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बीमा, क्लेम & कत्ल...मां-बाप, बीवी की हत्या, चौथी पत्नी ने कर दिया कातिल विशाल के इंश्योरेंस फ्रॉड का पर्दाफाश

लालच इंसान को किस हद तक गिरा सकता है. जिस बेटे के लिए मां-बाप ने सब कुछ किया, उसी बेटे ने पैसों की लालच, पॉलिसी क्लेम और गाड़ियों के बीमा फ्री करवाने के लिए उन्हें मौत के घाट उतार दिया. इतना ही नहीं, पत्नी को भी इसी मक्कारी के कारण ठिकाने लगा दिया. हत्या, साजिश, धोखाधड़ी और बीमा फ्रॉड का ये मामला अपने आप में फिल्मी तो लगता है, लेकिन असली है. शायद मेरठ से आया यह यूपी के क्राइम की दुनिया का सबसे अनोखा मामला होगा.

रामचंद्र कह गए सिया से 'ऐसा कलयुग आएगा, बेटा मां, बाप, बीवी का कत्ल करे और चैन की नींद सोएगा...", वैसे तो यह पंक्ति किसी और संदर्भ में कही गई है, लेकिन जो कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं उस पर यह सटीक बैठती है. इसी को आम भाषा में घोर कलयुग कहा गया है. इंसानियत कितनी मर चुकी है, इंसान की पैसों की लालच उससे क्या-क्या करवा सकती है, आप सोच भी नहीं सकते.

‘पॉलिसी, बीमा और कत्ल...पैटर्न एक’

यूपी के मेरठ से आई इंसानियत को झकझोर देने वाली यह कहानी है. यहां आरोपी ने आठ साल के अंतराल में अपने ही परिवार के तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया. पहले मां, फिर पत्नी और आखिर में पिता. तीनों की मौत के पीछे एक ही मकसद था, बीमा की रकम और लग्जरी गाड़ियों का बीमा फ्री करवाना. यहां एक व्यक्ति ने अकेले के दम पर पैसा, कत्ल, इंश्योरेंस, क्लेम और फर्जीवाड़े का ऐसा प्रपंच रचा कि पुलिस, समाज और प्रशासन सहित हर जानने-समझने वाला व्यक्ति हैरत में पड़ गया. कहानी है मेरठ जिले के गंगानगर के रहने वाले विशाल सिंघल की. उसने ऐसे-ऐसे काम किए कि कान खड़े हो जाएंगे.

मसलन, उसने पहले अपनी मां की हत्या की और उसका क्लेम लिया. फिर बीवी का कत्ल किया और उसका भी क्लेम ले लिया. इसके बाद अपने बाप को भी ठिकाने लगा दिया और उसका भी इंश्योरेंस क्लेम ले लिया. उसने साजिशन सबका बीमा करवाया हुआ था. जानकारी के मुताबिक, विशाल ने अपनी मां प्रभा देवी, पिता मुकेश चंद सिंघल और पहली पत्नी एकता सिंघल की हत्या कर उसे दुर्घटनाओं या हादसे का रूप दिया, ताकि बीमा कंपनियों से करोड़ों के क्लेम हासिल कर सके. और तो और, वह इसमें सफल भी हो गया.

7 से 8 साल तक चलता रहा बीमा लेने और क्लेम का खेल!

पुलिस की जांच में पता चला कि 25 जनवरी 2024 से 6 फरवरी 2024 के बीच, यानी महज 13 दिन के अंदर विशाल सिंघल ने अपने पिता के नाम पर चार महंगी गाड़ियां खरीदीं. इनमें टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर (कीमत करीब 60 लाख रुपये), निसान मैग्नाइट, मारुति ब्रेज़ा और रॉयल एनफील्ड क्लासिक (कीमत करीब पांच लाख रुपये) शामिल थीं. इतना ही नहीं, इनकी किस्त फ्री करवाने के लिए सभी गाड़ियां डाउन पेमेंट और इंश्योरेंस लोन पर खरीदी गईं. मतलब, कुछ पैसे देकर ये सारी गाड़ियां पिता के नाम पर ली गईं और बाकी बीमा ऐसे करवाया गया ताकि अगर गाड़ी के मालिक की मौत हो जाए तो पूरा का पूरा लोन माफ हो जाए.

13 दिन में 4 कारें, दो महीने में बाप का खेल खत्म!

गाड़ियां तो आ गईं, लेकिन अब शुरू हुआ असली खेल. गाड़ियां खरीदने के ठीक दो महीने बाद यानी 27 मार्च 2024 को विशाल सिंघल के पिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. एफआईआर में विशाल ने बताया कि वह अपने पिता के साथ बाइक पर लौट रहा था, तभी किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी. लेकिन पुलिस की जांच में पता चला कि यह कोई एक्सीडेंट नहीं बल्कि सोच-समझकर रची गई हत्या की साजिश थी. इतना ही नहीं, जांच में यह भी सामने आया कि विशाल के पिता एक्सीडेंट के बाद भी जीवित थे और अस्पताल में भर्ती थे.

एक्सीडेंट से नहीं मरा बाप, गला दबा दिया...

यहां आरोपी ने अस्पताल कर्मियों से सांठगांठ करने की कोशिश की, फिर उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल ले जाकर उनकी सांसें रोक दीं. इसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसे एक्सीडेंट का रूप दे दिया गया. बस क्या था, जैसे ही पिता की मौत हुई, बीमा कवर के तहत खरीदी गईं चारों गाड़ियां फ्री हो गईं. इसके बाद विशाल ने इनमें से तीन गाड़ियां, निसान मैग्नाइट, ब्रेज़ा और रॉयल एनफील्ड बेच दीं और फॉर्च्यूनर लेजेंडर अपने पास रख ली.

बीमा क्लेम पार्ट टू!

इसके बाद शुरू हुआ क्लेम पार्ट टू. विशाल के पिता के नाम पर करीब 50 करोड़ रुपये की 60 से ज्यादा बीमा पॉलिसियां थीं. विशाल हर महीने लाखों रुपये का प्रीमियम भी भर रहा था ताकि जब भी क्लेम मिले, तो मोटा मिले. हुआ भी यही. पिता की मौत के बाद क्लेम मिल भी गया.

जब जांच हुई, तो पता चला कि विशाल ने अपने पिता की ही नहीं बल्कि 2017 में अपनी मां प्रभा देवी की भी हत्या की थी और इसे सड़क दुर्घटना दिखाकर 25 लाख रुपये का बीमा क्लेम गटक लिया था.

बीवी की भी पॉलिसी और खेल खत्म!

इसके बाद नंबर आया उसकी पहली पत्नी का, जिसकी भी हत्या कर दी गई और उसे हादसा बता दिया गया. 2022 में विशाल ने अपनी पत्नी एकता सिंघल को भी मार दिया और हार्ट अटैक बता दिया. उससे भी करीब 80 लाख रुपये का क्लेम हासिल किया. इन सभी मामलों में हादसा, अटैक और अज्ञात वाहन से टक्कर वाला पैटर्न दोहराया गया था.

अब तक भर चुका था पाप का घड़ा...

इसके बाद विशाल ने अपनी एक और पत्नी से क्लेम ऐंठने और उससे पैसे गटकने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था. लेकिन अब तक उसके पाप का घड़ा भर चुका था. उसने अपनी चौथी पत्नी श्रेया का नया आधार बनवाया और उसके नाम से भी पॉलिसी लेने की सोची. हालांकि श्रेया को इससे पहले शायद यह नहीं पता था कि उसकी पहले भी पत्नी रही है और उसने सबकी जान ले ली है. लेकिन जब उसे नए डॉक्यूमेंट्स के बारे में पता लगा, तो उसका माथा ठनका कि कहीं उसके नाम पर भी तो पॉलिसी नहीं ली गई है और उसकी भी हत्या की जाने वाली है.

कैसे हुआ पूरा खुलासा

श्रेया ने हिम्मत करके इस भयानक साजिश का पर्दाफाश कर दिया. पुलिस को दिए बयान के मुताबिक, विशाल ने उसके नाम से भी नया आधार और पैन बनवाकर दो करोड़ रुपये का बीमा करवाया था. इसी से उसका शक गहराया और वह पुलिस के पास पहुंची. इसके बाद एडिशनल एसपी अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में टीम ने केस की गहराई से जांच शुरू की और पूरे बीमा नेटवर्क, पॉलिसी, क्लेम, पोस्टमॉर्टम गैंग का पर्दाफाश किया.

इस दौरान पुलिस जांच में सामने आया कि इस पूरे खेल में कुछ प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर, पोस्टमॉर्टम करने वाले कर्मचारी और विशाल का जीजा भी शामिल था. जीजा पर अपने ही ससुर, यानी कि विशाल के पिता की हत्या के फर्जी एक्सीडेंट में मदद करने का आरोप है. पुलिस को कई दस्तावेज और बीमा कंपनियों के डिटेल्स हाथ लगे.

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