'हमने पाकिस्तान के 12 F-16 और JF-17 फाइटर जेट गिराए...', IAF चीफ एपी सिंह का बड़ा खुलासा, कहा- दोबारा लड़ने आए तो...
भारतीय वायुसेना (IAF) ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया और उसकी सेटेलाइट तस्वीरें दुनिया के सामने रखीं. एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने एयर फोर्स डे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ऑपरेशन 7 से 10 मई तक चला, जिसमें भारत ने 12 पाकिस्तानी फ़ाइटर जेट तबाह किए जिनमें 4–5 F-16 शामिल भी थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान झूठी कहानियां फैलाता रहा, लेकिन वास्तविकता अलग है.
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पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना (IAF) ने मई में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान को जो तगड़ा सबक सिखाया, उसके साथ भारत ने पाकिस्तान को हुए नुकसान की तमाम सेटेलाइट तस्वीरें भी दुनिया के सामने रखीं. बावजूद इसके, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इसको लेकर झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं. इस बीच, शुक्रवार को एयर फोर्स डे के मौके पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऑपरेशन सिंदूर का पूरा विवरण मीडिया के साथ साझा किया और पाकिस्तानी सरकार व पाकिस्तानी सेना के दावों को खारिज किया.
मनोहर कहानियां फैलाता है पाकिस्तान
मीडिया से बात करते हुए एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 7 मई से 10 मई तक चला. इस दौरान भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया. इस ऑपरेशन में भारत ने करीब 12 पाकिस्तानी विमान नष्ट किए, जिनमें 9–10 फाइटर जेट शामिल थे. खासकर 4–5 F-16 लड़ाकू विमानों को पूरी तरह क्षतिग्रस्त किया गया. सिंह ने पाकिस्तान की झूठी दावों की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें ‘मनोहर कहानियां’ फैलाने दीजिए, लेकिन वास्तविकता अलग है.
पाकिस्तान के झूठे दावे बेनकाब
वायुसेना प्रमुख ने बताया कि भारत ने बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर भी सटीक हमले किए. इसके अलावा, पाकिस्तान के चार स्थानों पर रडार सिस्टम, दो कमांड और कंट्रोल सेंटर, दो हवाई अड्डों के रनवे और तीन हैंगर नष्ट किए गए. एक C-130 श्रेणी का विमान और 5 उच्च तकनीक वाले फाइटर जेट, संभवतः F-16 और JF-17 श्रेणी के विमान भी तबाह हुए हैं. सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल पाकिस्तानी वायु क्षमता को कमजोर किया, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत कार्रवाई का संदेश भी दिया. एयर चीफ मार्शल सिंह ने पाकिस्तान की झूठी दावों की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें ‘मनोहर कहानियां’ फैलाने दीजिए, लेकिन वास्तविकता अलग है.
पाकिस्तान भ्रम में रहे अच्छा है
एपी सिंह ने आगे कहा कि 'अगर उन्हें लगता है कि उन्होंने भारत के 15 जेट मार गिराए हैं, तो उन्हें सोचने दीजिए. मुझे उम्मीद है कि उन्हें अब इस बात का यकीन हो गया होगा, और जब वे दोबारा लड़ने आएंगे, तो भारत बेड़े में 15 कम विमान होंगे. तो मैं इसके बारे में बात क्यों करूँ? आज भी, मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूँगा कि क्या हुआ, कितना नुकसान हुआ, कैसे हुआ, क्योंकि उन्हें पता तो चलने दीजिए. क्या आपने एक भी तस्वीर देखी है, जहाँ हमारे किसी एयरबेस पर कुछ गिरा हो, हमें कोई टक्कर लगी हो, कोई हैंगर तबाह हुआ हो, या ऐसा कुछ? हमने उन्हें उनकी जगहों की इतनी सारी तस्वीरें दिखाईं. लेकिन, वे हमें एक भी तस्वीर नहीं दिखा पाए.'
S-400 भारत के लिए बना गेम चेंजर
ऑपरेशन के दौरान S-400 जैसी लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली ने गेम चेंजर की भूमिका निभाई. वायुसेना प्रमुख ने बताया कि S-400 की रेंज ने पाकिस्तानी विमानों को 300 किलोमीटर दूर से ही नष्ट कर दिया, जो अब तक का सबसे लंबा रिकॉर्ड है. इसके अलावा, एडवांस्ड हवाई चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली (AWACS) का उपयोग करके लक्ष्य की सटीक पहचान और मार की गई.
भारतीय वायुसेना की ताकत दुनिया ने देखी
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने आगे कहा, 'हमारे पास सभी सबूत हैं कि तीनों सेनाओं ने मिलकर पाकिस्तान के विमान और हवाई ठिकानों को निशाना बनाया. पाकिस्तान को जो झूठ फैलाने की आदत है, उन्हें सोचने दीजिए. लेकिन वास्तविकता यह है कि ऑपरेशन सिंदूर ने उनकी सैन्य क्षमता को गंभीर क्षति पहुंचाई है.' विशेषज्ञों का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय वायुसेना की रणनीतिक ताकत को दुनिया के सामने साबित किया. इसने दिखाया कि कैसे उच्च तकनीक वाले हथियार और सटीक योजना के साथ भारत अपनी सुरक्षा को हर चुनौती से मजबूत रख सकता है.
आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट संदेश
इससे पहले पाकिस्तान लगातार भारत के विमानों को लेकर झूठी रिपोर्टें प्रकाशित करता रहा है. लेकिन एयर चीफ मार्शल सिंह ने साफ कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नष्ट किए गए विमान और हवाई ठिकानों के सबूत उपलब्ध हैं. उनका कहना है कि तीनों सेनाओं ने हवाई रक्षा प्रणाली ‘सुदर्शन चक्र’ पर भी काम शुरू कर दिया है, ताकि भविष्य में ऐसे खतरों का समय रहते जवाब दिया जा सके.
बताते चलें कि ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई ने यह भी साबित कर दिया कि भारत की वायुसेना न केवल अपनी हवाई सीमाओं की रक्षा में सक्षम है, बल्कि आवश्यक कार्रवाई में किसी भी चुनौती को पार करने के लिए पूरी तरह तैयार है. वायुसेना प्रमुख का यह बयान देशवासियों में गर्व और आत्मविश्वास की भावना जगाता है.
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