नौकरी की तलाश खत्म! सरकार लाई रोजगार योजना, जानें आवेदन की प्रक्रिया
भारत सरकार की यह एंप्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव योजना न केवल युवाओं के लिए बल्कि कंपनियों के लिए भी एक बड़ा अवसर है. इससे न केवल लाखों लोगों को नौकरी मिल सकेगी, बल्कि कंपनियाँ भी अपने संसाधनों का विस्तार कर पाएंगी. रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ यह योजना भारत के युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.
Follow Us:
Goverment Job Yojana: देश में बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाया है. भारत सरकार ने हाल ही में 1.07 लाख करोड़ रुपये की ‘एंप्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव (ELI) योजना’ को मंज़ूरी दी है. यह योजना उन युवाओं के लिए एक बड़ी राहत बनकर आई है, जो पढ़ाई पूरी करने के बाद लंबे समय से नौकरी की तलाश में हैं. इस योजना का उद्देश्य देशभर में रोजगार के नए अवसर पैदा करना और निजी क्षेत्र की कंपनियों को अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी देने के लिए प्रोत्साहित करना है.
सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना के तहत आने वाले दो वर्षों में 3.5 करोड़ से अधिक नई नौकरियाँ सृजित की जाएंगी. साथ ही, पहली बार नौकरी करने वाले युवाओं को आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी, जिससे वे करियर की शुरुआत में आत्मनिर्भर बन सकें.
क्या है एंप्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव (ELI) योजना?
यह योजना सीधे तौर पर नौकरी देने वाली स्कीम नहीं है, बल्कि यह निजी कंपनियों और संगठनों को अधिक रोजगार सृजन के लिए प्रेरित करने का एक माध्यम है. यानी सरकार कंपनियों को यह कह रही है कि अगर वे अधिक युवाओं को नौकरी देती हैं, तो उन्हें आर्थिक रूप से सहायता दी जाएगी. इसके साथ ही जो युवा पहली बार नौकरी ज्वाइन करेंगे, उन्हें भी सरकार की ओर से 15,000 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
यह योजना मुख्य रूप से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर केंद्रित है, लेकिन अन्य क्षेत्रों को भी इसमें शामिल किया जा सकता है. खास बात यह है कि योजना के तहत कंपनियों को भी प्रति कर्मचारी हर महीने 3,000 रुपये तक का प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे वे और अधिक नौकरियाँ देने के लिए उत्साहित होंगी.
कब से लागू होगी योजना और कितने लोगों को मिलेगा लाभ?
सरकार की यह योजना 1 अगस्त 2025 से 31 जुलाई 2027 तक लागू रहेगी. यानी जो भी नौकरियाँ इस समयावधि में सृजित होंगी, वे इस योजना के दायरे में आएंगी। सरकार का दावा है कि इस अवधि में 3.5 करोड़ नई नौकरियाँ पैदा की जाएंगी, जिनमें से लगभग 1.92 करोड़ लोग ऐसे होंगे जो पहली बार नौकरी की शुरुआत करेंगे. यह योजना युवा वर्ग को न केवल रोजगार के अवसर देगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी मदद करेगी.
कैसे मिलेगा योजना का लाभ?
इस योजना के तहत नौकरी पाने वाले युवाओं को प्रोत्साहन राशि दो किस्तों में दी जाएगी. पहली किस्त उन्हें नौकरी ज्वाइन करने के 6 महीने बाद मिलेगी, जबकि दूसरी किस्त 12 महीने पूरे करने पर दी जाएगी. यह लाभ सिर्फ उन कर्मचारियों को मिलेगा जिनकी मासिक सैलरी 1 लाख रुपये से कम होगी.
सिर्फ नौकरी पाने वाले ही नहीं, बल्कि नौकरियाँ देने वाली कंपनियों को भी फायदा मिलेगा. अगर कोई कंपनी इस योजना के तहत लोगों को रोजगार देती है, तो उसे प्रत्येक कर्मचारी पर 3,000 रुपये प्रति माह प्रोत्साहन के तौर पर मिलेगा. इससे कंपनियाँ भी नए लोगों को रखने के लिए ज्यादा इच्छुक होंगी.
कौन कर सकता है आवेदन?
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके लिए कोई विशेष योग्यता या उम्र सीमा तय नहीं की गई है. यानी कोई भी बेरोजगार युवा जो पहली बार नौकरी कर रहा है, वह इस योजना के लाभ का पात्र होगा. अभी तक सरकार ने इसमें किसी तरह की जाति, वर्ग, या शैक्षणिक योग्यता को लेकर कोई पाबंदी नहीं लगाई है. इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार के अवसर दिलाना है, ताकि देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिल सके और युवाओं का आत्मविश्वास भी बढ़े.
भारत सरकार की यह एंप्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव योजना न केवल युवाओं के लिए बल्कि कंपनियों के लिए भी एक बड़ा अवसर है. इससे न केवल लाखों लोगों को नौकरी मिल सकेगी, बल्कि कंपनियाँ भी अपने संसाधनों का विस्तार कर पाएंगी. रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ यह योजना भारत के युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement