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अगर ट्रैवल के हैं शौकीन हैं, तो नॉर्थ-ईस्ट भारत की ये 5 जगहें आपकी लिस्ट में होनी चाहिए, यहाँ की खूबसूरती देखकर हो जाएंगे मंत्रमुग्ध!

नॉर्थ-ईस्ट भारत अपने मनमोहक परिदृश्य, हरे-भरे पहाड़ों, झरनों, सांस्कृतिक धरोहर और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है. अगर आप घूमने के शौकीन हैं तो यहाँ की ये 5 जगहें आपकी ट्रैवल लिस्ट में जरूर शामिल होनी चाहिए. यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और स्थानीय संस्कृति आपको मंत्रमुग्ध कर देगी. यह गाइड आपके अगले ट्रैवल प्लान को आसान और रोमांचक बना देगा.

भारत का नॉर्थ-ईस्ट क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विविधता और रोमांचक स्थलों के लिए जाना जाता है.यहाँ की हर घाटी, हर झरना और हर पहाड़ी मानो प्रकृति की अद्भुत रचना है.अगर आप घूमने के शौकीन हैं और नई जगहों की तलाश कर रहे हैं तो नॉर्थ-ईस्ट की ये 5 खास जगहें आपकी यात्रा को यादगार बना सकती हैं.आइए जानते हैं इन स्थानों की खूबसूरती और वहाँ पहुंचने का सही समय.

शिलांग – पहाड़ियों की रानी

मेघालय की राजधानी शिलांग को “पूर्व का स्कॉटलैंड” कहा जाता है.यहाँ की हरी-भरी पहाड़ियाँ, साफ झीलें और ठंडी हवाएँ हर पर्यटक का मन मोह लेती हैं.शिलांग लेक, एलिफेंट फॉल्स और वार्ड लेक जैसे स्थानों पर आप प्राकृतिक सौंदर्य के साथ समय बिता सकते हैं.यहाँ का मौसम सालभर सुहावना रहता है, लेकिन मानसून के बाद यहाँ की सुंदरता और भी निखर जाती है.

चेरापूंजी – जलप्रपातों और गुफाओं का स्वर्ग

चेरापूंजी दुनिया की सबसे अधिक बारिश वाली जगहों में शामिल है.यहाँ का नजारा हर बार आपको प्रकृति की ताकत का अहसास कराता है.नोहकलिकाई जलप्रपात, मावस्माई गुफा और जीवित जड़ पुल जैसी जगहें यहाँ की खासियत हैं.झरनों की आवाज़ और बादलों से ढकी घाटियाँ आपको मंत्रमुग्ध कर देती हैं.फोटोग्राफी के लिए यह जगह बेहद शानदार है.

काज़ीरंगा नेशनल पार्क – वन्यजीवों का अनोखा संसार

असम में स्थित काज़ीरंगा नेशनल पार्क यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है.यहाँ आपको एक सींग वाले गैंडे, हाथी, बाघ, हिरण और अनेक प्रकार के पक्षी देखने को मिलते हैं.सफारी का अनुभव यहाँ बेहद रोमांचक होता है.पर्यटक यहाँ सुबह-सुबह वन सफारी कर सकते हैं और जंगल की असली दुनिया का अनुभव कर सकते हैं.प्राकृतिक संरक्षण की दिशा में यह स्थल महत्वपूर्ण है.

तवांग – बौद्ध संस्कृति और पहाड़ी सौंदर्य का संगम

अरुणाचल प्रदेश का तवांग एक शांत और सुरम्य शहर है, जहाँ बर्फ से ढकी चोटियाँ और बौद्ध मठ संस्कृति की झलक देते हैं.तवांग मठ एशिया के सबसे बड़े मठों में से एक है और यहाँ आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है.पास ही झीलें, मंदिर और पहाड़ी रास्ते आपको प्रकृति से जोड़ते हैं.यह जगह ट्रैकिंग और एडवेंचर के लिए भी उपयुक्त है.

मिज़ोरम – हरियाली और लोकसंस्कृति की पहचान

मिज़ोरम की पहाड़ियाँ, बाँस के जंगल, झरने और लोक जीवन इसकी पहचान हैं.यहाँ की राजधानी आइजोल से लेकर थेंगॉल, दल्ली और अन्य स्थानों तक फैली हरियाली आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाती है.लोक संगीत, उत्सव और पारंपरिक व्यंजन यहाँ की संस्कृति को जीवंत बनाते हैं.शांत वातावरण में घूमने के लिए यह बेहतरीन जगह है.

नॉर्थ-ईस्ट घूमने का सही समय

नॉर्थ-ईस्ट भारत में घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल तक है.मानसून में यहाँ की हरियाली और भी सुंदर हो जाती है, लेकिन भारी बारिश के चलते ट्रैवल में मुश्किलें आ सकती हैं.गर्मियों में मौसम हल्का रहता है, जबकि सर्दियों में बर्फ से ढकी चोटियों का नजारा बेहद आकर्षक होता है.

क्यों बनाना चाहिए नॉर्थ-ईस्ट यात्रा का प्लान?

  • शांत और साफ वातावरण
  • पहाड़, झील, जलप्रपात और जंगल का अनुभव
  • एडवेंचर और ट्रैकिंग के मौके
  • लोक संस्कृति और धार्मिक स्थलों का दर्शन
  • फोटोग्राफी और प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग

यात्रा के लिए जरूरी टिप्स

  • पहले से ट्रैवल प्लान बनाएं
  • स्थानीय गाइड की मदद लें
  • मौसम के अनुसार कपड़े साथ रखें
  • पर्यावरण का ध्यान रखें
  • स्थानीय भोजन का स्वाद जरूर लें

नॉर्थ-ईस्ट भारत की ये 5 जगहें प्रकृति प्रेमियों, ट्रैवल लवर्स और शांति खोजने वालों के लिए परफेक्ट हैं.यहाँ की पहाड़ियाँ, झीलें, संस्कृति और रोमांच का मेल आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाएगा.अगर आप छुट्टियों में किसी नई और खूबसूरत जगह की तलाश में हैं तो नॉर्थ-ईस्ट की ये जगहें आपके सफर को यादगार बना देंगी.अभी प्लान बनाइए और अपने दोस्तों के साथ इस प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव साझा कीजिए!

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