मछली - घी और मछली का संयोजन भी आयुर्वेद में अच्छा नहीं माना जाता. मछली में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, और जब इसे घी जैसे भारी वसा के साथ मिलाया जाता है, तो यह पाचन तंत्र पर अत्यधिक दबाव डालता है. यह मिश्रण शरीर में असंतुलन पैदा कर सकता है और त्वचा संबंधी समस्याओं, जैसे एलर्जी या रैशेज, का कारण बन सकता है.