Dussehra 2025 : दशहरा मेला के लिए फेमस है दिल्ली-एनसीआर की ये 7 जगहें, रावण दहन देखने दूर-दूर से आते हैं लोग
दशहरा 2025, 2 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर में भव्य मेले और रावण दहन के साथ मनाया जाएगा. ये स्थान दूर-दूर से लोगों को आकर्षित करते हैं, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव मनाते हैं. 2025 में बढ़ी सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन के साथ ये मेले यादगार होंगे.
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दशहरा, या विजयादशमी, भारत का एक प्रमुख त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. यह दिन भगवान राम की रावण पर विजय का उत्सव मनाता है, और पूरे देश में रामलीला, मेले और रावण दहन के भव्य आयोजनों से सज जाता है. दिल्ली-एनसीआर में यह त्योहार खास उत्साह के साथ मनाया जाता है, जहां पारंपरिक मेले, सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड और विशालकाय रावण की मूर्तियों का दहन लाखों लोगों को आकर्षित करता है.
2025 में दशहरा 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा, और शहर की ये 7 प्रसिद्ध जगहें मेलों की रौनक से जगमगा उठेंगी. दूर-दूर से आने वाले पर्यटक और स्थानीय निवासी इन स्थानों पर रामलीला देखकर रावण दहन का रोमांचक दृश्य निहारते हैं. आइए, जानते हैं इन जगहों के बारे में, जहां उत्सव की धूम और स्वाद का अनोखा संगम होता है.
दशहरा 2025 का महत्व : उत्सव और परंपराओं का मेल
दशहरा न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सांस्कृतिक विविधता का भी प्रतीक है. दिल्ली-एनसीआर में मेले नौ दिनों तक चलने वाली नवरात्रि के समापन पर चरम पर पहुंच जाते हैं. यहां विशालकाय रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण की मूर्तियां जलाने के साथ आतिशबाजी, झूलों, खेल-तमाशों और पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ लिया जाता है. 2025 में बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ ये आयोजन और भी भव्य होंगे. परिवारों के लिए ये मेले यादगार अनुभव प्रदान करते हैं, जहां बच्चे झूलों पर झूलते हैं और वयस्क रामायण की शिक्षाओं से प्रेरित होते हैं. ये जगहें न केवल मनोरंजन का केंद्र हैं, बल्कि सामुदायिक एकता का भी प्रतीक.
- रामलीला मैदान, दिल्ली :
दिल्ली का रामलीला मैदान दशहरे का सबसे प्रसिद्ध स्थल है, जहां लव-कुश रामलीला कमिटी द्वारा आयोजित रामलीला को देखने लाखों लोग उमड़ आते हैं. यहां 70-80 फीट ऊंची रावण की मूर्ति का दहन एक रोमांचक दृश्य प्रस्तुत करता है. मेला क्षेत्र में फेरिस व्हील, शूटिंग गेम्स और चाट-पकौड़े के स्टॉल्स की भरमार रहती है. बॉलीवुड सितारे और राजनेता भी यहां पहुंचते हैं. 2025 में यह आयोजन 2 अक्टूबर की शाम को होगा, जहां पारंपरिक नृत्य और संगीत से थिरकन भरी शाम होगी.
- लाल किले का मैदान :
लाल किले के सामने का मैदान दशहरे के लिए एक और प्रमुख स्थान है, जो अपनी भव्य रामलीला और रावण दहन के लिए जाना जाता है. यहां लव-कुश रामलीला कमिटी का आयोजन होता है, जहां विशाल मूर्तियों का दहन आतिशबाजी के साथ होता है. मेला में पारंपरिक खिलौने, मिठाइयां और लोक नृत्य देखने को मिलते हैं. ऐतिहासिक किले की छाया में यह उत्सव एक अनोखा अनुभव देता है. 2025 में यहां की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी, और परिवारों के लिए सुरक्षित दर्शक क्षेत्र होंगे.
- जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम
दक्षिण दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम (जेएलएन) दशहरे पर मेला और रावण दहन का प्रमुख केंद्र बन जाता है. यहां विशाल मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत और नृत्य के साथ 50 फीट ऊंची मूर्तियों का दहन होता है. मेला क्षेत्र में झूले, रिंग टॉस गेम्स और विविध व्यंजन उपलब्ध होते हैं. परिवारों के लिए आदर्श यह स्थान 2025 में भी भव्य आतिशबाजी के साथ जगमगाएगा. यहां की पार्किंग और पहुंच सुविधाएं इसे अन्य स्थानों से अलग बनाती हैं.
- द्वारका सेक्टर-10, डीडीए ग्राउंड्स :
पश्चिम दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 में डीडीए ग्राउंड्स पर स्थानीय रामलीला कमिटी का आयोजन होता है, जो अपनी पारंपरिक नृत्यों और संगीत के लिए प्रसिद्ध है. रावण दहन के दौरान हर्षोल्लास भरा माहौल रहता है, और मेला में स्ट्रीट फूड जैसे पानिपुरी, भेलपुरी और मिठाइयों का स्वाद लिया जा सकता है. 2025 में यह स्थान स्थानीय निवासियों के अलावा पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा, जहां कम भीड़ में शांतिपूर्ण उत्सव का आनंद लिया जा सकता है.
- गुड़गांव सेक्टर-29, दशहरा ग्राउंड :
एनसीआर के गुड़गांव (गुरुग्राम) में सेक्टर-29 का दशहरा ग्राउंड आधुनिक टच के साथ पारंपरिक उत्सव का मिश्रण प्रस्तुत करता है. यहां ऊंची इमारतों की छाया में रावण दहन और आतिशबाजी का नजारा अद्भुत होता है. मेला में हाई-एनर्जी परफॉर्मेंस, फूड स्टॉल्स और फैमिली गेम्स होते हैं. 2025 में यह स्थान कार्यरत पेशेवरों के लिए आदर्श होगा, जो निकटता के कारण आसानी से पहुंच सकेंगे.
- नोएडा स्टेडियम :
नोएडा का स्टेडियम दशहरे पर सांस्कृतिक प्रदर्शनों और विशाल रावण दहन के लिए जाना जाता है. यहां पारंपरिक संगीत, नृत्य और आधुनिक मनोरंजन का संगम होता है. मेला क्षेत्र में विविध व्यंजन और झूले बच्चों को रोमांचित करते हैं. 2025 में बढ़ी भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक प्रबंधन की विशेष व्यवस्था होगी. यह स्थान पूर्वी दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए सुविधाजनक है.
- कनॉट प्लेस :
दिल्ली के हृदय स्थल कनॉट प्लेस (सीपी) दशहरे पर सज-धजकर चमक उठता है. यहां पारंपरिक नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम और रावण दहन का आयोजन होता है. व्यस्त गलियों में सजावट, फूड स्ट्रीट और लाइटिंग का माहौल जीवंत रहता है. 2025 में यह स्थान युवाओं और पर्यटकों को आकर्षित करेगा, जहां शॉपिंग और मनोरंजन का अतिरिक्त मजा लिया जा सकता है.
दशहरा 2025 में बनाएं यादगार पलदशहरा 2025 दिल्ली-एनसीआर को उत्सव की रंगीन दुनिया में बदल देगा. इन 7 जगहों पर रामलीला, मेला और रावण दहन का अनुभव न केवल मनोरंजन देगा, बल्कि सांस्कृतिक विरासत से जोड़ेगा. परिवार के साथ इन स्थानों पर पहुंचें, लेकिन भीड़ और सुरक्षा का ध्यान रखें. दिल्ली मेट्रो और लोकल ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें. इस विजयादशमी पर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश अपनाएं और खुशियां बांटें. जय श्री राम!
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