'दुनिया के नक्शे पर रहना है या नहीं...', जनरल उपेन्द्र द्विवेदी का पाकिस्तान को अल्टीमेटम, कहा- इस बार संयम नहीं बरतेंगे
भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि इस बार ऑपरेशन सिंदूर 1.0 जैसा संयम नहीं बरता जाएगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सोचना होगा कि वह भूगोल में रहना चाहता है या नहीं और अपना अस्तित्व बनाए रखना है तो राज्य प्रायोजित आतंकवाद बंद करना होगा.
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भले ही अमेरिका में जाकर भारत के साथ हुए सैन्य संघर्ष को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हों, लेकिन वास्तविक स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत है. भारत की सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी अब पाकिस्तान को न केवल बेनक़ाब कर रहे हैं, बल्कि उसे सीधी चेतावनी भी दे रहे हैं. इसी कड़ी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय वायुसेना के प्रमुख एपी सिंह के बाद थलसेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने भी पाकिस्तान के बारे में बड़ा बयान दिया है.
थलसेना प्रमुख की पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी
भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को सीधी चेतावनी दी है. जनरल द्विवेदी ने कहा कि इस बार ऑपरेशन सिंदूर 1.0 जैसा संयम नहीं बरता जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को यह सोचना होगा कि वह भूगोल में रहना चाहता है या नहीं. थलसेना प्रमुख ने कहा कि अगर पाकिस्तान को अपना अस्तित्व बनाए रखना है, तो उसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद बंद करना होगा. उनका यह बयान भारत की सुरक्षा और रणनीतिक स्थिति को लेकर पाकिस्तान को भेजी गई सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है.
राजनाथ सिंह ने भी दी है कड़ी प्रतिक्रिया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक दिन पहले पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर उसने सर क्रीक इलाके में कोई हिमाकत की, तो उसे ऐसा जवाब मिलेगा कि इतिहास और भूगोल दोनों बदल जाएंगे. विजयदशमी के मौके पर भुज एयरबेस पर जवानों के बीच शस्त्र पूजा के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने संयम दिखाया क्योंकि हमारी कार्रवाई केवल आतंकवाद के खिलाफ थी. लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो जवाब और कड़ा होगा. उनका यह बयान पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश के रूप में देखा जा रहा है कि भारत अपनी सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सतर्क और सक्षम है.
रक्षा मंत्री ने याद दिलाई थी पुरानी जंग
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में याद दिलाया कि 1965 की जंग में भारतीय सेना लाहौर तक पहुंची थी और आज कराची तक पहुंचने का रास्ता भी सर क्रीक से होकर जाता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना सर क्रीक में सैन्य अवसंरचना बढ़ाकर अपनी नीयत साफ कर चुकी है. राजनाथ सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय सेना और बीएसएफ पूरी मुस्तैदी के साथ सीमा की रक्षा कर रहे हैं और किसी भी हिमाकत की स्थिति में पाकिस्तान को करारा सबक दिया जाएगा.
अब भारत का जवाब ही नया नॉर्मल: जनरल उपेंद्र द्विवेदी
विजय दिवस के मौके पर 26 जुलाई को भी थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने स्पष्ट किया था कि अब किसी भी ताकत को यह गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता को चुनौती दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि भारत की नीति साफ है, जो भी दुश्मन नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे कड़ा और निर्णायक जवाब मिलेगा. आर्मी चीफ ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 9 हाई-वैल्यू आतंकवादी ठिकानों को समाप्त किया. यह कार्रवाई बिना किसी कोलैटरल डैमेज के की गई और इसे उन्होंने भारत की निर्णायक जीत बताया. जनरल द्विवेदी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से 8 और 9 मई को उठाए गए कायराना कदमों का भारत ने प्रभावी जवाब दिया. भारतीय एयर डिफेंस इस दौरान अभेद्य दीवार की तरह खड़ी रही, जिसे कोई भी मिसाइल या ड्रोन भेद नहीं पाया.
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