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अगर पितृ पक्ष में बार-बार दिखें ये 6 निशानियां तो पितृ दे रहे हैं इस बात का संकेत, भूलकर भी न करें इग्नोर

अगर आपके पितर बार-बार सपनों में आ रहे हैं तो इसका मतलब होता है कि उनकी कोई इच्छा अधूरी रह गई है या फिर उनकी आत्मा को शांति नहीं मिल रही है और वे तर्पण की मांग कर रहे हैं. पूरी जानकारी के लिए आगे पढ़िए...

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पितृपक्ष का ये खास समय शुरू हो चुका है. ये समय पितृों को याद करने और उनके प्रति शोक जताने के लिए होता है. इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान, तर्पण किया जाता है क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दौरान पितर अपने परिजनों से मिलने धरती पर आते हैं. कई बार वे कुछ संकेतों के जरिए ये बताने की भी कोशिश करते हैं कि वो हमसे खुश हैं या नहीं! उन्हें श्राद्ध और तर्पण की जरूरत है या नहीं, या फिर वे किसी वजह से परेशान तो नहीं. अगर आपको भी मिल रहे हैं ये 8 संकेत तो भूलकर भी इन्हें नजरअंदाज न करें. चलिए इसके बारे में आपको डिटेल में बताते हैं…

कौवे का बार-बार छत पर आना

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कौवे को पितरों का दूत माना जाता है. इसलिए जब भी कौवा आपको बार-बार कांव-कांव करते हुए दिखाई दे तो इसका मतलब होता है कि पितर अपने श्राद्ध की प्रतीक्षा कर रहे हैं.

सपने में पितरों का बार-बार आना

अगर आपके पितर बार-बार सपनों में आ रहे हैं तो इसका मतलब होता है कि उनकी कोई इच्छा अधूरी रह गई है या फिर उनकी आत्मा को शांति नहीं मिल रही है और वे तर्पण की मांग कर रहे हैं.

अचानक से पारिवारिक क्लेश का बढ़ना

अगर आपके भी घर में पारिवारिक क्लेश अचानक से बढ़ने लग जाएं तो इसका मतलब होता है कि आपके द्वारा किया गया तर्पण या फिर श्राद्ध सही तरह से नहीं हुआ है. इसलिए दोबारा तर्पण या श्राद्ध किया जाना चाहिए.

धार्मिक कार्यों में बार-बार रुकावटें आना

अगर आपकी भी पूजा-पाठ या धार्मिक कार्यों में बार-बार रुकावटें आ रही हैं या फिर किसी कारणवश वो होते-होते रह जा रहे हैं तो ये भी पितर से ही जोड़कर देखा जाता है. पितर ऐसा संकेत तब देते हैं जब उनकी आत्मा अशांत होती है. उनकी आत्मा की शांति के लिए पितृपक्ष के दौरान गया जी जाकर उनका तर्पण जरूर करें.

घर में लगा तुलसी का पौधा सूख जाना

अगर आपके भी घर में बार-बार तुलसी का पौधा सूख जा रहा है या फिर देखभाल के बाद भी मुरझा रहा है तो ये संकेत होता है कि पितृ आपसे नाराज हैं. इसके लिए उनके नाम से गरीबों में सफेद कपड़े, चप्पल, छाता और एक कंबल जरूर दान करें.

अचानक से धन की हानि हो जाना

अगर अचानक से आर्थिक संकट आ जाएं तो ये भी पितरों के द्वारा दिया गया एक संकेत होता है. इसका अर्थ होता है कि पितर के श्राद्ध में कोई कमी रह गई है जो उनके लिए बहुत जरूरी थी. इसलिए उनका श्राद्ध दोबारा किया जाना चाहिए. इसके लिए आप अपने बड़ों से सलाह लेकर उनकी मनपसंद चीजों को जरूर बनाएं और उनके लिए भोजन को लौकी के पत्ते पर पानी समेत छत पर रख दें.

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