पहलगाम की दर्दनाक तस्वीरें देख फूट-फूटकर रोने लगीं भारती सिंह, बोलीं- अब डर सताने लगा है
हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस हमले पर अपनी भावनाएं ज़ाहिर करते हुए कॉमेडी क्वीन भारती सिंह फूट-फूटकर रोने लगीं. अपने व्लॉग में उन्होंने बताया कि पहलगाम आतंकी हमला 2025 की तस्वीरों ने उन्हें नींद तक नहीं लेने दी. भारती सिंह का यह इमोशनल रिएक्शन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और लोगों के दिलों को छू रहा है. जानिए भारती सिंह ने इस हमले को लेकर क्या कहा और क्यों उन्होंने देश में डर का माहौल बताया.

देश की हंसी की पहचान, लाखों चेहरों पर मुस्कान बिखेरने वाली कॉमेडियन और एक्ट्रेस भारती सिंह… आज खुद रो रही हैं. वो भारती, जो हर शो में लोगों को पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर कर देती थीं, आज खुद ग़म के सागर में डूबी हुई हैं. वजह पहलगाम में हुआ वो अमानवीय आतंकी हमला, जिसने न सिर्फ 26 मासूम लोगों की जान ले ली, बल्कि देश के हर नागरिक के दिल में ज़ख्म छोड़ गया और उन ज़ख्मों को भारती सिंह अपने व्लॉग में खुलकर ज़ाहिर करती हैं.
"रातों की नींद उड़ गई है..."
हाल ही में भारती सिंह ने एक इमोशनल वीडियो व्लॉग शेयर किया, जिसमें उनका चेहरा साफ बता रहा था कि वो कितनी टूटी हुई हैं. वो कहती हैं — "मुझे नहीं पता कि कोई मेरी बात को महसूस कर पाएगा या नहीं… लेकिन मैं सच कहूं तो पिछले कुछ दिन जैसे किसी डरावने ख्वाब की तरह गुजर रहे हैं. पहलगाम हमले की खबर ने मुझे अंदर से झकझोर दिया है. मेरी रातों की नींद उड़ गई है. हर रात जागती हूं… आंखें भीग जाती हैं… और दिल सवाल करता है — क्या हम अब अपने ही देश में सुरक्षित नहीं हैं?"
"हंसाने वाली भारती अब बस रोना चाहती है"
दुबई की एक ट्रिप पर व्लॉग रिकॉर्ड करते हुए भारती ने अपनी यात्रा के अनुभव साझा करने से पहले जो बातें कहीं, वो सीधे दिल को छू जाती हैं. उन्होंने कहा — "जब मैं फ्लाइट में थी, तब भी मेरी आंखें नम थीं. सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें और वीडियो देखे… छोटे-छोटे बच्चे… खून से लथपथ रास्ते… मां की गोद में दम तोड़ते मासूम… ये सब भुला नहीं पा रही हूं. हम कलाकार हैं… लोगों का दिल बहलाते हैं… लेकिन आज मेरा अपना दिल बहल नहीं रहा."
भारती बताती हैं कि कैसे वो हर साल वैष्णो देवी की यात्रा करती थीं. उनके लिए ये एक पवित्र परंपरा थी. लेकिन अब वो कहती हैं - "हम वैष्णो देवी जाते थे, मन्नतें मांगते थे, शांति पाते थे… लेकिन अब दिल कहता है कि कहीं रास्ते में ही कोई हमारा नाम पूछकर गोली ना मार दे. ये कैसा दौर आ गया है? अब अपने देश में ही यात्रा करने से डर लगता है… और ये डर सबसे खतरनाक चीज़ है."
भारती की आंखों में आंसू थे जब उन्होंने कहा — "मैं किसी मजहब से नहीं, किसी पार्टी से नहीं… इंसानियत से जुड़कर अपील कर रही हूं… प्लीज़… अब और खून नहीं. अब और माताएं अपने बेटों को खोएं ये मंजूर नहीं. अब और बच्चे अनाथ हों ये मंजूर नहीं. हम शांति चाहते हैं. हम अपने देश को वैसा ही सुरक्षित देखना चाहते हैं जैसा बचपन में महसूस करते थे."
कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला केवल एक खबर नहीं थी. वो एक ऐसी त्रासदी थी जिसने हर हिंदुस्तानी को अंदर तक हिला दिया. 26 निर्दोष लोगों की जान गई — और उन 26 लोगों के साथ देश की आत्मा का भी एक टुकड़ा चला गया.
बता दें भारती सिंह अकेली नहीं हैं. इस हमले ने बॉलीवुड, टीवी इंडस्ट्री और आम जनमानस तक हर किसी को हिला दिया है. लेकिन जब वो चेहरा, जो हमेशा मुस्कान देता था, रोता है… तब लगता है कि बात सिर्फ सुरक्षा की नहीं, भरोसे की भी है भरोसा जो धीरे-धीरे टूट रहा है.