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आखिर क्यों धनतेरस पर खरीदा जाता है धनिया और झाड़ू? वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप

धनतेरस, दीवाली से पहले आने वाला त्योहार, हिंदू संस्कृति में सुख और समृद्धि का प्रतीक है. इस दिन कई चीज़ों को खरीदने का विशेष महत्व माना जाता है. लेकिन ऐसा माना जाता है कि धनिया और झाड़ू खरीदने से जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं. पूरी जानकारी के लिए आगे पढ़ें.

दिवाली के दो दिन पहले मनाया जाने वाला धनतेरस का त्योहार हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है. इस दिन सनातनी लोग नए बर्तन, सोना-चांदी से बने आभूषण, नए वाहन खरीदते हैं. क्योंकि माना जाता है कि इस दिन खरीदारी करने से मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर जी की कृपा बनी रहती है. लेकिन कहा जाता है कि इस दौरान धनिया और झाड़ू भी जरूर खरीदना चाहिए. अब ऐसा क्यों किया जाता है? इसके बारे में भी आपको विस्तार से बताते हैं… 

जानें झाड़ू खरीदने का धार्मिक महत्व

धनतेरस पर मां लक्ष्मी का विशेष महत्व होता है. ऐसे में झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. क्योंकि यह घर से गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है. मान्यता के अनुसार स्वच्छता से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उनका आशीर्वाद भी बना रहता है. इसलिए धनतेरस वाले दिन नई झाड़ू से घर साफ करना शुभ माना जाता है. 

अलक्ष्मी को दूर और जीवन की नई शुरुआत: मान्यताओं के अनुसार अलक्ष्मी को अशुभता और दरिद्रता की देवी माना जाता है. नई झाड़ू खरीदना अलक्ष्मी को घर से भगाने का एक तरीका भी है. इतना ही नहीं, यह नई शुरुआत का प्रतीक भी होता है. 

धनतेरस पर धनिया क्यों खरीदा जाता है?

धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा भी की जाती है. ये आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं. धनिया को आयुर्वेद में औषधि के रूप में देखा जाता है. इसे खरीदकर और पूजा में चढ़ाना स्वास्थ्य, समृद्धि और दीर्घायु की कामना का प्रतीक होता है. इसके अलावा माना जाता है कि धनिया, धन शब्द से मिलता-जुलता होता है. इसलिए धनतेरस पर इसे खरीदना शुभ माना जाता है. कहते हैं इस दिन इसे पूजा में चढ़ाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है. 

धनिया से जुड़ा उपाय धनतेरस पर जरूर करें

धनिया के बीजों को पूजा में चढ़ाने के बाद कुछ बीजों को अपनी अलमारी में रख देना चाहिए. ईश्वर से अपने मंगल की कामना करें. मान्यता है कि इससे धन से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं. इसलिए अगर आप भी पाना चाहते हैं ईश्वर की कृपा, तो इस उपाय को पूरी श्रद्धा के साथ जरूर करें.

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