थुकपा : यह एक तिब्बती नुडल सूप है जिसमें सब्ज़ियां, मसाले और कभी कभी मटन/चिकन होता है. थुकपा सिर्फ एक डिश नही , यह लद्दाख की संस्कृति और मौसम का मेल है. यह आपको लेह से लेकर लोकल ढाबों तक हर जगह मिलेगी.
मोमोज़ : लद्दाख मे कई प्रकार के मोमोज़ मिलते है, जिसमे भाप में पके या तले हुए, भरावन में सब्ज़ी, पनीर या मटन मोमोज़ होते है. इसे तीखी लाल चटनी के साथ परोसा जाता है. यहाँ के मोमोज़ मे स्वाद के साथ-साथ संस्कृति भी लिपटी होती है.
स्कियु : यह लद्दाखी घरेलु खाना है, जिसे गुंथे हुए आटे के छोटे टुकडे़, सब्जियों और लोकल मसालों के साथ पकाए जाते हैं. इसे मिट्टी के बर्तन में परोसा जाता है.
याक बटर टी : नमक, याक मक्खन और चाय की पत्तियों से बनी यह अनोखी चाय ऊर्जा और गर्मी देती है. इसे लकड़ी या कांसे के प्याले में परोसा जाता है.
चांग : यह लद्दाख की लोकल बीयर है. यह जौ, चावल, स्थानिय खमीर, पानी और कभी कभी जड़ी-बुटियों से बनाई जाती है. इसे लकड़ी के प्याले मे परोसा जाता है.
चुटागी : यह लद्दाख का पास्ता स्टाइल डिश है, जिसमे पास्ता जैसी आकृति में आटा, सब्जियों और ग्रेवी के साथ पकाया जाता है. यह पौष्टिक, पारंपरिक, और पेट भरने वाला डिश है.
पक लेबु : यह लद्दाख की एक सादी लेकिन पारंपरिक डिश है, जिसे अक्सर चाय, थुकपा, या गुर-गुर चाय के साथ खाया जाता है. यह लद्दाखी घरों में रोज़ाना बनाई जाती है.
खुबानी जैम : लद्दाख के नुब्रा और श्योक घाटियों मे खिलते हैं सुनहरे खुबानी के बाग, जो गर्मियों मे फलते है. खुबानी जैम बनाने के लिए ताज़ी खुबानी, शक्कर और नींबु को घीमी आंच पर पकाया जाता है. यह स्थानिय महिलाएं द्वारा बनाया जाता है.