ट्रेन जैसी नहीं होती फ्लाइट की सीट व्यवस्था - ट्रेन में केवल मिडिल, अपर, लोअर या साइड सीट चुन सकते हैं. लेकिन फ्लाइट में आप थिएटर जैसी पसंदीदा सीट चुन सकते हैं.
ट्रेन जैसी नहीं होती फ्लाइट की सीट व्यवस्था - ट्रेन में केवल मिडिल, अपर, लोअर या साइड सीट चुन सकते हैं. लेकिन फ्लाइट में आप थिएटर जैसी पसंदीदा सीट चुन सकते हैं.
सीट सिलेक्शन होता है वैकल्पिक, लेकिन जरूरी- बुकिंग के समय सीट सिलेक्शन ऑप्शन वैकल्पिक होता है. लेकिन इसका फायदा न उठाने पर आपकी पसंदीदा सीट छूट सकती है.
विंडो सीट चाहिए? पहले से बुक करें- बहुत से यात्री विंडो सीट के शौकीन होते हैं. बिना पहले से बुकिंग के, वह सीट मिलना मुश्किल हो जाता है.
बुकिंग के समय ही करें सीट का चयन- एयरलाइंस बुकिंग के वक्त सीट चुनने का विकल्प देती है. लेकिन कई लोग सिर्फ किराया देखकर उसे स्किप कर देते हैं.
कुछ सीटों के लिए देना होता है एक्स्ट्रा चार्ज- फ्रंट रो या एक्सिट रो सीट्स के लिए ज्यादा पैसे लगते हैं.लेकिन ये सीटें लंबी यात्रा में ज्यादा आरामदायक होती हैं.
ज्यादा लेग स्पेस चाहिए? एक्सिट रो चुनें -जिन्हें लंबा सफर करना हो या लंबा कद हो,वे लेग स्पेस वाली सीटें जैसे एक्सिट रो चुन सकते हैं.
वेब चेक-इन करें समय पर, मिलेगी पसंदीदा सीट - फ्लाइट से 24–48 घंटे पहले वेब चेक-इन शुरू होता है. इस दौरान कई सीटें उपलब्ध होती हैं, चुनने में आसानी रहती है.
स्मार्ट बुकिंग दे सकती है बेहतर सीट का अनुभव - अगर आप थोड़ी सी प्लानिंग से टिकट बुक करें,तो बिना झंझट के आपको मनपसंद सीट मिल सकती है.
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