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राजस्थान: दो गुटों की लड़ाई में भीड़ ने पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्च डालकर किया हमला, जानिए क्या है पूरा मामला

गुरुवार को मृतक की बरसी पर यह विवाद फिर से उभर आया और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया. पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, एक टीम तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन भीड़ पहले से आक्रोशित थी.

प्रतापगढ़ जिले के एक गांव में गुरुवार शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई जब सौतेले भाइयों के बीच चली आ रही रंजिश ने हिंसक मोड़ ले लिया. स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर ही भीड़ ने हमला कर दिया. महिलाओं ने पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्च पाउडर फेंका, जबकि पुरुषों ने लाठियों और पत्थरों से हमला किया. इस हमले में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए और एक पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हुआ.

युवक की मौत बनी हिंसा की वजह

इस घटना की जड़ें एक युवक की 12 दिन पहले हुई संदिग्ध मौत से जुड़ी हैं. पहले इसे एक प्राकृतिक मौत मान लिया गया था और दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौता भी हो गया था. लेकिन युवक के परिजनों को अब भी शक है कि उसके सौतेले भाई और उसका परिवार ही उसकी मौत के लिए जिम्मेदार हैं.

गुरुवार को मृतक की बरसी पर यह विवाद फिर से उभर आया और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया. पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, एक टीम तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन भीड़ पहले से आक्रोशित थी.

पुलिस वालों की आँखों में मिर्च डालकर किया पथराव

कांस्टेबल प्रकाश चंद्र ने बताया कि जैसे ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची, भीड़ ने अचानक पथराव शुरू कर दिया. इसी दौरान महिलाओं ने मिर्च पाउडर पुलिसकर्मियों की आंखों में झोंक दिया, जिससे अफरा-तफरी मच गई और पुलिसकर्मियों को पीछे हटना पड़ा. घटना में तीन पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गए और एक सरकारी वाहन को भी नुकसान पहुंचा है.

पुलिस ने नौ लोगों को हिरासत में लिया

प्रतापगढ़ के एसपी बी. आदित्य ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि अब तक नौ लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है और क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. उन्होंने कहा, "हमलावरों की पहचान की जा रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. कानून अपने हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा."

कानून व्यवस्था पर उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जब एक बार समझौता हो चुका था, तो आखिर यह हिंसा कैसे भड़की? स्थानीय प्रशासन ने गांव में अतिरिक्त गश्त बढ़ा दी है और स्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई जा रही है.

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