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आज 9-9-9 का दुर्लभ संयोग... 3,289 दिनों बाद खुला ब्रह्मांड का जादुई द्वार, ऐसे करें मैनिफेस्टेशन

अंक ज्योतिष के अनुसार 9 नंबर के स्वामी मंगल ग्रह हैं. मंगल ग्रह को साहस, ऊर्जा, जोश और नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है. इस दिन आप ब्रह्मांडीय ऊर्जा से जुड़कर अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं. पूरी जानकारी के लिए जानें...

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अंक ज्योतिष के अनुसार 9 सितंबर 2025 यानि आज का दिन बेहद ही खास माना जा रहा है. क्योंकि आज 3,289 दिनों के बाद ये दुर्लभ संयोग बन रहा है. जिसे 9:9:9 पोर्टल भी कहा जाता है. अंक शास्त्र में 9 नंबर को आध्यात्मिक ज्ञान, नई शुरुआत और निस्वार्थ भाव से सेवा करने का प्रतीक है. आपने देखा होगा जब भी एक अंक तीन बार आता है तो उसका प्रभाव ज्यादा प्रबल हो जाता है. इसलिए आज का दिन कुछ खास चीजों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है तो चलिए इसके बारे में आपको डीटेल में बताते हैं.

अंक ज्योतिष के अनुसार 9 नंबर के स्वामी मंगल ग्रह हैं. मंगल ग्रह को साहस, ऊर्जा, जोश और नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है. इस दिन आप ब्रह्मांडीय ऊर्जा से जुड़कर अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं. अगर ज्योतिषों की मानें तो ये दिन आपके पुराने बंधनों से मुक्ति दिलाने, सफलता दिलाने और आध्यात्मिक साधना को पहचानने के लिए एक सुनहरा मौका है इसलिए इस दिन आप अपने कुछ उपायों को करके हर वो चीज हासिल कर सकते हैं जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की हो.

9:9:9 के दुर्लभ संयोग पर इस तरह से करें मैनिफेस्टेशन

  • आज दिन के किसी भी समय में ब्रह्मांड के साथ अपनी बातों को साझा करें.
  • आप एक डायरी में भी इस तरह से लिख सकते हैं कि ‘मैं स्वस्थ और ऊर्जावान हूं’ या फिर ‘मेरे सपने हकीकत में साकार हो रहे हैं.’
  • इसके बाद शांत स्थान पर लाल रंग की मोमबत्ती जलाकर 9 मिनट तक ध्यान करें और यूनिवर्स के साथ संपर्क करने की कोशिश करें. अब आप जो पाना चाहते हैं उसके बारे में सोचें.
  • आज आप हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी को चमेली का तेल और सिंदूर चढ़ाना न भूलें.
  • आज आप गरीबों में केला, मसूर दाल, लाल कपड़ा, या फिर कोई लाल वस्तु भी दान कर सकते हैं.
  • आज आप व्यायाम भी कर सकते हैं.  लेकिन तामसिक भोजन खाने से बचें.
  • किसी पर भी चिल्लाने से बचें. लोगों के साथ अच्छे से व्यवहार करें.
  • आज आप ऊँ नमो भगवते नमः मंत्र का भी 108 बार जाप जरूर करें.
  • इसके अलावा आप इस दिन तेजपत्ते के पांच पत्ते लेकर उसमें अपनी इच्छा इस तरह से लिखें कि आपकी इच्छाएं पूरी हो चुकी हैं और उसे किसी मंदिर में चढ़ा दें. 

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