूठा प्रचार अब नहीं चलेगा.
कश्मीरियों को टारगेट करना गलत
मसूरी में हाल ही में हुई एक घटना का हवाला देते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि मसूरी में कश्मीर से आए शॉल बेचने वालों को वहां से भगा दिया गया, जो बहुत गलत है.
उन्होंने कहा, "जो लोग भारत के किसी हिस्से में कश्मीरियों को सताते हैं, वो अनजाने में पाकिस्तान के झूठे नैरेटिव को ही ताकत देते हैं."
सरकार से सख्त कदम की उम्मीद
जावेद अख्तर ने अंत में सरकार से अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ अब कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.उन्होंने कहा -
"देश अब और सहन नहीं कर सकता. समय आ गया है कि पाकिस्तान को एक साफ संदेश दिया जाए."
जावेद अख्तर का ये बयान एक बार फिर साबित करता है कि देश की जनता अब आतंक के खिलाफ सिर्फ शब्द नहीं, ठोस एक्शन चाहती है. पहलगाम जैसे हमलों को सिर्फ निंदा से नहीं, सख्त फैसलों से ही रोका जा सकता है.