इंश्योरेंस: आज की ज़रूरत, कल की सुरक्षा- जिंदगी कभी भी बदल सकती है. आज सब ठीक है, मगर कल क्या होगा, कौन जानता है, ऐसे में ज़रूरत है एक भरोसे की. जो मुश्किल वक्त में आपके साथ खड़ा रहे और वो है इंश्योरेंस.
इंश्योरेंस: आज की ज़रूरत, कल की सुरक्षा- जिंदगी कभी भी बदल सकती है. आज सब ठीक है, मगर कल क्या होगा, कौन जानता है, ऐसे में ज़रूरत है एक भरोसे की. जो मुश्किल वक्त में आपके साथ खड़ा रहे और वो है इंश्योरेंस.
इंश्योरेंस अब विकल्प नहीं, ज़रूरत है - आज इंश्योरेंस सिर्फ ऑप्शन नहीं रह गया. यह जीवन का एक जरूरी हिस्सा बन चुका है.चाहे जीवन बीमा हो या स्वास्थ्य कवर, हर किसी को इसकी जरूरत कभी न कभी पड़ती है.
इंश्योरेंस अब विकल्प नहीं, ज़रूरत है - आज इंश्योरेंस सिर्फ ऑप्शन नहीं रह गया. यह जीवन का एक जरूरी हिस्सा बन चुका है.चाहे जीवन बीमा हो या स्वास्थ्य कवर, हर किसी को इसकी जरूरत कभी न कभी पड़ती है.
गलती मत कीजिए ,जानकारी छुपाना भारी पड़ सकता है - जब इंश्योरेंस लें, तो पूरी ईमानदारी बरतें. बीमारियों, आदतों या इलाज की सच्चाई न छुपाएं।अगर आपने कोई तथ्य छुपाया, तो क्लेम रिजेक्ट होना तय है.
गलती मत कीजिए ,जानकारी छुपाना भारी पड़ सकता है - जब इंश्योरेंस लें, तो पूरी ईमानदारी बरतें. बीमारियों, आदतों या इलाज की सच्चाई न छुपाएं।अगर आपने कोई तथ्य छुपाया, तो क्लेम रिजेक्ट होना तय है.
सिर्फ हेल्थ नहीं, वाहन और प्रॉपर्टी इंश्योरेंस में भी यही नियम- गाड़ी या घर के बीमे में भी जोखिम छुपाना खतरनाक है. कोई भी झूठ भविष्य में बड़ी परेशानी बन सकता है. बीमा कंपनियां हर क्लेम से पहले जांच करती हैं. अगर धोखा मिला तो दावा नामंज़ूर हो सकता है.
सिर्फ हेल्थ नहीं, वाहन और प्रॉपर्टी इंश्योरेंस में भी यही नियम- गाड़ी या घर के बीमे में भी जोखिम छुपाना खतरनाक है. कोई भी झूठ भविष्य में बड़ी परेशानी बन सकता है. बीमा कंपनियां हर क्लेम से पहले जांच करती हैं. अगर धोखा मिला तो दावा नामंज़ूर हो सकता है.
कम प्रीमियम देखकर न करें जल्दबाज़ी - लोग अक्सर सिर्फ कम प्रीमियम देखकर पॉलिसी खरीदते हैं. लेकिन सस्ती चीज़ हमेशा सही नहीं होती।सबसे पहले देखें कि कवर कितना है. कौन-कौन सी बीमारियां या घटनाएं शामिल हैं.
पॉलिसी की शर्तें ध्यान से पढ़ें - केवल कागज़ पर भरोसा न करें, पढ़ें और समझें. क्या चीज़ें कवर हो रही हैं, क्या नहीं सब जानिए. क्लेम सेटलमेंट रेशियो, नेटवर्क हॉस्पिटल्स, और हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज को भी चेक करें.
सही जानकारी, पूरी सुरक्षा - इंश्योरेंस का असली मकसद है सुरक्षा देना. लेकिन सुरक्षा तभी मिलती है जब आप सच बताएं. डॉक्यूमेंट्स सही रखें और समय पर अपडेट करें. तभी भविष्य में क्लेम आसानी से पास हो पाएगा.